प्रेमानंद जी महाराज के चरणों में झाड़ू लगाता दिखा WWE का मशहूर रेसलर, इनपर बन चुकी है फिल्म
punjabkesari.in Tuesday, Nov 04, 2025 - 03:56 PM (IST)
नारी डेस्क: कभी दुनिया की सबसे बड़ी रेसलिंग रिंग में दहाड़ने वाला पहलवान आज साधु के वेश में झाड़ू लगा रहा है। जी हां, बात हो रही है भारत के पूर्व WWE रेसलर रिंकू सिंह उर्फ़ ‘वीर महान’ की। सोशल मीडिया पर उनका एक वीडियो इन दिनों जमकर वायरल हो रहा है, जिसमें वे वृंदावन में प्रेमानंद जी महाराज के आश्रम में झाड़ू लगाते दिखाई दे रहे हैं। वीडियो ने फैंस को भावुक कर दिया है एक ऐसा रेसलर, जो कभी अपनी ताकत के लिए मशहूर था, अब विनम्रता और सेवा की मिसाल बन गया है।
वीडियो में दिखा वीर महान का आध्यात्मिक रूप
इस वायरल वीडियो की शुरुआत रिंकू सिंह के रेसलिंग और बेसबॉल करियर की झलकियों से होती है जब वे ताकत और जोश से भरे हुए थे। लेकिन कुछ ही पलों बाद दृश्य बदलता है, और वही रिंकू सिंह साधु के वस्त्र, माथे पर तिलक और हाथ में झाड़ू लिए आश्रम में सेवा करते नज़र आते हैं। वीडियो के साथ एक खूबसूरत लाइन भी जुड़ी है “बेसबॉल, WWE से वृंदावन तक – रिंकू सिंह का आध्यात्मिक मोड़।” यह वाक्य उनके जीवन के उस अप्रत्याशित सफर को बखूबी बयान करता है, जहां एक खिलाड़ी ने बाहरी ताकत से ज्यादा आत्मिक शक्ति की तलाश की।
फैंस बोले – “वीर महान नहीं, अब संत महान हैं!”
वीडियो के सामने आने के बाद फैंस के कमेंट्स की बाढ़ आ गई। किसी ने लिखा, “यह है सच्ची महानता जब शक्ति सेवा में झुके।” तो किसी ने कहा, “खली के बाद भारत का सबसे प्रेरक पहलवान।” लोगों को यह देखकर आश्चर्य हुआ कि जिस शख्स ने WWE की रिंग में जॉन सीना जैसे सुपरस्टार्स से मुकाबला किया, वही अब प्रेमानंद जी महाराज के चरणों में झाड़ू लगाकर सेवा कर रहा है।
एक फिल्म के हीरो भी हैं रिंकू सिंह
रिंकू सिंह की ज़िंदगी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है बल्कि सच कहें तो उन पर फिल्म बन चुकी है! साल 2014 में डिज़्नी ने उनकी कहानी पर ‘Million Dollar Arm’ नाम की फिल्म बनाई थी। यह फिल्म उस हकीकत को दिखाती है कि कैसे उत्तर प्रदेश के एक छोटे से गांव से निकला लड़का अमेरिका पहुंचकर पहला भारतीय प्रोफेशनल बेसबॉल खिलाड़ी बना। वो एक रियलिटी शो के जरिए चुने गए थे और 87 मील प्रति घंटे की रफ़्तार से गेंद फेंककर सबको चौंका दिया था।
WWE में ‘वीर महान’ बनकर छाए
रिंकू सिंह ने 2018 में WWE में एंट्री ली और रिंग में नाम रखा ‘Veer Mahaan’। उनका देसी लुक — माथे पर तिलक, रुद्राक्ष की माला और धोती से प्रेरित पोशाक — ने उन्हें बाकी पहलवानों से बिल्कुल अलग पहचान दी। उन्होंने कई बड़े मुकाबले खेले और दुनिया को भारतीय योद्धा की असली ताकत दिखाई।
आध्यात्मिक गुरु प्रेमानंद जी महाराज से मुलाकात
वीडियो का सबसे भावुक पल वो है, जब वीर महान प्रेमानंद जी महाराज के सामने हाथ जोड़कर खड़े होते हैं। महाराज उनसे कहते हैं “अगर तुम्हें लगता है कि तुम इस संसार के लायक हो गए हो, तो आओ।” जिस पर रिंकू मुस्कुराते हुए जवाब देते हैं,
“लगने लगा है…” यह संवाद केवल एक बातचीत नहीं, बल्कि एक आत्मिक स्वीकार जैसा लगता है कि उन्होंने अब जीवन का असली उद्देश्य खोज लिया है।
रिंकू सिंह की यात्रा का संदेश
रिंकू सिंह की कहानी यह बताती है कि असली महानता रिंग जीतने में नहीं, बल्कि खुद को जीतने में है। उन्होंने साबित किया कि चाहे आप कितनी भी ऊंचाइयों पर क्यों न पहुंचें, विनम्रता और सेवा का मार्ग ही सच्ची सफलता का रास्ता है। WWE की चमकदार दुनिया से निकलकर वृंदावन की धूल तक का यह सफर हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है जो जीवन में शांति, सच्चाई और सादगी की तलाश में है।

