ऐसी होती है मां: पति-बड़े बेटे की मौत, अब छोटे बीमार बेटे को मजदूरी कर पाल रही मनी देवी
punjabkesari.in Monday, Aug 03, 2020 - 02:03 PM (IST)
कहते हैं भगवान हर जगह मौजूद नहीं हो सकता इसलिए उन्होंने धरती पर "मां" भेजी। ममता से भरी वो मां ही होती है जो निस्वार्थ भाव से अपने बच्चों को प्यार करती हैं। वह चाहे खुद कितनी भी तकलीफें क्यों ना झेल लें लेकिन अपने बच्चे पर कोई आंच नहीं आने देती। ऐसी ही प्यार और ममता की मिसाल पेश कर रही हैं राजस्थान की रहने वाली 75 साल की मनी देवी।
30 साल के बेटे की सेवा कर रही मां
राजस्थान के गांव सुंदरपुर की रहने वाली मनी देवी 75 साल की उम्र में भी अपने छोटे बेटे कृष्ण की सेवा कर रही हैं। यही नहीं, वह मेहनत मजदूरी करके अपने 30 साल के बेटे का पेट भी पाल रही हैं। दरअसल, बीमारी के चलते उनके छोटे बेटे का एक साइड बिल्कुल काम नहीं करता, जिसकी वजह से वह एक साल से बिस्तर पर हैं। वह रोजमर्रा के काम भी मुश्किल से कर पाते हैं।
पति-बड़े बेटे की मौत के बाद भी नहीं मानी हार
पहले पति और फिर बीमारी के कारण मनी देवी ने अपने बड़े बेटे को खो दिया। इसके बाद वह टूट गई थी लेकिन रुकी नहीं। 1 साल बाद उनके छोटे बेटे अचानक बीमार हो गए और उनकी एक साइड ने काम करना बंद कर दिया। इसके बाद वह खुद काम करने निकल पड़ी। अब वह इस उम्र में मजदूरी कर घर का खर्च चलाती हैं।
घरों में झाड़ू-पोछा करके भर रही पेट
मनी देवी लोगों के घरों में झाड़ू-पोछा व बर्तन धोककर घर का गुजारा कर रही हैं। उनके घर में खाना बनाना के लिए गैस भी नहीं है इसलिए पहले वह लड़कियां बिनकर लाती हैं और फिर चूल्हे पर रोटी बनाती हैं। बीपीएल श्रेणी (गरीबी रेखा से नीचे के लोग) में आने के बाद भी उन्हें सरकार की ओर से कोई मदद नहीं मिल रही हैं। उनका कहना है, "मुझे सिर्फ कृष्ण की चिंता है कि मेरे बाद उसका क्या होगा?"
चारपाई पर गुजर रही बेटे की जिंदगी
वहीं, उनके बेटे की जिंदगी चारपाई पर गुजर रही हैं। मनी देवी के घर की हालत भी ठीक नहीं है। झुकी कमर, मुरझाई आंखें से वह सिर्फ यही प्रार्थना करती हैं कि बरसात न आए... क्योंकि बारिश में उनकी घर की छतों से पानी टपकने लगता है। ऐसे समय में बूढ़ी मां अपने बेटे के चारपाई इधर-उधर खिसकाती हैं क्योंकि इनका बेटा उठ नहीं पाता।
दिन रात बेटे की सेवा में लगी मनी देवी इतनी मुसीबतें झेलने के बाद भी सिर्फ अपने बेटे को ठीक करना चाहती हैं। उनका कहना है कि जब उनका बेटा ठीक हो जाएगा तो उनकी भी सारी चिंताएं व परेशानियां दूर हो जाएंगी।