सुभाष घई ने मंदिरों से की 90 फीसद सोना देने की अपील, हुए ट्रोल
punjabkesari.in Saturday, May 16, 2020 - 02:10 PM (IST)
कोरोनावायरस महामारी ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है इसका कहर बढ़ता जा रहा है ऐसे में इस संकट के समय में हर कोई आगे आ रहा है हाल ही में फिल्ममेकर सुभाष घई ने भी कोरोना दान के लिए अपना सलाह दी। उन्होने देश के मंदिरों से 90 फीसद सोना दान करने की अपील है।
सुभाष घई ने ट्वीट कर लिखा, ' क्या भगवान के मंदिर जाने का ये ठीक समय नहीं है। जितने भी अमीर मंदिर हैं और जिनके पास काफी सोना है, उन्हें खुद आगे आकर सरकार को अपना 90 प्रतिशत सोना सरेंडर कर देना चाहिए जिससे उन गरीबों की मदद हो सके जो मुश्किल में है।मंदिर को भी तो ये सब लोगों ने भगवान के नाम पर दिया है। सुभाष घई ने अपने ट्वीट में PMO को भी टैग कर दिया है।
सुभाष घई के इस ट्वीट के बाद लोगों ने उन्हें खूब ट्रोल किया। लोग इस पर अपनी अलग अलग प्रतिक्रियाएं दे रहे हैं। किसी ने धर्म के साथ इस बात को जोड़ा तो वहीं किसी ने कहा कि वे खुद डोनेट कर दें।
Mr. Ghai, from Where, from Whom did your good self come to know that there is money scarscity in India.
— Hindustani 🇮🇳 (@DhBeri) May 14, 2020
Is India currently Borrowing from WB to over come this crisis ?
Is India going country to country with a begging bowl ?
the times of Nehru r over.
The question is why only temples Mr Ghai? Why no mention of all the religious centers of different faiths? Let bollywood donate 90% of their wealth first as they also got wealth from the people of this country. You should set an example.
— Rahul Adusumilli 🧢 (@irahul007) May 15, 2020
Why not mosques and churches??
— Arvind Kumar🇮🇳 (@ArvindMishraIND) May 14, 2020
Why not Waqf board??
Which is owner of third largest land share in India.
Here is list of donation given by Temple's. Show me list of donation given by Churches, Masjid's . pic.twitter.com/yy38KWbr6s
— bharatbonapart (@bharatbonapart1) May 14, 2020
लोगों ने जब सुभाष घई को खूब खरी खोटी सुनाई तो उन्होनें अपने ट्वीट के लिए माफी मांगी उन्होने लिखा, 'मुझे दुख और अफसोस हुआ है कि कुछ लोगों को मेरे ट्वीट के मतलब को गलत समझा गया है। जब मैंने अमीर मंदिरों की बात की है तो इसमें सभी धर्मों के देवाओं के देवालय शामिल हैं। इससे किसी धर्म विशेष का जिक्र नहीं किया है। अगर कोई आहत हुआ है तो मैं उसके लिए माफी मांगता हूं।'
I feel pained n sorry to know that I have been misunderstood thru my tweet by few people.
— Subhash Ghai (@SubhashGhai1) May 15, 2020
When I said Rich temples I meant temples of all gods of all religions. Not a particular one. It was pure a thought on universal human ground. My apologies if any one is hurt. 🙏🏽