आजाद भारत की पहली महिला मुख्यमंत्री थी सुचेता कृपलानी

punjabkesari.in Monday, Aug 13, 2018 - 05:11 PM (IST)

इतिहास इस बात का गवाह कि शुरू से ही महिलाए समाज में किसी न किसी तरीके से अपनी भागीदारी देती आ रही हैं। फिर चाहे बात स्वतंत्रता का हो या फिर राजनीति की। आज हम जिस महिला की बात कर रहे हैं, उनका नाम है सुचेता कृपलानी। वह अजाद भारत में किसी राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री थी। इसके अलावा स्वतंत्रता आंदोलन में भी उन्होंने अपना अहम योगदान दिया था। 

 

बंगाली परिवार में जन्मी सुचेता जी ने दिल्ली के इंद्रप्रस्थ कॉलेज से अपनी पढ़ाई की। ग्रेजुएशन करने के बाद वे बनारस हिंन्दू यूनिवर्सिटी में पढ़ाई करने के लिए चली गईं। आजादी के लड़ाई लड़ने वाले आचार्य जे बी कृपलानी जब इसके लिए वालंटियर्स ढूंढ रहे थे तो उनकी मुलाकार सुचेता जी से हुई। वह गांधी जी के बहुत करीबी शिष्य थे। इसके बाद दोनों एक-साथ काम करने लगे और फिर शादी का फैसला कर लिया। कृपलानी और सुचेता के बीच उम्र का 20 साल का फासला था। उनकी शादी के लिए परिवार वाले नहीं मान रहे थे। खुद गांधी जी भी इस रिश्ते के खिलाफ थे। 

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दोनो ने शादी कर ली और सुचेता ने भारत छोड़ो आन्दोलन में भी हिस्सा लिया। ऑल इंडिया महिला कांग्रेस की स्थापना की। 1942 में जब गांधी जी अनशन कर रहे थे तो कांग्रेस के हर नेता के खिलाफ अरेस्ट वारेंट जारी हो चुके थे। जिसमें सुचेता जी का भी नाम था। जब गांधी जी की तबीयत खराब हुई तो सुचेता जी ने होम सेक्रेटरी से उन्हें मिलने की गुजारिश की। गांधी जी से मुलाकात करने के बाद उन्हें अरेस्ट तो नहीं किया गया लेकिन मुबंई छोड़ने की बात कही गई। 

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आजादी के लिए वह हर तरह से सक्रिय रही। आजादी के बाद राजनीति में उन्होने पूरी सहयोग दिया। उनके नाम आजादी के बाद राज्य की पहली महिला मुख्यमंत्री होने का रिकॉर्ड भी है। सुचेता के बाद उत्तर प्रदेश की दूसरी महिला मुख्यमंत्री बनने का रिकॉर्ड मायावती के नाम है। 


 


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Content Writer

Priya verma

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