मेहंदी लगाने से पहले फॉलो करें शहनाज़ हुसैन के टिप्स, खूब चढ़ेगा रंग
punjabkesari.in Saturday, Sep 11, 2021 - 01:13 PM (IST)
मेहंदी हर महिला की पहली पसन्द होती है। मेहंदी को सोलह श्रृंगार में से एक माना जाता है। साथ ही मेहंदी को प्राचीन समय से हर भारतीय त्योहार में शुभ शगुन के तौर पर उपयोग किया जाता रहा है। शादी, रक्षाबन्धन, ईद, तीज, गणेश उत्सव और करवा चौथ जैसे पवित्र त्योहार मेहंदी के बिना अधूरे माने जाते हैं। हालांकि मेहंदी का उपयोग पारंपरिक तौर पर सदियों से किया जा रहा है लेकिन आजकल महिलाओं में अलग-अलग डिज़ाइन में मेहंदी लगाने का क्रेज कुछ ज्यादा ही बढ़ गया है। मेहंदी को दैविक गुणों से भरपूर माना जाता है। हाथों पर लाल सुर्ख रंग की मेहंदी जहां आपके श्रृंगार को पूरा करती है वहीं आपकी जिन्दगी में धन सम्पति, प्यार आदि सुखों की लालिमा बिखेर देती है।
मेहंदी के प्रति महिलाओं का आकर्षण जगजाहिर है। तीज, दीपावली करवाचौथ जैसे अनेक भारतीय त्योहारों में मेंहदी का रंग सिर चढ़ कर बोलता है। इन त्योहारों से पहले महिलाएं खासकर किशोरियां आकर्षण डिजाइन की मेहंदी लगाने के लिए मार्किट में घंटों अपनी बारी का इंतजार करती है। शादी से एक दिन पहले मेहंदी की रात मानी जाती है। जहां वधू तथा उसके परिवार की महिलाओं हाथों-पावों तथा कंधों पर बड़े चाव से मेहंदी लगवाती है। सौंदर्य के अलावा मेहंदी औषधीय गुणों से भरपूर मानी जाती है। आधुनिक रिसर्च में यह पाया गया है कि मेहंदी लगाने से तनाव कम होता है। चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में लेखिका अन्तर्राष्ट्रीय ख्याति प्राप्त सौन्दर्य विशेषज्ञ तथा हर्बल क्वीन शहनाज हुसैन के मेहंदी को लगाने व गाढ़ा करने से जुड़े कुछ खास टिप्स बताते हैं...
मेहंदी में मिलाएं ये चीजें
- मेहंदी के गाढ़े रंग कुछ साधारण उपाएं के अपनाने से आसानी से पाए जा सकते है। इसके लिए मेहंदी के पेस्ट बनाने के लिए मेहंदी की सुखी पत्तियों के पाउडर को कपड़े या छन्नी से छान लें। इससे इसका मिश्रण मुलायमदार बनेगा। इस मिश्रण में रंग निखारने के लिए नींबू की कुछ बूंदे डाल लीजिए। उस मिश्रण को आप प्लास्टिक चम्मच की मदद से कांच के गिलास या प्लास्टिक की कटोरी में रख सकती है। इस मिश्रण में चीनी मिला लीजिए। मिश्रण में चीनी मिलाने से मेहंदी लंबे समय तक त्वचा पर लगी रहती है तथा जल्दी से ड्राई होकर नीचे नहीं गिरती।
- मेहंदी का गाढ़ा रंग पाने के लिए एक कटोरी में नींबू का जूस तथा चीनी के साथ ही मिश्रण में काफी या चाय का पानी मिलाया जाता है। इस मिश्रण को गर्म पानी में डालकर पेस्ट बना लीजिए। मिश्रण में कुछ बूंदे मोगरे का तेल डालिए। मिश्रण को एयर टाइट जार में रखकर रात भर रेफ्रिजरेटर में रखिए। अगले दिन आप इस मिश्रण के कुछ हिस्से में गाढ़ा भूरा रंग पाने के लिए मेहंदी में अखरोट के छिलकों की भूसी मिलाया जाता है। इससे इसका रंग लंबे समय तक बना रहता है। आपकी मेहंदी बनकर तैयार है। आप इसे लगा सकती है।
