ये सब्जियां खाने से दिमाग में घुस सकते कीड़े, खाने से पहले सावधानी जरूर बरतें
punjabkesari.in Monday, Aug 18, 2025 - 02:43 PM (IST)

नारी डेस्क : हरी सब्जियां सेहत के लिए वरदान मानी जाती हैं। पर क्या आप जानते हैं कि बारिश के मौसम में यही सब्जियां आपके लिए खतरा बन सकती हैं? कुछ पत्तेदार सब्जियों में छिपे छोटे-छोटे कीड़े और पैरासाइट्स आपके शरीर के जरिए सीधे दिमाग तक पहुंच सकते हैं। जानिए कौन-सी सब्जियों से सावधान रहना है और कैसे करें इनसे बचाव।
1. पालक (Spinach)
पालक एक बेहद पौष्टिक हरी सब्जी है, जिसमें आयरन, विटामिन्स और एंटीऑक्सिडेंट्स भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं। ये आपकी सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। लेकिन बारिश के मौसम में पालक की पत्तियों पर कीड़े और मिट्टी के साथ कुछ खतरनाक पैरासाइट्स भी चिपक सकते हैं, जिनमें सबसे खतरनाक है टॉक्सोप्लाज़मा गोंडी टॉक्सोप्लाज़मा गोंडी एक सूक्ष्म परजीवी (पैरासाइट) है, जो मिट्टी, पानी और कच्चे भोजन के जरिए आपके शरीर में प्रवेश कर सकता है। यह पैरासाइट मुख्य रूप से पालक जैसी हरी सब्जियों पर चिपका रहता है, खासकर जब वे पूरी तरह से साफ न की जाएं। अगर ये पैरासाइट शरीर में चले जाते हैं, तो वे आंतों से होते हुए रक्त प्रवाह में प्रवेश कर सकते हैं और दिमाग सहित अन्य अंगों तक पहुंच सकते हैं। इससे दिमागी संक्रमण, याददाश्त में कमजोरी, सिरदर्द, मानसिक भ्रम, थकावट और कभी-कभी गंभीर न्यूरोलॉजिकल (मस्तिष्क से जुड़ी) बीमारियां हो सकती हैं।
2. पत्तागोभी (Cabbage)
पत्तागोभी एक लोकप्रिय हरी सब्जी है, जिसे अक्सर सब्जी, सूप या सलाद में इस्तेमाल किया जाता है। इसकी परतें कई तहों में होती हैं, और बारिश के मौसम में इन परतों के बीच नमी जमा हो जाती है। इस नमी के कारण पत्तागोभी की परतों के बीच बैक्टीरिया, कीड़े और अन्य सूक्ष्म जीव छिप सकते हैं। बारिश के दौरान ये बैक्टीरिया और कीटाणु तेजी से पनपते हैं क्योंकि नमी और ठंडक इनके लिए अनुकूल माहौल प्रदान करती है। जब ऐसी पत्तागोभी बिना अच्छे से धोए या पकाए खाई जाती है, तो ये बैक्टीरिया और कीड़े आपके पेट में जाकर संक्रमण फैला सकते हैं। इसका परिणाम फूड प्वाइजनिंग (खाना खराब होने से होने वाली बीमारी), पेट दर्द, उल्टी, दस्त, और कभी-कभी गंभीर संक्रमण के रूप में हो सकता है। इसलिए पत्तागोभी की परतों को सावधानी से खोलकर, बहते साफ पानी से कई बार धोना चाहिए ताकि अंदर छिपे हुए कीड़े और बैक्टीरिया हट जाएं। इसके अलावा, पत्तागोभी को पकाकर खाना भी जरूरी होता है ताकि किसी भी तरह के हानिकारक जीव मर जाएं।
3. मेथी (Fenugreek Leaves)
मेथी एक औषधीय गुणों से भरपूर हरी सब्जी है, जिसका इस्तेमाल अक्सर सलाद, परांठे, सब्जी और दाल में किया जाता है। बारिश के मौसम में मेथी की पत्तियों पर मिट्टी के कण और छोटे-छोटे कीड़े चिपकने का खतरा काफी बढ़ जाता है। बारिश के कारण मिट्टी गीली हो जाती है और कीड़े, बैक्टीरिया भी तेजी से बढ़ते हैं। अगर मेथी को अच्छी तरह से धोया या साफ नहीं किया जाता है, तो ये कीटाणु और मिट्टी के कण आपके पेट में जाकर संक्रमण फैला सकते हैं। इससे पेट दर्द, दस्त, उल्टी और कभी-कभी सिरदर्द, कमजोरी जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए बारिश के मौसम में मेथी को बहते पानी से कई बार धोना बहुत जरूरी है। साथ ही, इसे सलाद के रूप में कच्चा खाने के बजाय पकाकर खाना बेहतर होता है, ताकि किसी भी तरह के हानिकारक जीव मारे जा सकें।
4. बथुआ (Bathua)
