Shravan 2021: अपनी राशि अनुसार करें शिव पूजा, जाग जाएगी सोई हुई किस्मत
punjabkesari.in Wednesday, Jul 21, 2021 - 12:06 PM (IST)
सावन का महीना भगवान शिव को समर्पित माना जाता है। मान्यता है कि इस दौरान शिव पूजा व व्रत करने से महादेव की विशेष कृपा मिलती है। जीवन की समस्याएं दूर होकर मनचाहा फल मिलता है। वहीं इस पूरे मास में शिवलिंग पर खास चीजों से अभिषेक करने का विशेष महत्व है। ऐसे में अपनी राशि अनुसार कुछ खास चीजों से शिवलिंग का अभिषेक करने से शिव जी की असीम कृपा मिल सकती है। चलिए आज हम आपको इस आर्टिकल में राशि अनुसार शिव पूजा करने के बारे में बताते हैं...
मेष राशि
इस राशि के लोग शिवलिंग पर गंगाजल चढ़ाएं। उसके बाद पर सफेद चंदन से श्रीराम लिखकर शिवलिंग पर अर्पित करें।
वृषभ राशि
इस राशि के लोग दूध, दही और शक्कर इस्तेमाल करें। इसके लिए सबसे पहले शिवलिंग पर दही से अभिषेक करके जल अर्पित करें। उसके बाद शक्कर से अभिषेक करके जल अर्पित करें। अंत में दूध से अभिषेक करके जल चढ़ाएं। उसके बाद शिवलिंग पर सफेद चंदन का तिलक लगाकर शिव मंत्र का जप करें।
मिथुन राशि
ये लोग आर्थिक स्थिति मजबूत करने के लिए शिवलिंग का शहद से अभिषेक करें। उसके बाद जल चढ़ाएं।
कर्क राशि
इस राशि के लिए दूध, दही, गंगाजल व मिश्री से शिवलिंग का अभिषेक करें। इससे सुख-समृद्धि व संपन्नता मिलेगी।
सिंह राशि
ये लोग शिवलिंग का देसी घी से अभिषेक करके जल चढ़ाएं। इससे आर्थिक समस्याओं से छुटकारा मिलेगा।
कन्या राशि
ये लोग दूध, शहद और घी से शिवलिंग का अभिषेक करें। इससे भगवान शिव की जल्दी ही आप पर कृपा होगी।
तुला राशि
ये लोग दही और गन्ने के रस से शिवलिंग का अभिषेक करें।
वृश्चिक राशि
इस राशि के लोग गंगाजल और दूध में शक्कर मिलाकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। उसके बाद लाल चंदन से शिवलिंग पर तिलक लगाएं।
धनु राशि
इस राशि के जातक कच्चे दूध में केसर, गुड़, हल्दी मिलाकर अभिषेक करें। इसके साथ पूजा में पीले फूल चढ़ाएं।
मकर राशि
ये लोग घी, दही, शहद और बादाम तेल से शिवलिंग का अभिषेक करें। इसके बाद नारियल पानी चढ़ाकर नीले रंग के फूल अर्पित करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के लोग घी, शक्कर, शहद और बादाम तेल शिवलिंग पर चढ़ाएं। इसके बाद नारियल तेल चढ़ाएं और नीले फूल अर्पित करें। फिर सरसों तेल से शिवलिंग पर तिलक लगाएं और उसके बाद रोली से तिलक करें।
मीन राशि
इस राशि के लोग शिवलिंग का कच्चे दूध, गंगाजल व केसर से अभिषेक करें। उसके बाद शिवलिंग पर हल्दी और केसर का तिलक लगाएं।