हाथरस केसः पीड़िता को इंसाफ दिलाने सड़कों पर निकले लोग, वाल्मीकि समाज का कड़ा प्रदर्शन

punjabkesari.in Saturday, Oct 10, 2020 - 02:22 PM (IST)

उत्तर प्रदेश के हाथरस में हुए गैंगरेप की घटना ने इंसानियत को एक बार फिर से शर्मसार कर दिया है। हालांकि इस केस में आरोपियों ने खुद को निर्दोष बताया है। उनका कहना है कि उन्होंने पीड़िता की हत्या नहीं की है। वहीं इस मामले सामने आए आरोपियों के बयान की अभी तक पुलिस ने किसी भी तरह की पुष्टि नहीं की है। इसी वजह से लोगों में गुस्सा भरा हुआ है। इस घटना को देश के माथे पर कलंक बताते हुए आज यानि संत समाज और वाल्मीकि भाईचारे की तरफ से पंजाब बंद किया गया है। पंजाब में इस घटना के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन किए जा रहे हैं।

सड़कों पर पसरा सन्नाटा

भारतीय वाल्मीकि समाज ने एक दलित लड़की के साथ ऐसी शर्मनाक घटना को अंजाम देने वाले आरोपियों के खिलाफ उचित कार्यवाही की मांग की है। इसके साथ ही पोस्ट मैट्रिक स्काॅलरशिप घोटाले को लेकर संत समाज ने पंजाब बंद का ऐलान किया। पंजाब बंद का असर शहरों में भी देखने को मिला। जहां जत्थेबंदियों की तरफ से रोष प्रदर्शन किए जा रहे हैं। वहीं पंजाब बंद के कारण बाजारों और सड़कों पर सन्नाटा पसरा हुआ है।

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प्रदर्शनकारियों ने पीएम मोदी और सीएम योगी का फूंका पुतला 

प्रदर्शनकारी सड़कों पर टायर जला कर प्रदर्शन कर रहे हैं। इस दौरान हाईवे पर भारी जाम लगने के कारण यात्रियों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। इस दौरान नौजवानों ने नारेबाजी करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का पुतला फूंका।

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गौरतलब है कि 14 सितंबर को हाथरस में 19 वर्षीय युवती के साथ गैंगरेप की घटना को अंजाम दिया गया था। पीड़िता अपनी मां और भाई के साथ जंगल में घास काटने गई थी। तभी चारों अभियुक्तों ने पीड़िता के साथ उसके गले में पड़े दुपट्टे से बाजरे के खेत में खींचकर घिनौनी हरकत की। मां ने बेटी को कई आवाजें दी। खेतों में 20 मीटर अंदर जाने के बाद उन्हें पीड़िता बुरी हालत में मिली। पीड़िता कुछ बोल ना सके इसलिए आरोपियों ने उसकी जीभ काट दी। वह लड़की चलकर अपने घर ना जा सके इसलिए उन्होंने बेरहमी से उसकी रीढ़ की हड्डी तक तोड़ डाली थी।

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Content Writer

Bhawna sharma

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