शुगर के मरीज को आंखों की कौन-सी बीमारी हो सकती है? जानिए बचाव कैसे करें
punjabkesari.in Tuesday, Aug 26, 2025 - 07:44 PM (IST)

नारी डेस्क: डायबिटीज सिर्फ ब्लड शुगर बढ़ाने वाली बीमारी नहीं है, बल्कि यह शरीर के कई अंगों को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा सकती है। खासकर आंखें इस बीमारी से काफी प्रभावित होती हैं। कई बार मरीजों को समय पर लक्षणों का पता नहीं चलता और जब तक इलाज की जरूरत महसूस होती है, तब तक नुकसान हो चुका होता है। इस लेख में जानिए कि डायबिटीज आंखों को कैसे नुकसान पहुंचाती है, कौन-कौन सी बीमारियां हो सकती हैं और उनके लक्षण क्या होते हैं।
डायबिटिक रेटिनोपैथी (Diabetic Retinopathy)
डायबिटीज के कारण आंखों की सबसे आम और गंभीर बीमारी डायबिटिक रेटिनोपैथी होती है। इसमें आंख के पिछले हिस्से यानी रेटिना की ब्लड वेसल्स डैमेज हो जाती हैं।
लक्षण
धुंधला दिखना
आंखों के सामने तैरते धब्बे (floaters)
अचानक रोशनी कम हो जाना
रंगों को पहचानने में परेशानी
कभी-कभी अंधापन भी हो सकता है
डायबिटिक मैक्युलर एडीमा (Diabetic Macular Edema)
रेटिनोपैथी का अगला स्टेज मैक्युलर एडीमा हो सकता है, जिसमें रेटिना के केंद्रीय हिस्से (मैक्युला) में सूजन आ जाती है। सीधी रेखाएं टेढ़ी नजर आना, पढ़ने में दिक्कत। सेंटर में धुंधला या धब्बेदार दिखना, ग्लूकोमा (Glaucoma) डायबिटीज के कारण आंखों का प्रेशर बढ़ सकता है, जिससे ग्लूकोमा हो सकता है। यह ऑप्टिक नर्व को नुकसान पहुंचाता है।
लक्षण
धीरे-धीरे कम होती नजर
आंखों में दबाव या हल्का दर्द
साइड विज़न का कम होना
सिरदर्द या आंखों में जलन
मोतियाबिंद (Cataract)
डायबिटीज वाले लोगों में समय से पहले मोतियाबिंद बनने की संभावना ज्यादा होती है। इसमें आंख का लेंस धुंधला हो जाता है। धुंधली नजर, रोशनी की तरफ देखने पर चकाचौंध। रात में गाड़ी चलाने में परेशानी। चश्मा बार-बार बदलने की जरूरत।
समय पर जांच क्यों है ज़रूरी?
डायबिटीज के कारण आंखों में होने वाले बदलाव शुरू में बिना लक्षण के हो सकते हैं। इसलिए डायबिटिक मरीजों को साल में कम से कम एक बार आंखों की डाइलेटेड जांच करानी चाहिए।
कैसे रखें आंखों का ध्यान?
ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित रखें
धूम्रपान से बचें
संतुलित आहार लें और व्यायाम करें
नियमित आंखों की जांच कराएं
आंखों में कोई भी बदलाव दिखे तो तुरंत डॉक्टर से मिलें
डायबिटीज सिर्फ मीठे पर कंट्रोल करने की बात नहीं है, यह आपकी आंखों की रोशनी तक छीन सकती है। अगर आप समय रहते सावधानी बरतें और जांच कराते रहें, तो इन गंभीर बीमारियों से बचा जा सकता है। अपनी आंखों की रोशनी को बचाने के लिए अभी से सतर्क हो जाइए!