करीब 3 घंटे तक लगाएं मेहंदी
मेहंदी को कम से कम 3 घंटे तक लगा रहने दीजिए। इसी बीच इसमें नींबू जूस की बूंदों तथा चीनी लगाएं। यदि किसी हिस्से में मेहंदी के टुकडे़ गिरना शुरू हो तो उस जगह पर नया मेहंदी पेस्ट लगा दीजिए। मेहंदी का पेस्ट जितना ज्यादा समय अंगों पर चिपका रहेगा। मेहंदी का रंग उतना ही गहरा निखर कर आएगा। मेंहदी पेस्ट के सूख जाने के बाद इसे स्क्रब करके हटाएं। हाथों को पानी से नहीं धोना चाहिए। मेहंदी के गहरे तथा गूढ़े रंग के लिए हाथों को कम से कम 12 घंटे तक पानी से दूर रखें।
मेहंदी सूखने पर ना करें ये काम
- हाथों पर लगी मेहंदी छुड़ाने के लिए साबुन एवं पानी का इस्तेमाल न करें। मेहंदी को हाथों पर 8 -10 घंटे लगा रहने दें। बाद में धीरे से रगड़ते हुए मेहंदी को छुड़ा कर हाथों पर सरसों तेल की मालिश करें। इससे मेहंदी का गहरा रंग लंबे समय तक टिका रहेगा।
मेहंदी का रंग गाढ़ा करने के लिए
अगर आप मेहंदी के रंग को सुर्ख लाल करना चाहती हैं तो आप लौंग की भाप ले सकती हैं। जब मेहंदी सूख जाए तो इसे हाथों से हल्के-हल्के से रगड़ कर उतारने के बाद लौंग को तवे पर रखकर इसकी हाथों को भाप दें। इससे मेहंदी का रंग गहरा हो जाएगा।
नाखूनों पर मेहंदी लगाने के लिए
यदि आप नाखूनों पर मेंहदी लगानी चाहती है तो आप नाखूनों को ट्रिम करके उन्हें साफ कर लीजिए। नाखूनों को गर्म पानी में 10 से 15 मिनट तक डुबोए जिससे नाखून तथा उनमें सटी त्वचा मुलायम हो जाएगी। साथ ही उन पर मेहंदी लगाने से ये आसानी से सोख जाएगी। मेहंदी लगाने के लिए आप टूथपिक, माचिस की तिल्ली, कोन आदि इस्तेमाल कर सकती है।
मेहंदी लगाने के फायदे
- मेहंदी के अनेक औषधीय लाभ है। आर्युवैदिक विधि के अनुसार मेहंदी के बेहतरीन एंटी-सैप्टिक माना जाता है। इससे त्वचा की एलर्जी तथा गर्मियों में त्वचा पर चकते, घमौरियों आदि के उपचार पर भी किया जाता है। आर्युवैदिक में मेहंदी को जलन, खरोच, घाव तथा त्वचा सूजन के उपचार में भी प्रयोग किया जाता है।
- बालों में मेहंदी लगाने से बालों की रूसी, सिर में फोड़े फूंसी, खुजली आदि बीमारियों से उपचार होता है। वास्तव में मेहंदी को प्राकृतिक क्लींजर माना जाता है जो कि अनेक बीमारियों का उपचार करती है।
इन बातों का रखें ध्यान
यह ध्यान रखें की नेचुरल पत्तों वाली मेहंदी का ही उपयोग करें। त्योहारों के दौरान मेहंदी की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए बाजार में कैमिकल्स युक्त मेहंदी का उपयोग किया जाने लगता है। इससे त्वचा में जलन, सूजन, खुजली आदि से नुकसान पहुंचता है। इसके अलावा कभी भी सस्ती मेहंदी के चक्कर में न फंसे क्योंकि सिंथेटिक मेहंदी का लंबे समय तक इस्तेमाल करने से कैंसर जैसे भयानक रोग का खतरा हो सकता है। ज्यादातर अच्छी क्वालिटी के ब्रांडेड मेहंदी का ही उपयोग करें।