शादी और बच्चे के बाद भी पूरा होगा Miss Universe बनने का सपना! ब्यूटी कॉन्टेस्ट में हुए बड़े बदलाव
punjabkesari.in Monday, Aug 22, 2022 - 04:31 PM (IST)
दुनियां भर में कई तरह के ब्यूटी कॉन्टेस्ट हाेते हैं, जिनकाे जीतने का सपना कभी न कभी हर लड़की के मन में आ ही जाता है। लेकिन शादी होते ही लड़कियों का सपना टूट जाता हैए अब ऐसा नहीं होगा। अब महिलाओं के रास्ते में उनकी शादी और बच्चे रुकावट नहीं बनेंगे। मिस यूनिवर्स ब्यूटी कॉन्टेस्ट ने बड़े बदलाव किए हैं, जिसके तहत शादी के बाद भी मैरिड वूमन और मदर्स इस कॉन्टेस्ट का हिस्सा बन सकती हैं।
अब तक मिस यूनिवर्स की प्रतियोगिता में 18 से 28 साल की महिलाएं ही भाग ले पाती थी, लेकिन अब 70 साल पुराने नियमों में बदलाव किया गया है। नए नियमों के अनुसार शादी-शुदा महिलाएं भी इस प्रतियोगिता में हिस्सा ले सकेंगी। 2023 में 72वें मिस यूनिवर्स प्रतियोगिता में इसकी शुरुआत की जाएगी। यानी कि अब शादीशुदा महिलाएं भी मिस यूनिवर्स का ताज अपने सिर पर सजे देखने का सपना देख सकेंगी।
पहले सिर्फ ऐसी महिलाओं को ही हिस्सा लेने की अनुमति थी, जिनकी शादी नहीं हुई थी और जिनके कोई बच्चे नहीं थे। मिस यूनिवर्स 2020 का ताज हासिल करने वाली मैक्सिकन मॉडल एंड्रिया मेजा ने इस बदलाव की तारीफ की है। उन्होंने कहा-- ऐसी बहुत सी महिलाएं हैं, जिनकी शादी कम उम्र में हो गई थी या उनके 20 के दशक की शुरुआत में बच्चे थे और वे हमेशा मिस यूनिवर्स में हिस्सा लेना चाहती थी, लेकिन नियमों के कारण ऐसा नहीं कर सकी। अब वे महिलाएं इन बदलावों के कारण अपना करियर शुरू कर सकती हैं या खुद को आगे बढ़ा सकती हैं।
मिस यूनिवर्स कॉम्पिटिशन में भारत की हरनाज संधू ने इस खिताब को अपने नाम कर देश भर में अपना परचम लहराया था। ये खिताब 21 साल बाद भारत को मिला है। केवल मिस यूनिवर्स ही नहीं भारत कई बार मिस वर्ल्ड कॉम्पिटिशन में भी विजेता रह चुका है। बता दें कि मिस यूनिवर्स दुनिया की दूसरा सबसे पुरानी अंतराष्ट्रीय सौंदर्य प्रतियोगिता है। इसकी शुरूआत 1952 में हुई थी।
सबसे पहली मिस यूनिवर्स फिनलैंड की आर्मी कुसेला बनी। इसी संदर्भ में भारत में पहली मिस यूनिवर्स सुष्मिता सेन बनी। जिन्होंने यह खिताब 1994 में जीता। 2000 में बॉलीवुड की फेमस एक्ट्रेस लारा दत्ता बनी और इसके इक्कीस साल बाद हरनाज़ संधू ने मिस यूनिवर्स का खिताब अपने नाम कर भारत का गौरव बढ़ा दिया।इस ब्यूटी पेजेंट्स को जीतने के लिए किसी खास एलिजिबिलिटी की जरूरत नहीं है। लेकिन इस फील्ड में लड़कियों की लंबाई कम से कम 5 फुट 6 इंच होनी जरूरी है।