दिलीप साहब और सायरा बानो की शादी का जन्माष्टमी से है खास कनेक्शन, एक्ट्रेस ने खुद सुनाया किस्सा
punjabkesari.in Saturday, Aug 16, 2025 - 03:41 PM (IST)

नारी डेस्क: दिग्गज अभिनेत्री सायरा बानो ने वर्षों बाद आखिरकार हेमा मालिनी से हुई मुलाकात को याद कर अपने रिश्ते, पुरानी यादों और फिल्म सेट के कुछ पलों को संजोया है। कृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर सायरा ने अपनी फिल्म शागिर्द का गाना ‘कान्हा’ से जुड़ा किस्सा भी याद किया। इस गाने को जन्माष्टमी के दिन शूट किया गया था और इस गाने का कनेक्शन दिलीप साहब और सायरा की शादी से जुड़ा है।
सायरा ने इंस्टाग्राम पर हेमा के साथ दो तस्वीरें साझा कीं और लिखा- "देखिए, हेमा और मैं बहुत लंबे समय से एक-दूसरे से मिलना चाहते थे, लेकिन ज़िंदगी ने अपने तरीके से हमें अलग रखा। अभी कुछ समय पहले ही उन्होंने मुझे फ़ोन किया और मुझे पता भी नहीं चला कि वो मेरे दरवाज़े पर थीं।" सायरा बानो ने आगे लिखा- "हमने साथ में कुछ खूबसूरत घंटे बिताए, यादों में डूबे रहे, उन सुनहरे दिनों को फिर से जीया और उन कहानियों पर हंसी-मज़ाक किया जिन्हें समय कभी नहीं मिटा सकता। उनमें से एक, हमने जन्माष्टमी की एक घटना को फिर से याद किया-एक इतनी गहरी कि उसने कुछ ही हफ़्तों में मेरी ज़िंदगी बदल दी।"
सायरा ने याद किया कि कैसे जन्माष्टमी रात जब वह भगवान कृष्ण की मूर्ति के सामने भजन गा रही थी तब उन्होंने अपने दिल की बात रखी थी। सायरा ने आगे लिखा- जन्माष्टमी की रात हम शूटिंग कर रहे थे। मैं भगवान कृष्ण जी की मूर्ति के सामने खड़ी होकर लता जी की आवाज में गए इस भजन को गा रही थी। तभी मैंने अचानक नजीर साहब की तरफ मुस्कुराते हुए देखा और कहा कि क्या आप मेरा एक काम करेंगे। आप दीलिप साहब से कहिएगा कि सायरा आपके साथ काम करने के लिए बहुत बेताब हैं। अगर वो मेरे साथ काम नहीं करना चाहते, तो उनसे कहिएगा कि वो मुझसे शादी कर लें। ये सुनकर पहले नजीर साहब हैरान हो गए और फिर हंसने लगे।’
सायरा ने लिखा-"अगली सुबह, उन्होंने कर्तव्यनिष्ठा से मेरा वह मज़ेदार संदेश दिलीप साहब तक पहुंचाया। मुझे बताया गया है कि दिलीप साहब शायद अपनी शर्मिंदगी छिपाने के लिए शालीनता से मुस्कुराए। लेकिन आश्चर्य की बात यह रही कि कुछ ही दिनों में, वह मेरी ज़िंदगी में आए, मेरी आंखों में देखा और मेरी दादी और मां से शादी के लिए मेरा हाथ मांगा।"जब सायरा अब अतीत के बारे में सोचती हैं, तो उन्हें एहसास होता है कि जन्माष्टमी हमेशा उनके लिए "अनमोल आशीर्वाद, दोस्ती, प्यारी यादें और मेरे जीवन का प्यार" लेकर आई है। “और हेमा के साथ ये कहानियां साझा करने से यादें और भी मधुर हो गईं।”