भारतीयों का दिल है बेहद कमजोर, Heart Attack से हो रही सबसे ज्यादा मौतें

punjabkesari.in Saturday, Sep 06, 2025 - 06:49 PM (IST)

नारी डेस्क: भारत में हृदय रोग सबसे बड़ी जानलेवा बीमारी बन गई है। इसका मुख्य कारण खराब खानपान, तनाव और अस्वस्थ जीवनशैली है। आपको यह जानकर हैरानी होगी कि भारत में हर तीन मौतों में से एक मौत हृदय रोग (Cardiovascular Diseases - CVDs) की वजह से होती है।  सैंपल रजिस्ट्रेशन सर्वे रिपोर्ट के  मुताबिक देश में कुल मौतों में से लगभग 31% मौतें दिल की बीमारियों से हो रही हैं।


रिपोर्ट के मुख्य तथ्य

इस रिपोर्ट से पता चला है कि गैर-संक्रामक रोग (एनसीडी) मौत का सबसे बड़ा कारण हैं, इनसे कुल 56.7% मौतें होती हैं. वहीं बाकी बीमारियों से 23.4% मौतें हो रही हैं। भारत में  हार्ट डिजीज से मरने का कारण हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, मोटापा, धूम्रपान और शराब, तनाव और खराब जीवनशैली है।  पहले यह बीमारी ज़्यादातर बुजुर्गों में देखी जाती थी, लेकिन अब 30-40 साल की उम्र में भी हार्ट अटैक और स्ट्रोक के मामले तेज़ी से बढ़े हैं। शहरी इलाकों में तनाव, प्रदूषण और खराब खानपान कारण हैं, जबकि ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी से मौतें ज़्यादा होती हैं।


 क्यों चिंता की बात है?

 भारत में हर साल लाखों लोग समय से पहले ही हार्ट डिज़ीज़ की वजह से मर जाते हैं।  WHO और स्वास्थ्य संगठनों के अनुसार, आने वाले वर्षों में यह स्थिति और गंभीर हो सकती है अगर लोग लाइफस्टाइल नहीं बदलते। सांस की संक्रमण वाली बीमारियों से (Respiratory infections) 9.3% लोगों की मौत हो रही है। वहीं ट्यूमर जैसी बीमारियां 6.4% लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार है।  पुरानी सांस संबंधी बीमारियों (Chronic respiratory diseases) से  5.7% मौतें दर्ज की गईं। पाचन संबंधी बीमारियों से 5.3% मौतें हुई हैं। 


अपना बचाव कैसे करें?

-रोज़ाना 30 मिनट वॉक या एक्सरसाइज करें।
-तैलीय, जंक फूड और ज्यादा नमक से परहेज़ करें।
-शराब और धूम्रपान बिल्कुल छोड़ें।
-नियमित रूप से ब्लड प्रेशर, शुगर और कोलेस्ट्रॉल टेस्ट कराते रहें।
-ध्यान (Meditation) और योग से तनाव कम करें।
 


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Content Writer

vasudha

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