साल का पहला चंद्र ग्रहण, नहीं लगेगा सूतक, ना ही होगा कोई परहेज
punjabkesari.in Sunday, Jan 05, 2020 - 11:42 AM (IST)
10 जनवरी 2020 को साल का पहला चंद्र ग्रहण लगने जा रहा है। भारत के अलावा यह ग्रहण ऑस्ट्रेलिया, अफ्रीका और यूरोप में भी देखने को मिलेगा। चंद्रमा और सूरज के बिना धरती पर जीवन संभव नहीं हैं। ऐसे में भला इन दो सबसे जरुरी ग्रहों पर ग्रहण क्यों लगता है? आइए जानते हैं विस्तार से...
ग्रहण चाहे सूरज को लगे या चंद्रमा को, ज्योतिष और वैज्ञानिक दोनों तौर पर इसका विशेष महत्व है। इन दोनों के अनुसार जब धरती घूमते-घूमते सूरज और चंद्रमा के बीच आ जाती है, तब चंद्र या फिर सूर्य ग्रहण लगता है। हिंदू धर्म में ग्रहण का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं हिंदू धर्म के मुताबिक ग्रहण के वक्त किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहता।
ग्रहण से जुड़ी मान्यता
ग्रहण के वक्त भोजन करने से व्यक्ति कई तरह के शारीरिक रोग की चपेट में आता है। मान्यता है कि ग्रहण के दौरान व्यक्ति जितने अन्न के दाने खाता है उसे उतने वर्ष नर्क में गुजारने पड़ते हैं। हालांकि यह जो ग्रहण लगने जा रहा है, इसमें कुछ खास नियमों का ध्यान रखने की जरुरत नहीं है क्योंकि यह ग्रहण एक तरह का
उपछाया चंद्र ग्रहण है। शास्त्रों के अनुसार इस तरह के उपछाया वाले ग्रहण को ग्रहण की श्रेणी में नहीं रखा जाता।
मंदिर के कपाट
जब भी किसी तरह का ग्रहण लगता है तो मंदिर के कपाट तक बंद कर दिए जाते हैं। मगर उपछाया वाले ग्रहण के दौरान ऐसा नहीं होता। न तो मंदिर के कपाट बंद होते हैं और न ही किसी खास धार्मिक कार्य के लिए मनाही की जाती है। मगर फिर भी अगर आप चाहें तो कुछ खास बातों का ध्यान रखकर ग्रहण के प्रभाव को कम कर सकते हैं। जैसे कि...
फल, फूल या लकड़ी
ग्रहण के दौरान किसी भी तरह का फल, फूल या लकड़ी को नहीं तोड़ना चाहिए। हिंदू मान्यताओं के अनुसार ऐसा करना अशुभ माना जाता है। भले ही यह उपछाया वाला ग्रहण है, इसमें किसी शुभ कार्य की मनाही नहीं होती, मगर ग्रहण को ग्रहण ही है, इस दौरान यदि आप कोई भी शुभ कार्य करते हैं, तो उसका फल आपको भरपूर रुप में नहीं मिल पाता। इन सब के अलावा यदि आप ग्रहण के दौरान बालों में कंघी करते हैं, या फिर बाल धोते हैं तो इसका बुरा प्रभाव आपके ऊपर पड़ता है।
गर्भवती महिलाएं
गर्भवती महिलाओं को चंद्र ग्रहण के दौरान कुछ खास बातों का ध्यान जरुर रखना चाहिए। जैसे कि ग्रहण के समय कैंची, चाकू आदि का इस्तेमाल बिल्कुल नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से मां और बच्चे दोनों पर गलत असर पड़ता है। सिलाई से जुड़ा कोई भी काम करना गर्भवती महिला के लिए नुकसान साबित हो सकता है।
तो ये थे चंद्र ग्रहण से जुड़े कुछ खास बातें। जिन्हें ध्यान में रखकर आप कुदरत के इस खास नियम का नजारा देख सकते हैं। ग्रहण चाहे सूर्य को लगा हो या फिर चंद्रमा को, बिना चश्मे के इसे देखने से खास परहेज करें।