दूध पीने से पहले जान लें: आप किस गाय का दूध पी रहे हैं, वरना सेहत पर पड़ सकता है असर

punjabkesari.in Saturday, Sep 13, 2025 - 06:12 PM (IST)

नारी डेस्क : दूध को अक्सर पूर्ण आहार कहा जाता है, क्योंकि इसमें शरीर के लिए जरूरी प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स मौजूद होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि मार्केट में मिलने वाला हर दूध हमेशा सेहतमंद नहीं होता? अगर आप असली और पौष्टिक देसी भारतीय गाय का दूध पीना चाहते हैं, तो इसके लिए कुछ महत्वपूर्ण शर्तें पूरी होना बेहद जरूरी हैं। तभी यह दूध आपके लिए सच में अमृत समान साबित हो सकता है।

गाय रोज खुले में घूमे

गाय को रोजाना कम से कम 4 किलोमीटर खुली हवा में घूमने का अवसर मिलना चाहिए। ऐसा करने से उसका पाचन बेहतर रहता है, शरीर स्वस्थ रहता है और दूध में प्राकृतिक पोषक तत्व और औषधीय गुण बने रहते हैं। लंबे समय तक बंधी रहने वाली गाय का दूध अक्सर कम पौष्टिक हो जाता है और उसका दूध सेहत के लिए फायदेमंद नहीं होता।

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गाय को कोई वैक्सीनेशन/इंजेक्शन न लगा हो

गाय को किसी भी प्रकार का हार्मोन इंजेक्शन या कृत्रिम वैक्सीनेशन नहीं लगाया जाना चाहिए। ऐसे रसायन दूध में मिलकर उसकी शुद्धता कम कर देते हैं और शरीर पर हानिकारक असर डाल सकते हैं। शुद्ध और औषधीय गुणों से भरपूर दूध केवल उसी गाय से मिलता है, जिसे प्राकृतिक रूप से पाला गया हो।

बछड़े का जन्म प्राकृतिक तरीके से हुआ हो

गाय का बछड़ा प्राकृतिक तरीके से ही जन्मा होना चाहिए। कृत्रिम गर्भाधान (Artificial Insemination) से जन्मे बछड़े का दूध उतना शुद्ध, प्रभावशाली और औषधीय गुणों से भरपूर नहीं माना जाता। प्राकृतिक जन्म वाली गाय से मिलने वाला दूध ही शरीर को असली पोषण और ऊर्जा देता है।

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गाय के खाने पर कोई केमिकल स्प्रे न हो

गाय का दूध तभी लिया जाना चाहिए जब उसका बछड़ा ज़िंदा हो और उसके पास मौजूद हो। यह प्राकृतिक नियम है जिससे गाय का दूध अपने असली पोषण और औषधीय गुण बनाए रखता है। बछड़े से अलग की गई गाय का दूध अक्सर कमजोर और औषधीय दृष्टि से कम प्रभावशाली होता है।

बछड़ा ज़िंदा हो और उसी के साथ दूध लिया जाए

सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि गाय का बछड़ा हमेशा ज़िंदा और स्वस्थ होना चाहिए। दूध निकालते समय बछड़ा गाय के पास मौजूद होना चाहिए, क्योंकि यही तरीका सुनिश्चित करता है कि दूध में प्राकृतिक हार्मोन संतुलन और पोषण सही मात्रा में बना रहे। यदि बछड़ा गाय से अलग रखा जाए, तो दूध का पोषण और उसकी जैविक गुणवत्ता प्रभावित हो सकती है। बछड़े की मौजूदगी से गाय का मानसिक तनाव भी कम रहता है, जिससे दूध में उसकी प्राकृतिक शक्ति और ताजगी बनी रहती है। इस तरह, बछड़े के साथ दूध लेना न केवल दूध की पौष्टिकता को बढ़ाता है, बल्कि यह गाय और बछड़े दोनों के लिए भी फायदेमंद होता है।

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यदि आप इन 5 शर्तों का ध्यान रखते हैं, तभी गाय का दूध वास्तव में सेहत के लिए लाभकारी है। वरना यह दूध कई बार शरीर में रोग और हार्मोनल असंतुलन भी पैदा कर सकता है। इसलिए हमेशा देसी गाय का, प्राकृतिक तरीके से प्राप्त दूध ही चुनें।


 


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Content Editor

Monika

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