दीपावली पर डिजाइनर दीया या मिट्टी का दीपक? कौन सा जलाना होता है शुभ!
punjabkesari.in Thursday, Oct 16, 2025 - 01:58 PM (IST)

नारी डेस्क : दीपावली रोशनी और सकारात्मकता का पर्व है। इस दिन घर-आंगन में दीया जलाना शुभ माना जाता है। शास्त्रों में कहा गया है कि मिट्टी का दीया पंच तत्वों का प्रतीक होता है और इससे घर में समृद्धि, सुख-शांति और सकारात्मक ऊर्जा आती है। लेकिन आजकल बाजार में मिलने वाले डिजाइनर और केमिकल युक्त दीये लोगों को आकर्षित करने लगे हैं। सवाल ये है कि क्या ऐसे डिजाइनर दीयों को घर में जलाना शुभ है या अशुभ?
मिट्टी का दीया क्यों होता है शुभ?
धार्मिक ग्रंथों के अनुसार, मिट्टी का दीपक पंच तत्वों (जल, वायु, पृथ्वी, अग्नि और आकाश) का प्रतीक है। जब इसमें सरसों के तेल से अग्नि प्रज्वलित की जाती है, तो यह वातावरण से अंधकार और नकारात्मकता को मिटा देता है। पंडितों के अनुसार, मिट्टी के दीये से निकलने वाली लौ में देवी-देवताओं का तेज निवास करता है, जिससे घर में शुभ ऊर्जा और सुख-समृद्धि आती है। यह न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से शुभ, बल्कि पर्यावरण के लिए भी अनुकूल होता है।
डिजाइनर मिट्टी के दीये क्यों माने जाते हैं अशुभ?
ज्योतिषाचार्यों के मुताबिक, धार्मिक परंपराओं में केवल साधारण मिट्टी से बने दीये ही शुभ माने गए हैं। आजकल बाजार में मिलने वाले कई डिजाइनर दीयों में केमिकल, पेंट, ग्लिटर या सिंथेटिक रंग मिले होते हैं। ये दीये न केवल पूजा के लिहाज से अशुभ, बल्कि पर्यावरण के लिए भी हानिकारक माने जाते हैं। यदि आप डिजाइनर दीया खरीदना चाहते हैं, तो सुनिश्चित करें कि वह प्राकृतिक मिट्टी से बना हो और उसमें सरसों के तेल से दीप जलाया जा सके। तभी उसे शुभ माना जाएगा।
यें भी पढ़ें : नरक चतुर्दशी की रात क्यों जलाया जाता है यम का दीपक?
क्यों नहीं जलाना चाहिए सिंथेटिक या केमिकल वाले दीये?
कई डिजाइनर दीये चिकनी या पॉलिश्ड सतह के कारण जल्दी गर्म होकर फट सकते हैं।
इनमें प्रयुक्त रासायनिक रंग और पेंट हवा को प्रदूषित करते हैं।
यें भी पढ़ें : इस साल 5 नहीं पूरे 6 दिनों तक मनेगा दीपोत्सव, एक ही दिन होगी छोटी और बड़ी दिवाली
कुछ दीये प्लास्टिक या अन्य कृत्रिम सामग्री से बने होते हैं, जो अग्नि के संपर्क में आने पर हानिकारक धुआं छोड़ते हैं।
ऐसे दीयों का उपयोग न केवल धार्मिक दृष्टि से अशुद्ध है, बल्कि स्वास्थ्य और पर्यावरण दोनों के लिए नुकसानदेह है।
दीपावली पर मिट्टी का सादा दीया जलाना सबसे शुभ, पवित्र और वैज्ञानिक दृष्टि से उचित है। यह न केवल घर में सकारात्मक ऊर्जा लाता है, बल्कि प्रकृति के प्रति हमारी जिम्मेदारी भी दर्शाता है। डिजाइनर दीयों से ज्यादा सुंदर है वो सादा मिट्टी का दीपक, जो आपकी आस्था, श्रद्धा और परंपरा को जीवित रखता है।