बथुआ एक पौष्टिक देसी हरी पत्तेदार सब्जी है, जो आमतौर पर सर्दियों के मौसम में मिलती है। लेकिन कुछ इलाकों में यह बारिश के दिनों में भी उपलब्ध होती है। बारिश के मौसम में बथुआ की पत्तियों पर नमी की वजह से बैक्टीरिया और अन्य हानिकारक सूक्ष्मजीव चिपक सकते हैं। ये बैक्टीरिया अगर अच्छी तरह से धोया या पकाया न जाएं, तो ये आपके शरीर में प्रवेश करके पेट की समस्याएं पैदा कर सकते हैं। खास बात यह है कि कुछ खतरनाक बैक्टीरिया और पैरासाइट्स रक्त प्रवाह के माध्यम से दिमाग तक भी पहुंच सकते हैं, जिससे न्यूरोलॉजिकल (मस्तिष्क संबंधी) समस्याएं जैसे सिरदर्द, मानसिक भ्रम और कमजोरी हो सकती हैं। इसलिए बारिश के मौसम में बथुआ को अच्छी तरह से धोना और पकाकर ही खाना चाहिए ताकि इन हानिकारक जीवाणुओं से बचा जा सके।

5. सलाद की पत्तियां (Lettuce)
सलाद की पत्तियां खाने में ताजी और स्वादिष्ट होती हैं, इसलिए इन्हें अक्सर कच्चा ही खाया जाता है। लेकिन बारिश के मौसम में इन पत्तियों पर नमी और गंदगी की वजह से बैक्टीरिया और पैरासाइट्स यानी छोटे परजीवी तेजी से पनपते हैं। ये हानिकारक जीव अगर सही तरीके से धोएं या पकाए न जाएं, तो वे आपके शरीर में जाकर संक्रमण फैला सकते हैं। खासकर ये संक्रमण आपके दिमाग तक पहुंचकर गंभीर न्यूरोलॉजिकल समस्याएं भी पैदा कर सकते हैं, जैसे सिरदर्द, मानसिक कमजोरी और भ्रम। इसलिए बारिश के दिनों में सलाद की पत्तियों को कच्चा खाने से बचना चाहिए। यदि सलाद खाना ही हो, तो पत्तियों को अच्छी तरह से धोने के बाद उबालना या भाप में पकाना बेहतर रहता है, ताकि ये बैक्टीरिया और पैरासाइट्स मर जाएं।
6. धनिया और पुदीना (Coriander & Mint)
धनिया और पुदीना खाने के स्वाद और खुशबू बढ़ाने के लिए बहुत इस्तेमाल की जाती हैं। लेकिन बारिश के मौसम में इनकी डंठल और पत्तियों पर नमी की वजह से मिट्टी, गंदगी और छोटे जीवाणु चिपक जाते हैं। बारिश में बढ़ी नमी से इन जगहों पर बैक्टीरिया और फंगस तेजी से बढ़ जाते हैं, जो अगर सही तरीके से साफ न किए जाएं, तो आपके स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकते हैं। ये सूक्ष्म जीव पेट में जाकर संक्रमण पैदा कर सकते हैं, जिससे डायरिया, पेट दर्द, और कभी-कभी सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए बारिश के दिनों में धनिया और पुदीने को बहते साफ पानी से कई बार धोना जरूरी है। साथ ही इन्हें कुछ मिनटों के लिए नमक या सिरके वाले पानी में भिगोकर रखना भी लाभकारी होता है, जिससे हानिकारक बैक्टीरिया और फंगस मर जाते हैं।
7. अरबी के पत्ते (Colocasia leaves)
अरबी के पत्ते स्वाद में लाजवाब और पौष्टिक होते हैं, लेकिन बारिश और नमी के मौसम में इसके पत्तों पर टेपवर्म के अंडे और अन्य कीटाणु चिपक सकते हैं। यदि अरबी के पत्तों को अच्छी तरह से धोए बिना या बिना पकाए खा लिया जाए, तो ये टेपवर्म के अंडे आपके शरीर में प्रवेश कर सकते हैं। यह संक्रमण सिस्टिसर्कोसिस जैसी गंभीर बीमारी का कारण बन सकता है, जिसमें टेपवर्म के लार्वा मस्तिष्क सहित शरीर के विभिन्न अंगों में सिस्ट (गांठें) बना सकते हैं। इससे सिरदर्द, दौरे, मानसिक भ्रम और अन्य न्यूरोलॉजिकल (दिमाग से जुड़ी) समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए अरबी के पत्तों को हमेशा अच्छी तरह से धोएं और पूरी तरह पकाकर ही खाएं। कच्चा या अधपका सेवन स्वास्थ्य के लिए खतरा हो सकता है।
8. शिमला मिर्च (Capsicum)
शिमला मिर्च स्वाद और रंग दोनों में बहुत पसंद की जाती है, लेकिन इसके बीजों और अंदरूनी हिस्सों में बारिश के मौसम में टेपवर्म के अंडे या अन्य परजीवी छिप सकते हैं। अगर शिमला मिर्च को बिना अच्छे से साफ किए या बीज निकालें बिना पकाया या खाया जाए, तो ये परजीवी शरीर में जाकर संक्रमण फैला सकते हैं। इसलिए बारिश के दिनों में शिमला मिर्च को अच्छी तरह से धोना। पकाने से पहले इसके सभी बीज और अंदरूनी सफेद हिस्से निकाल देना। इसे पूरी तरह से पकाकर ही खाना ताकि किसी भी तरह के परजीवी या बैक्टीरिया मर जाएं। इस सावधानी से आप शिमला मिर्च से होने वाले संक्रमण से खुद को बचा सकते हैं।
सेहत के लिए फायदेमंद मानी जाने वाली हरी सब्जियां, अगर सावधानी से न खाई जाएं, तो शरीर के लिए खतरा बन सकती हैं। बारिश के मौसम में थोड़ी सी सफाई और सजगता आपको गंभीर बीमारियों से बचा सकती है।