गर्व के पलः वर्दी में सामने आई डिप्टी एसपी बेटी को DIG पिता ने किया सैल्यूट
punjabkesari.in Saturday, Nov 06, 2021 - 05:29 PM (IST)
जब बेटियां कुछ ऐसा कर जाती है कि पिता को उसपर गर्व हो तो उनके लिए जिंदगी में उस पल से बेहतर कुछ नहीं होता। ऐसा ही एक तस्वीर सोशल मीडिया पर तेजी से वारयल हो रही है, जिसे देख आप भी भावुक हो जाएंगे। दरअसल, हाल ही में यूपी पुलिस में 72 डिप्टी एसपी पास आउट हुए, जिसमें17 महिला डिप्टी एसपी हैं। उन्हीं में से एक हैं अपेक्षा निंबाडिया, जिनकी तस्वीर इन दिनों सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) में उप महानिरीक्षक अपने पिता को सलामी देते हुए एक पुलिस उपाधीक्षक की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो गई है। फोटो में अपेक्षा निंबाडिया को दिखाया गया है, जिन्हें हाल ही में डीएसपी, यूपी पुलिस के रूप में नियुक्त किया गया था। फोटो में वह अपने पिता एपीएस निंबाडिया को सलाम करते हुए नजर आ रही हैं, जो आईटीबीपी में डीआईजी के रूप में कार्यरत हैं। वहीं, अभिमानी पिता सलामी लौटाते नजर आ रहे हैं।
अपेक्षा ने अपनी ग्रेजुएशन परेड में भाग लेने के बाद उस पल को कैद कर लिया। ITBP ने फोटो को कैप्शन देते हुए लिखा, "गौरवशाली पिता को गौरवान्वित बेटी से सलामी मिल रही है... अपेक्षा निंबाडिया, पीपीएस (उप एसपी, यूपी पुलिस) डॉ बीआर अकादमी, यूपी पुलिस, मुरादाबाद से पास आउट। पिता- एपीएस निंबाडिया, डीआईजी आईटीबीपी (वर्दी में एक तीसरी पीढ़ी के अधिकारी) और मां- बिमलेश निंबाडिया ने परेड में अपेक्षा को आशीर्वाद दिया।"
दो अन्य तस्वीरों में अपेक्षा को अपनी मां और पिता के साथ पोस्ट करते हुए दिखाया गया है। सोशल मीडिया पर वायरल हो रही इन तस्वीरों को 17,000 से ज्यादा लाइक्स मिल चुके हैं। एक यूजर ने कहा, 'कितना गर्व का क्षण।' एक अन्य ने लिखा, "जय हिंद।"
बता दें कि जनवरी में आंध्र प्रदेश से भी ऐसी ही एक तस्वीर ऑनलाइन सामने आई थी। तस्वीर में, सर्कल इंस्पेक्टर वाई श्याम सुंदर अपनी बेटी येंदलुरु जेसी प्रशांति, डीएसपी, गुंटूर जिला, आंध्र प्रदेश को सलामी देते हुए दिखाई दे रहे थे। विभाग में शामिल होने के बाद से वह पहली बार अपने पिता से ड्यूटी पर मिली थीं।
येंदलुरु जेसी ने कहा था, “यह पहली बार है जब हम ड्यूटी पर मिले हैं। मैं उनको सलाम करते हुए देख सहज नहीं थी, आखिरकार, वह मेरे पिता हैं। मैंने उससे कहा कि वह मुझे सलाम न करे लेकिन ऐसा हुआ। मैंने भी सलामी लौटा दी।”