Cancer Treatment: ब्रैस्ट कैंसर के आसान और तेज उपचार के तरीके

punjabkesari.in Monday, Aug 08, 2022 - 11:10 AM (IST)

विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार, पूरी दुनिया में कैंसर मौत का प्रमुख कारण है, जो साल 2020 में 10 मिलियन (1 करोड़) या छह में से एक मौत का जिम्मेदार था। 2018 में 7.84 लाख मौतों और 2020 में दर्ज 13.92 लाख कैंसर के मामलों के साथ, भारत में भी कैंसर मौत का प्रमुख कारण है। ब्रैस्ट कैंसर उनमें से सबसे आम प्रकार का कैंसर है। पूरी दुनिया में महिलाएं इस बीमारी का शिकार हो रही हैं। 2020 में 23 लाख महिलाएं, ब्रैस्ट कैंसर से ग्रसित पाई गई और मौत का आंकड़ा, 6,85000 था। पिछले 5 सालों में 78 लाख महिलाएं ब्रैस्ट कैंसर से पीड़ित पाई गई, जो 2020  तक दुनिया में सबसे ज्यादा पाया जाने वाला कैंसर बन गया।  

PunjabKesari

ब्रैस्ट कैंसर के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, लेकिन हम देख सकते हैं कि इस बीमारी के बोझ को कम करने के लिए नई-नई खोज सामने आ रही हैं। आज के दौर के उपचार ब्रैस्ट कैंसर के इलाज की स्थिति को बदल सकते हैं और इलाज के दौरान जीवन की गुणवत्ता को बनाए रख सकते हैं। हाल के वर्षों में थैरेपी के कई सारे विकल्प तैयार किए गए हैं, जोकि स्टेज 4 या मैटास्टेटिक ब्रैस्ट कैंसर में सर्वाइवल की दर को काफी बेहतर बना सकते हैं।

PunjabKesari
ब्रैस्ट कैंसर के इलाज के क्या-क्या विकल्प उपलब्ध हैं

ब्रैस्ट कैंसर का इलाज रेडियोथैरेपी, सर्जरी, कीमोथैरेपी लक्षित चिकित्सा और विभिन्न प्रकार की हॉर्मोनल थैरेपी के साथ मिलाकर किया जाता है। यह कैंसर के स्टेज और अन्य कारकों जैसे उम्र, मैडीकल हिस्ट्री और यूटेशन की स्थिति पर निर्भर करता है। हालांकि, इस रोग का इलाज संभव है। आमतौर पर रोगियों को अस्पताल में ज्यादा लंबे समय तक रहने के साथ, इन थैरेपीज में समय लगता है। कीमोथैरेपी, रेडिएशन और सर्जरी लगभग 6-7 महीने की प्रक्रिया होती है। दूसरी ओर, आधुनिक तरीके उपचार के समय को कम कर रहे हैं, इससे प्रबंध करने वाले के लिए यह आसान और तेज बनता जा रहा है।

PunjabKesari

उपचार के नए तरीकों के क्या फायदे हैं

-नए उपचार का लक्ष्य अस्पताल में बिताने वाले समय को कम करना और जीवन की गुणवत्ता को बेहतर बनाना है। रोगी इस वक्त को अपनों के साथ बिता सकते हैं या अपनी जिंदगी बेहतर तरीके से जी सकते हैं।

-अस्पताल में समय कम हो जाने से इसका प्रबंधन तेज हो जाता है। नई थैरेपीज और उपचार, पारंपरिक थैरेपीज की तुलना में ज्यादा तेजी से प्रबंधित कर सकती है।
तेज प्रबंधन से आत्मविश्वास बढ़ता है और हर किसी का वक्त बचता है (रोगी, केयरगिवर, डॉक्टर्स और पैरामैडीकल कर्मी)।

-नई महत्वपूर्ण दवाएं ब्रैस्ट कैंसर के रोगियों के लिए समय बचा सकती हैं और क्लीनिक में लगने वाले समय को आश्चर्यजनक रूप से कम करके उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार कर सकती हैं। 

-रोगी और केयरगिवर्स अस्पताल में कम समय बिता सकते हैं और ज्यादा समय अपनी मनपसंद चीजों को करने में लगा सकते हैं। इससे स्वास्थ्य देखभाल प्रणालियों की दक्षता में भी सुधार होगा, क्योंकि इसे तैयार करने और प्रशासित करने में कम समय लगेगा।
 


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Writer

vasudha

Related News

static