हरतालिका तीज का रख रही हैं व्रत तो पहले जान लें ये खास नियम
punjabkesari.in Tuesday, Sep 07, 2021 - 02:44 PM (IST)
हिंदू धर्म में तीज का त्योहार बेहद ही महत्व रखता है। ये शुभ तिथियां सालभर में तीन आती है। वहीं भाद्रपद के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरतालिका तीज का पर्व मनाया जाता है। इस बार यह शुभ तिथि 9 सितंबर को पड़ रही है। मान्यता है कि इन दिन भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा करने से विशेष फल की प्राप्ति होती है। वहीं इन दौरान व्रत रखने के कुछ कार्यों को करने से बचना चाहिए। नहीं तो व्रत का पूरा फल नहीं मिलता है। चलिए है उन कार्यों के बारे में...
गुस्सा करने से बचें
व्रत के दौरान महिलाओं को शांत व खुश रहना चाहिए। इसलिए दिमाग शांत रखने के लिए महिलाएं खासतौर पर हरितालिका तीज पर हाथों पर मेहंदी लगाती है।
व्रत दौरान कुछ खाने-पीने से बचें
हरितालिका तीज को निराहार व निर्जला रखा जाता है। इसलिए व्रत में कुछ भी खाने-पीने की गलती ना करें। पौराणिक कथाओं अनुसार, इस दिन महिलाएं व्रत के दौरान जो अन्न व पदार्थ खाती है उसका अगले जन्म उसी योनि में होता है। ऐसे में व्रत को तोड़ने की गलती ना करें।
रात में सोएं ना
मान्यता है कि हरितालिका तीज पर राजभर जागकर जागरण करना चाहिए। इस व्रत में आठों प्रहर पूजा करना शुभ माना जाता है। कहा जाता है इस दौरान रात को सो जाने से अगले जन्म में अजगर या मगरमच्छ की योनि मिलती है। इसलिए व्रती रातभर जाकर जागरण करें।
दूध ना पीएं
यह व्रत निर्जला रखा जाता है। ऐसे में इस दौरान दूध पीने से भी बचें। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, तीज के व्रत में दूध पीने से व्यक्ति अगले जन्म में सांप बनता है।
पति से लड़ाई ना करें
हरितालिका तीज का पावन व्रत पति की लंबी उम्र की कामना से रखा जाता है। इसलिए दिन खासतौर पर घर में शांत व खुशीभरा माहौल रखें।
किसी का भी अपमान करने की गलती ना करें
वैसे तो हर समय ही अपनी वाणी यानि जुबान पर नियंत्रण रखना चाहिए। मगर हरितालिका तीज का व्रत रखने वाली महिलाएं इस दिन खासतौर पर किसी का अपमान करने से बचें। मान्यता है कि इससे व्रत का फल नहीं मिलता है।
एक बार व्रत रखने पर जीवनभर रखें
मान्यता है कि हरितालिका तीज का व्रत एक बार शुरु करने पर उसे जीवनभर रखना पड़ता है। वहीं महिला के बीमार होने पर उनका पति यह व्रत रख सकता है।
कथा सुनना जरूरी
कोई भी व्रत कथा सुनने के बाद ही सफल माना जाता है। इसलिए हरितालिका तीज की पूजा करने के बाद कथा सुनें या पढ़ें।
मन में न लाएं हीन भावना
व्रत के दौरान किसी के प्रति हीन भावना ना रखें। माना जाता है कि इससे व्रत का फल नहीं मिलता है। मन में हर समय अच्छे ख्याल ही लाएं। साथ ही पूरा दिन भगवान जी की भक्ति में बीताएं।
फल खाना भी मना
जैसे कि हमने पहले ही बताया है कि हरितालिका तीज के व्रत में कुछ खाया-पिया नहीं जाता है। इसलिए इस दिन अन्न, फल आदि खाने से बचें।