किसानों का अनोखा प्रदर्शन! कहीं बंट रही हरी जलेबियां तो कहीं निकल रही बारात

punjabkesari.in Wednesday, Dec 30, 2020 - 01:09 PM (IST)

देश के लोगों का पेट पालने वाला किसान आज अपने हक के लिए और अपनी मांगों के लिए सड़कों पर इतनी कड़ाके की ठंड में भी प्रदर्शन कर रहा है। केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों का गुस्सा ठंडा होने का नाम नहीं ले रहा है। वह एकजुट होकर सरकार के सामने खड़े हो गए हैं और आर या पार की मांग कर रहे हैं। वहीं इस दौरान सोशल मीडिया पर इस प्रोटेस्ट से जुड़ी ऐसी बहुत सी तस्वीरें सामने आ रही हैं जो हमें एकता के बारे में तो सीख दे ही रही हैं साथ ही में यह भी बता रही है कि हमें कैसे मुश्किल समय में भी हंस कर इस समय का सामना करना सकते हैं।

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कोई बांट रहा जलेबी तो कोई...

दरअसल किसानों के इस प्रदर्शन के दौरान कोई हरी जलेबी बांट रहा है तो कोई दूल्हे समेत बारात निकाल रहा है। देश के बहुत सारे हिस्सों में किसान प्रदर्शन कर रहे हैं। पंजाब के मोहाली में भी किसान प्रदर्शन जारी है। इतना ही नहीं यहां तो किसान जलेबी बांट रहे हैं। इस प्रदर्शन की जलेबी इसलिए भी खास है क्योंकि किसान हरी रंग की जलेबी बांट रहा हैं। 

इसलिए बांट रहे हरी रंग की जलेबी 

हरी जलेबी को बांटने का एक कारण यह है कि हरा रंग किसानों की फसल से जुड़ा है। यह वो रंग है जिसके कारण आज वो अपने नाम से जाने जाते हैं। सोशल मीडिया पर एक ऐसी ही तस्वीर वायरल हो रही है जिसमें किसान हरी जलेबी बांट रहे हैं और लोग भी इसे खाने के लिए इकट्ठा हो रहे हैं। 

पांच क्विंटल जलेबियां बांटी जा रही 

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मीडिया रिपोर्टस की मानें तो किसान पिछले कुछ दिन से जलेबी बांट रहे हैं और वह रोज लगभग पांच क्विंटल जलेबियां बांटते हैं। वह हरे रंग की जलेबी को शांति और हरित क्रांति का प्रतीक मानते हैं। 

कहीं निकाली जा रही बारात 

वहीं इस प्रदर्शन में किसी ने अगर जलेबी बांटी तो कुछ युवाओं ने बारात ही निकाल दी। अपनी बात सरकार और लोगों के सामने दिलचस्प तरीके से रखने के लिए इन युवाओं ने इस तरीके का सहारा लिया। इतना ही नहीं इसमें एक शख्स ने दूल्हे की ड्रेस पहनी और उसे ट्रेक्टर पर बिठाकर घुमाया भी गया। 

किसान कर रहे लगातार मांगें 

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आपको बता दें कि किसान सरकार के खिलाफ खड़े होकर अपनी मांगों के लिए लगातार आवाज उठा रहे हैं। किसानों की मांग है कि केंद्र इन बिलों को खत्म करे और न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) को कानूनी मान्यता दें। वहीं वह यह भी चाहते हैं कि किसानों की फसलों की भी गारंटीड खरीद होनी चाहिए क्योंकि किसान फसलों के लिए अपनी पूरी पूंजी लगा देते हैं। 


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Content Writer

Janvi Bithal

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