Ganesh Chaturthi: बप्पा को घर लाने से पहले जानें ये 12 नियम, पूरी होगी हर मनोकामना
punjabkesari.in Tuesday, Aug 19, 2025 - 03:58 PM (IST)

नारी डेस्क: गणेश चतुर्थी हिंदू धर्म का बहुत ही खास त्योहार है, जो भगवान गणेश के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है। इस दिन भक्तगण अपने घरों में बप्पा की स्थापना करते हैं और उनकी पूजा-अर्चना करते हैं। अगर आप इस बार घर पर बप्पा ला रहे हैं तो कुछ महत्वपूर्ण नियमों का पालन करना जरूरी है, ताकि पूजा पूर्ण विधि-विधान से हो और आपकी हर मनोकामना पूरी हो। आइए जानते हैं ये 12 नियम।
साफ-सफाई से शुरू करें पूजा स्थल की तैयारी
गणेश जी को शुद्धता बहुत प्रिय है। इसलिए घर में जहां आप बप्पा की स्थापना करेंगे, उस जगह की अच्छी तरह से सफाई करें। झाड़ू-पोंछा लगाएं और पूरे घर को साफ रखें। स्वच्छता से सकारात्मक ऊर्जा का प्रवाह होता है और भगवान की कृपा बनी रहती है।
शुभ मुहूर्त में स्थापना करें
बप्पा की स्थापना का समय शुभ होना बहुत जरूरी है। ज्योतिष के अनुसार, गणेश चतुर्थी के दिन विशेष शुभ मुहूर्त होते हैं। आप अपने पंडित से या पंचांग देखकर सही समय पर मूर्ति की स्थापना करें। इससे पूजा में पवित्रता आती है और आपका मनोवांछित फल जल्दी मिलता है।
मूर्ति का चयन ध्यान से करें
बप्पा की मूर्ति चुनते समय प्राकृतिक सामग्री से बनी मूर्ति को प्राथमिकता दें, जैसे मिट्टी या काष्ठ की मूर्तियां। इससे पर्यावरण संरक्षण भी होगा और पूजा का प्रभाव भी बढ़ेगा। प्लास्टिक या केमिकल वाली मूर्तियों से बचें।
ये भी पढ़ें: Ganesh Chaturthi 2025: 27 अगस्त से शुरू गणेश चतुर्थी, पहले दिन करें ये खास काम
पूजा के लिए आवश्यक सामग्री पहले से तैयार रखें
पूजा के लिए आवश्यक वस्तुएं जैसे लाल कपड़ा, हल्दी, सिंदूर, फूल, मोमबत्ती, अगरबत्ती, धूप, फल और मिठाइयां पहले से एकत्रित करें। इससे पूजा के दौरान आपको किसी भी चीज की कमी नहीं होगी और आप बिना रुके पूरी विधि से पूजा कर पाएंगे।
गणपति मंत्र का नियमित जाप करें
पूजा के दौरान गणपति मंत्र जैसे “ॐ गण गणपतये नमः” का जाप नियमित रूप से करें। इससे आपकी पूजा सफल होती है और मन को शांति मिलती है। मंत्र जाप से भगवान की कृपा जल्दी प्राप्त होती है।
बप्पा को पसंदीदा प्रसाद जरूर चढ़ाएं
गणेश जी को मोदक, लड्डू और फल बहुत प्रिय हैं। पूजा में इनका प्रयोग जरूर करें। प्रसाद चढ़ाने से भगवान खुश होते हैं और भक्तों पर आशीर्वाद बरसाते हैं। अपने घर के सदस्यों के साथ प्रसाद वितरण भी करें।
ध्यान रखें कि पूजा स्थल शांत और सकारात्मक हो
पूजा के समय शोर-शराबा और अशांति से बचें। पूजा स्थल शांत और सुखद वातावरण में हो। इससे पूजा में एकाग्रता बढ़ती है और भगवान की उपस्थिति महसूस होती है।
दोपहर या शाम के समय गणपति विसर्जन करें
गणपति की स्थापना के बाद 1 से 11 दिन तक पूजा की जा सकती है। विसर्जन के समय शुभ मुहूर्त का ध्यान रखें। विसर्जन से पहले बप्पा को नमस्कार करें और उनसे अपनी मनोकामनाएं साझा करें।
मूर्ति को पानी में विसर्जित करते समय सावधानी रखें
यदि आप मिट्टी की मूर्ति खरीदते हैं तो उसे जल में विसर्जित करें ताकि मूर्ति जल्दी टूटकर मिट्टी में मिल जाए और पर्यावरण को नुकसान न पहुंचे। प्लास्टिक या पॉलिथीन से बनी मूर्तियों का विसर्जन जल स्रोतों को प्रदूषित करता है, इसलिए इससे बचें।
सभी परिवार वालों के साथ मिलकर पूजा करें
गणेश चतुर्थी पर परिवार के सभी सदस्य मिलकर पूजा करें। इससे परिवार में एकता बढ़ती है और भगवान की कृपा सभी पर समान रूप से होती है। साथ ही बच्चे भी इस त्योहार की सांस्कृतिक और धार्मिक महत्ता को समझ पाते हैं।
दया और प्रेम भाव से पूजा करें
पूजा केवल रूटीन नहीं है, बल्कि भगवान के प्रति आपका प्रेम और भक्ति है। अपने मन से पूरी श्रद्धा और प्रेम भाव लेकर पूजा करें। इससे भगवान से रिश्ता मजबूत होता है और हर समस्या दूर होती है।
पारंपरिक भजन-कीर्तन और आरती का आयोजन करें
पूजा के दौरान भजन-कीर्तन और आरती जरूर करें। इससे वातावरण दिव्य और पवित्र बनता है। आरती के बाद आपसी संबंधों में भी मिठास आती है और मन प्रसन्न रहता है।
गणेश चतुर्थी पर बप्पा को घर लाना और उनकी पूजा करना अत्यंत शुभ और फलदायक होता है। उपरोक्त 12 नियमों का पालन करने से आपकी पूजा पूरी विधि से संपन्न होगी और भगवान गणेश की कृपा से आपकी हर मनोकामना पूरी होगी। इस पावन पर्व पर बप्पा को अपने घर लाएं और खुशियों का स्वागत करें।