दिल्ली में खुला पहला टिफनी एंड कंपनी स्टोर, जानिए इस ब्रांड से जुड़ी 10 बातें
punjabkesari.in Friday, Jan 31, 2020 - 12:25 PM (IST)
स्टेशनरी से लेकर सगाई की अंगूठी तक के लिए फेमस ब्रांड टिफनी एंड कंपनी अब भारत में भी खुल गया है। रिलायंस के साथ करार करने के बाद भारत का पहला स्टोर 25 जनवरी, 2020 को नई दिल्ली के द चाणक्य मॉल मेें खुल गया है। फिलहाल भारत में स्टोर खोलने के लिए दिल्ली और मुंबई की जगह को चुना गया था और जल्द ही मुंबई में भी इसका स्टोर खुल जाएगा। चलिए इस मौके पर आज हम आपको टिफनी एंड कंपनी के बारे में 10 ऐसी बातें बताएंगे जिन्हें आप भी जानना चाहेगें।
टिफनी एंड कंपनी की शुरुआत 1837 में चार्ल्स लुईस टिफ़नी और जॉन बी यंग ने ब्रुकलिन में की थी। 183 साल पुराने इस ब्रांड में स्टेशनरी व फैंसी समान बेचा जाता है।
टिफनी की सिग्नेचर टील शेड पैनटोन नंबर 1837 से रजिस्टर है। इस पर उनका कॉपीराइट है। यह नेपोलियन III की पत्नी महारानी यूजनी डी मोती जियो से प्रेरित थी, जो कि 19 वीं सदी की सबसे बड़ी फैशन आइकन रही है।
ब्लू बॉक्स जो रोमांटिक इशारों के साथ दोबारा प्रयोग व टिकाऊ होना का प्रतीक है। यह बॉक्स हर हीरे प्रेमी का सपना सच करती हैं। इस स्टोर में एक ही ऐसी चीज होती है जिसे पैसे के साथ नही खरीदा जा सकता है, क्योंकि इस बॉक्स को बेचा नही जाता है।
ब्रेकफास्ट ऐट टिफनी ऐसी पहली फिल्म थी जो कि स्टोर के अंदर शूट की गई थी, इस स्टोर को 40 सुरक्षा गार्डों के साथ सुरक्षित किया गया था।
ब्रेकफास्ट ऐट टिफनी फिल्म से प्रेरित होकर स्टोर ने अपने कैफे- द ब्लू बॉक्स कैफे की शुरुआत की थी।
टिफनी एंड कंपनी की कुल संपत्ति 10.76 बिलियन डॉलर से अधिक हैं।
इस स्टोर पर स्टेशनरी से लेकर सगाई की अंगूठी तक सब कुछ मिलता है। इन प्रोडेक्ट्स को बहुत ही कम दाम पर बेहतरीन शिल्पकारों द्वारा बनाया जाता है।
प्रियंका चोपड़ा की ब्राइडल शॉवर ज्यूलरी 9.8 करोड़ से अधिक की थी। इतना ही नही उन्होंने अपना ब्राइडल शावर कैफे में सेलिब्रेट किया था। वहीं हॉलीवुड से लेकर रेड कॉर्पेट तक कई बॉलीवुड और हॉलीवुड सितारे इसके इतिहास का हिस्सा बन चुके है।
कोहनूर के बाद खोजा गया टिफनी का पीले रंग का डायमंड सबसे बड़ा था। इसके कैरेट का वजन 287.42 कैरेट था। इसे 128.54 कैरेट के कुशन आकार में काटा गया था। ऑड्रे हेपबर्न के बाद, लेडी गागा ही ऐसी महिला है जिन्होंने ऑस्कर के लिए इसे पहना था।
1860 के दशक में सिविल युद्ध के दौरान टिफनी ने तलवार, झंड़ों व सर्जिकल उपकरण की भी स्पलाइ की थी।