बच्चे को रखना है हेल्दी तो जरूर डालें एक्सरसाइज की आदत
punjabkesari.in Saturday, Sep 07, 2024 - 01:54 PM (IST)
नारी डेस्क: आजकल बच्चों में मोटापे की समस्या तेजी से बढ़ रही है, जो पहले के मुकाबले कहीं अधिक गंभीर रूप ले चुकी है। 95% या उससे अधिक बॉडी मास इंडेक्स वाले बच्चों में मोटापे की समस्या दो साल की उम्र से ही देखने को मिल रही है। इसके पीछे सिर्फ खानपान की आदतें ही नहीं, बल्कि कई और कारण भी हो सकते हैं। सही मात्रा में कैलोरी का सेवन शरीर के विकास के लिए आवश्यक है, लेकिन जब अधिक कैलोरी जमा होती है, तो वह फैट के रूप में बदल जाती है और मोटापे का कारण बनती है। मोटापे के कारणों में कई तत्व शामिल हो सकते हैं। जैसे अनहेल्दी डाइट और लाइफस्टाइल भी इसकी महत्वपूर्ण वजह है। इसलिए, यह जरूरी है कि हम समझें कि बच्चों में मोटापे को कैसे कंट्रोल किया जाए। इस वेब स्टोरी में हम मोटापे को कंट्रोल करने के लिए प्रभावी एक्सरसाइज और खान-पान की आदतों के बारे में चर्चा करेंगे, ताकि आपके बच्चों का जीवन स्वस्थ और खुशहाल हो सके।
मोटापे के कारण
शरीर के विकास के लिए कैलोरी की एक निश्चित मात्रा की जरूरत होती है। लेकिन जब अतिरिक्त कैलोरी का सेवन किया जाता है, तो यह शरीर में फैट के रूप में जमा हो जाती है, जिससे मोटापा उत्पन्न होता है। अलग-अलग बच्चों में मोटापे के कारण विभिन्न हो सकते हैं, जिसमें आनुवांशिक तत्व, खाने-पीने की अनहेल्दी आदतें, और जीवनशैली शामिल हैं।
एक्सरसाइज करवाए बच्चों से
बच्चों की उम्र के अनुसार व्यायाम के तरीके अलग हो सकते हैं। एक साल के बच्चे को फ्लोर पर खेलाना चाहिए, जबकि 5 साल के बच्चों को मोबाइल या टीवी से दूर रखकर शारीरिक गतिविधियों में व्यस्त रखना चाहिए। एक घंटे की एक्सरसाइज हैं शरीर के लिए बेहद ज़रूरी। लाइफ स्टाइल डिसऑर्डर और मोटापे के विशेषज्ञ डॉ. दीपांजलि पाठक के अनुसार, बच्चों को दिन में कम से कम एक घंटे शारीरिक व्यायाम करना चाहिए। इसमें ऐरोबिक एक्सरसाइज जैसे दौड़ना, कूदना, फुटबॉल और क्रिकेट शामिल हैं। सप्ताह में तीन बार मसल्स स्ट्रेंथनिंग एक्सरसाइज जैसे क्लाइम्बिंग और पुश-अप्स करनी चाहिए। जंपिंग, रनिंग, साइकिलिंग और डांसिंग जैसी बोन स्ट्रेंथनिंग एक्सरसाइज भी सप्ताह में तीन दिन करनी चाहिए।
18 साल से पहले जिम न भेजे
18 साल से पहले जिम नहीं: डॉ. दीपांजलि के अनुसार, 18 साल से कम उम्र के बच्चों को जिम का उपयोग नहीं करना चाहिए। इस उम्र में बच्चों का शारीरिक विकास और हार्मोनल चेंज तेजी से हो रहे होते हैं, और जिम की गतिविधियाँ उन्हें चोट पहुँचा सकती हैं।
खान-पान के सुझाव
हेल्दी खाना
स्वस्थ आहार बच्चों को सप्ताह के सातों दिन अलग-अलग सब्जियाँ खिलाने की कोशिश करें। शुगरी ड्रिंक्स की जगह लो फैट मिल्क, छाछ, या जूस जैसे विकल्प चुनें। घर पर खाना बच्चों के लिए घर पर ही स्वस्थ खाना तैयार करें, ताकि वे मोटापे की समस्या से बच सकें और उनकी सेहत अच्छी बनी रहे।
10-15 मिनट से हो शुरुआत
बच्चों में मोटापे को कंट्रोल करने के लिए सही खान-पान और नियमित व्यायाम की जरूरत है। एक स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से न केवल मोटापे को नियंत्रित किया जा सकता है, बल्कि बच्चों का मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य भी बेहतर हो सकता है।
शुरुआत में 10 ये 15 मिनट कसरत करवाएं।
बच्चे को पहले मेडिटेशन और वॉर्मअप करने के लिए कहें।
वॉर्मअप में उसके पसंद का गेम खेलने के लिए कहें।
फिर कसरत करके दिखाएं और उसे दोहराने के लिए कहें।
सही दिशा-निर्देशों और उपायों को अपनाकर, हम अपने बच्चों को स्वस्थ और खुशहाल जीवन की ओर बढ़ा सकते हैं।