Jyeshtha Amavasya पर इन 7 चीजों के दान से करें पितरों को प्रसन्न, सुख-समृद्धि का होगा वास

punjabkesari.in Friday, May 19, 2023 - 12:33 PM (IST)

हिन्दू धर्म में ज्येष्ठ मास में की अमावस्या तिथि को बहुत ही महत्वपूर्ण माना जाता है। इस विशेष दिन पर स्नान-दान और पूजा-पाठ का विशेष महत्व होता है। बता दें कि पंचांग के अनुसार इस साल ज्येष्ठ अमावस्या व्रत 19 मई 2023 शुक्रवार यानि कल के दिन रखा जाएगा। इस दिन उत्तरी भूभाग में वट सावित्री व्रत और पूरे भारत में शनि जयंती पर्व मनाया जाएगा। इस विशेष दिन पर कुछ चीजों का दान करने से न केवल पितरों का आशीर्वाद मिलता है, बल्कि शनि और बुध जैसे सप्तग्रहों की कृपा दृष्टि भी बनी कहती है। आइए जानते हैं ज्येष्ठ अमावस्या पर दान का महत्व....

PunjabKesari

ज्येष्ठ अमावस्या पर तर्पण का महत्व

शास्त्रों में बताया गया है कि ज्येष्ठ अमावस्या के दिन स्नान, दान और तर्पण आदि क्रिया करने से पितर संतुष्ट होते हैं और उनकी कृपा द्दष्टि व्यक्ति पर बनी रहती है। ज्योतिष शास्त्र में बताया गया है कि साधक को ज्येष्ठ अमावस्या के दिन स्नान, तर्पण इत्यादि के बाद 7 विशेष चीजों का दान अवश्य करना चाहिए। ऐसा करने से न केवल पितर प्रसन्न होते हैं, बल्कि व्यक्ति को धन-धान्य और सुख की प्राप्ति होती है।

इन चीजों का करें दान

ज्येष्ठ अमावस्या के दिन पितरों का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए और ग्रहों के उग्र स्वभाव को शांत करने के लिए व्यक्ति को 7 चीजों का दान अवश्य करना चाहिए। वाज 7 विशेष चीजें हैं- चावल, गेंहूं, जौ, कंगनी, चना, मूंग दाल और तिल।

PunjabKesari

ज्येष्ठ अमावस्या पर दान का महत्व

बता दें कि दान के लिए बताई गई सभी चीजें अन्न की श्रेणी में आती हैं और अमावस्या पर 7 प्रकार के अन्न का दान करने से 7 ग्रहों के दुष्प्रभाव का भय दूर हो जाता है। बता दें कि शनि और सूर्य ग्रह को मजबूत करने गेंहू और काले चने का दान किया जाता है। सफेद तिल के दान से शुक्र ग्रह मजबूत होते हैं। मूंग दाल के दान से बुध ग्रह प्रबल होते हैं। चंद्र ग्रह की कृपा पाने के लिए चावल का दान किया जाता है। जौ के दान से गुरु ग्रह और मसूर दाल का दान करने से मंगल ग्रह की कृपा दृष्टि बनी रहती है।

PunjabKesari


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Charanjeet Kaur

Related News

static