गाजा में इजरायली हमले का कहर: स्कूल में सोते हुए बच्चों समेत 46 लोगों की मौत

punjabkesari.in Monday, May 26, 2025 - 05:54 PM (IST)

नारी डेस्क:  गाजा पट्टी एक बार फिर इजरायली हमलों का गवाह बनी, जब सोमवार को हवाई हमले में कम से कम 46 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 31 लोग एक स्कूल में मारे गए, जिसे अस्थायी आश्रय स्थल के रूप में इस्तेमाल किया जा रहा था। हमले के वक्त लोग सो रहे थे, तभी बमबारी हुई और उनका सामान आग की लपटों में जलकर खाक हो गया।

स्कूल बना शमशान, जले शव और मातम

स्थानीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आपातकालीन सेवा प्रमुख डॉ. फहमी अवाद ने बताया कि उत्तरी गाजा स्थित स्कूल पर हुए इस हमले में 55 से अधिक लोग घायल भी हुए हैं। ऑनलाइन सामने आए वीडियो में देखा जा सकता है कि बचावकर्मी जले हुए शवों को बाहर निकालते और आग बुझाने की कोशिश करते नजर आ रहे हैं।

 एक ही परिवार के 15 लोगों की मौत

इसी दिन गाजा सिटी में एक मकान पर भी हमला हुआ जिसमें एक ही परिवार के 15 सदस्य मारे गए। शिफा अस्पताल के अनुसार, इनमें 5 महिलाएं और 2 छोटे बच्चे शामिल थे। चारों ओर फैली चीख-पुकार और मलबे में दबे शरीर इस तबाही की भयावह तस्वीर बयां कर रहे थे।

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इजरायली सेना की सफाई: "चरमपंथियों को निशाना बनाया"

इजरायली सेना (IDF) ने अपने बयान में कहा कि उन्होंने उस स्कूल को टारगेट किया जहां से कथित रूप से चरमपंथी तत्व गतिविधियां चला रहे थे। सेना का कहना है कि यह हमला आतंकवाद के खिलाफ रणनीतिक अभियान का हिस्सा था। हालांकि, अब तक यह स्पष्ट नहीं है कि वहां वाकई में हथियारबंद लोग मौजूद थे या नहीं।

अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: “मानवता पर हमला”

इस हमले की दुनियाभर में निंदा हो रही है। स्पेन, तुर्की और संयुक्त राष्ट्र समेत कई देशों ने इसे नागरिकों के खिलाफ अमानवीय हमला करार दिया है। स्पेन के विदेश मंत्रालय ने इसे एक "युद्ध अपराध के समान" बताते हुए तत्काल संघर्षविराम की मांग की है।

पृष्ठभूमि: युद्ध का बढ़ता संकट

गाजा और इजरायल के बीच यह संघर्ष 2023 के अक्टूबर से फिर से तेज हुआ है और अब तक हजारों लोगों की जान जा चुकी है। इजरायली हमले जहां हमास के ठिकानों को निशाना बनाने का दावा करते हैं, वहीं आम नागरिकों की बढ़ती मौतें अब वैश्विक चिंता का विषय बन चुकी हैं।
  

 

 


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Content Editor

Priya Yadav

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