''रोशनी के त्योहार'' का करना है अलग अनुभव तो इस दिवाली पहुंच जाइए यहां

punjabkesari.in Thursday, Oct 24, 2024 - 05:37 PM (IST)

नारी डेस्क: दीवाली भारत का सबसे प्रमुख और हर्षोल्लास से मनाया जाने वाला त्योहार है। यह त्योहार पूरे देश में अपने अनोखे अंदाज में मनाया जाता है, लेकिन कुछ शहर ऐसे हैं जहां दीवाली का जश्न देखने लायक होता है। इन शहरों की रोशनी, रंग-बिरंगी सजावट, और परंपरागत रीति-रिवाजों के साथ दीवाली का आनंद उठाने का अनुभव अविस्मरणीय होता है। आइए जानें उन 5 प्रमुख शहरों के बारे में, जहां दीवाली का जश्न शानदार तरीके से मनाया जाता है।

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वाराणसी: आध्यात्मिक दीवाली का अनुभव

  
वाराणसी में दीवाली का जश्न देखने का अलग ही आनंद है। इस प्राचीन शहर में गंगा घाटों पर दीयों की रोशनी से जगमगाती दीवाली मनाई जाती है। दीयों की कतारें गंगा किनारे बिछी होती हैं, और लोग गंगा आरती में हिस्सा लेकर आध्यात्मिक माहौल का अनुभव करते हैं। देव दीपावली (दीवाली के बाद आने वाली) का विशेष महत्व है, जब हजारों दीये घाटों पर जलाए जाते हैं, और यह दृश्य किसी सपने जैसा होता है।

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जयपुर: रोशनी और रंगों का शहर

जयपुर, जिसे "पिंक सिटी" के नाम से जाना जाता है, दीवाली के समय रंग-बिरंगी रोशनी से चमक उठता है। इस शहर के बाज़ार, हवेलियां, और महल आकर्षक रोशनी से सजे रहते हैं। आमेर किले में भी विशेष लाइट शो आयोजित किया जाता है। जयपुर के स्थानीय बाजारों में भी दीवाली के दौरान खरीदारी का आनंद उठाया जा सकता है। लक्ष्मी पूजन और आतिशबाजी का नज़ारा बेहद खास होता है।

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अमृतसर: दीवाली और बंदी छोड़ दिवस का संगम

अमृतसर में दीवाली का त्योहार खास तौर पर "बंदी छोड़ दिवस" के साथ मनाया जाता है, जो सिख समुदाय के लिए महत्वपूर्ण दिन है। स्वर्ण मंदिर में दीवाली का जश्न देखते ही बनता है। मंदिर को रोशनी से सजाया जाता है और दीयों की जगमगाहट के साथ पूरा वातावरण भक्तिमय हो जाता है। यहां आतिशबाजी का शानदार प्रदर्शन भी होता है, जो इसे अन्य शहरों से अलग बनाता है।

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अयोध्या: भगवान राम की नगरी में भव्य दीवाली

अयोध्या, जो भगवान राम का जन्मस्थान है, दीवाली का सबसे खास स्थल माना जाता है। माना जाता है कि त्रेता युग में भगवान राम दीवाली के दिन अयोध्या लौटे थे, और उसी दिन से यहां दीवाली मनाने की परंपरा चली आ रही है। अयोध्या में हर साल दीपोत्सव का आयोजन किया जाता है, जिसमें लाखों दीये सरयू नदी के किनारे जलाए जाते हैं। यह आयोजन विश्व रिकॉर्ड स्थापित करता है और यह देखने लायक अनुभव होता है।

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कोलकाता: काली पूजा के साथ दीवाली का संगम

कोलकाता में दीवाली का त्योहार "काली पूजा" के साथ मनाया जाता है। यहां देवी काली की पूजा का विशेष महत्व है, और दीवाली के दिन कोलकाता के मंदिरों में भव्य आयोजन होते हैं। पूरे शहर में रंगीन रोशनी और सजावट देखने को मिलती है। यहां की काली पूजा और दीवाली का संगम इसे अन्य शहरों से अनूठा बनाता है। इसके अलावा, यहां के मिठाइयों और पटाखों का जश्न भी देखने लायक होता है।
 


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vasudha

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