क्या 12 फरवरी को ही समाप्त हो गया था असली कुंभ? इन जगद्गुरु ने बता दी सच्चाई
punjabkesari.in Thursday, Feb 27, 2025 - 10:47 AM (IST)
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नारी डेस्क: 45 दिन तक चलने वाला महाकुंभ भले ही खत्म हो गया है लेकिन प्रायगराज में अभी भी भक्तों के आना का सिलसिला जारी है। इसी बीच जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद सरस्वती महाराज ने महाकुंभ की आलोचना करते हुए कहा कि वास्तविक आयोजन माघ महीने की पूर्णिमा के साथ ही संपन्न हो चुका है। उन्होंने इस आयोजन को "सरकारी कुंभ" कहा, क्योंकि महाकुंभ 'पूर्णिमा' की रात को ही समाप्त हो चुका था।
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जगद्गुरु शंकराचार्य ने कहा- "महाकुंभ पूर्णिमा को ही बीत चुका है। वर्तमान में जो हो रहा है वह सरकारी कुंभ है। असली कुंभ तो इसी में होता है।" उन्होंने कहा-"माघ महीने की पूर्णिमा बीत चुकी है और कुंभ में मौजूद सभी कल्पवासी माघ महीने की पूर्णिमा के बाद ही वापस चले गए हैं।" उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि सरकार द्वारा आयोजित यह आयोजन पारंपरिक कुंभ मेले जैसा आध्यात्मिक महत्व नहीं रखता है, जिसके बारे में उनका मानना है कि यह श्रद्धालुओं का सच्चा जमावड़ा होता है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि प्रयागराज में 13 जनवरी पौष पूर्णिमा से शुरू होकर 26 फरवरी महा शिवरात्रि तक चलने वाले महाकुंभ-2025 में 66 करोड़ 21 लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पवित्र त्रिवेणी में स्नान का पुण्य लाभ प्राप्त किया। महाकुंभ 2025 के अंतिम दिन महा शिवरात्रि के अवसर पर प्रयागराज में त्रिवेणी संगम पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते रहे। महाकुंभ का समापन बुधवार को हो गया, इससे पहले 13 जनवरी को पौष पूर्णिमा पर अमृत स्नान हुआ था। इसके बाद 14 जनवरी को मकर संक्रांति, 29 जनवरी को मौनी अमावस्या, 3 फरवरी को बसंत पंचमी और 12 फरवरी को माघी पूर्णिमा पर स्नान हुए।