New Year Resolutions for Parents : नए साल में हर माता-पिता काे करना चाहिए खुद से ये वादा
punjabkesari.in Tuesday, Dec 31, 2024 - 03:17 PM (IST)
नारी डेस्क: नए साल का समय नई आदतें अपनाने और बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए नए संकल्प लेने का सबसे अच्छा मौका है। माता-पिता को नए साल में कुछ संकल्प लेने चाहिए जिससे आप अपने बच्चों को बेहतर संस्कार, अनुशासन और सकारात्मक जीवनशैली दे सकते हैं। यह सिर्फ बच्चों के लिए नहीं, बल्कि पूरे परिवार के लिए एक खुशहाल और स्वस्थ जीवन की ओर कदम है। चलिए जानते हैं उन संकल्प के बारे में जिसे आप 2025 में पूरा करने की कोशिश जरूर करें।
बच्चों के साथ अधिक समय बिताने का संकल्प
बच्चों के साथ समय बिताने से उनका आत्मविश्वास बढ़ता है। यह उनके भावनात्मक और मानसिक विकास के लिए फायदेमंद है। रोज़ाना कम से कम 30 मिनट बच्चों के साथ क्वालिटी टाइम बिताएं, उन्हें सुनें और उनकी छोटी-बड़ी बातों में रुचि लें। फैमिली गेम नाइट या वीकेंड आउटिंग प्लान करें।
बच्चों को हेल्दी आदतें सिखाने का संकल्प
बचपन की आदतें बच्चों के पूरे जीवन को प्रभावित करती हैं। हेल्दी लाइफस्टाइल उनके शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए ज़रूरी है। उन्हें हेल्दी खाने की आदत सिखाएं, दिनचर्या में नियमित व्यायाम शामिल करें। स्क्रीन टाइम को कम करें और फिजिकल एक्टिविटीज को बढ़ावा दें। उन्हें नई चीज़ें सीखने के लिए प्रेरित करें जैसे आर्ट, म्यूजिक, या कोई नया खेल।
बच्चों को अनुशासन और जिम्मेदारी सिखाने का संकल्प
अनुशासन और जिम्मेदारी बच्चे को आत्मनिर्भर और संतुलित बनाते हैं। छोटे काम जैसे खिलौने समेटना, बिस्तर ठीक करना, स्कूल बैग तैयार करना सिखाएं। उन्हें पॉजिटिव अनुशासन दें, सज़ा देने की बजाय प्यार से समझाएं। उनकी भावनाओं को समझें और उन्हें रोने, हंसने या डरने की आज़ादी दें। मुश्किल समय में उन्हें यह अहसास कराएं कि आप हमेशा उनके साथ हैं।
अपने बच्चों के लिए एक सकारात्मक उदाहरण बनने का संकल्प
बच्चे अपने माता-पिता को देखकर ही आदतें अपनाते हैं। अपनी आदतों में ईमानदारी, दयालुता और अनुशासन शामिल करें। गुस्से और तनाव के समय सकारात्मक व्यवहार दिखाएं। बच्चे को समझ और सहानुभूति से भरा माहौल उनके आत्मविश्वास और खुशी को बढ़ाता है। एक खुशहाल और स्वस्थ माता-पिता बच्चों को बेहतर तरीके से परवरिश दे सकते हैं।
तकनीक के उपयोग को संतुलित करने का संकल्प
स्क्रीन टाइम अधिक होने से बच्चों की सेहत और मानसिक विकास पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है। बच्चों के लिए स्क्रीन टाइम की सीमा तय करें। परिवार के साथ "नो-गैजेट टाइम" रखें। उन्हें किताबें पढ़ने, खेल खेलने और प्रकृति के करीब जाने के लिए प्रेरित करें। बच्चों के साथ योग या मेडिटेशन करें।