मिसालः बच्चे का साल ना हो बर्बाद, पिता ने 105 KM साइकिल चलाकर पहुंचाया परीक्षा केंद्र
punjabkesari.in Thursday, Aug 20, 2020 - 02:05 PM (IST)
इस कोरोना काल में लोगों को एक जगह से दूसरी जगह आने-जाने के लिए काफी दिक्कत हो रही है और इसी बीच एक ऐसी तस्वीर सामने आई कि सब हैरान रह गए। दरअसल मध्य प्रदेश के धार जिले के गांव का रहने वाला एक व्यक्ति अपने बेटे को 10वीं की परीक्षा दिलाने के लिए साइकिल पर ही निकल पड़ा और 105 किलोमीटर का सफर तय कर वह पिता अपने बेटे को लेकर परीक्षा केंद्र पहुंचा।
3-4 दिन का खाना भी लिया साथ
दरअसल 10वीं और 12वीं में फेल हुए बच्चों को मप्र प्रदेश सरकार ने ,'रूक जाना नहीं' के तहत पास होने का एक और मौका दिया है और लड़के के 3 पेपर इकट्ठे हैं और इसके लिए 3-4 दिन वहीं रहना है और इस के कारण वह पिता परीक्षा के एक दिन पहले ही सोमवार को अपने घर से निकल पड़ा और साथ में 3-4 दिन का खाना भी पैक करवा लिया। परीक्षा केंद्र रवाना होने के लिए पिता और बेटे ने सफर शुरू किया लेकिन इस बीच वह कईं जगहों पर रूके भी लेकिन उस पिता ने अपने बेटे को मंगलवार सुबह सही समय पर परीक्षा केंद्र पहुंचा दिया।
साइकिल के अलावा नहीं था कोई और साधन
कोरोना काल के कारण कई महीनों से बस सेवा बंद है और इस पिता के पास अपने बेटे की परीक्षा दिलवाना भी जरूरी था लेकिन पैसों की तंगी होने के कारण पिता टैक्सी भी नहीं कर सकता था इसलिए पिता ने साइकिल लिया और परीक्षा केंद्र तक का सफर शुऱू कर दिया। सोशल मीडिया पर इस पिता की तस्वीरें वायरल हो रही हैं और लोग पिता के इस जज्बे को सलाम कर रहे हैं।
बेटे को अफसर बनाना चाहता है पिता
इस पिता का एक ही सपना है कि उनका बेटा बड़े होकर अफसर बने और बेटे का साल बर्बाद न हो इसलिए पिता ने किसी से 500 रूपए उधार लिए और खाने का इंतजाम भी किया।