बच्चों में हो रही Diarrhea की समस्या न करें इग्नोर, समय रहते बरतें Parents सावधानी
punjabkesari.in Thursday, Sep 21, 2023 - 12:26 PM (IST)
बदलते मौसम में कई सारे शहरों में डेंगू के मामले बढ़ रहे हैं। इसके बढ़ते प्रकोप के चलते बच्चों को डायरिया भी हो रहा है। डायरिया भी डेंगू का एक लक्षण माना जाता है। बच्चों में यह समस्या बहुत आम है परंतु यदि यह समस्या बच्चों में ज्यादा देर के लिए रहे तो इसे क्रॉनिक डायरिया कहते हैं। इसके चलते बच्चे की स्थिति गंभीर हो सकती है। इसके कारण मल पानी की तरह निकलता है जिससे शरीर में कमजोरी आती है और उल्टी व मतली भी हो सकती है। पेट के निचले हिस्से में दर्द और डिहाइड्रेशन भी होने लगती है। इससे बच्चों को कैसे बचाना है आज आपको इसके बारे में बताएंगे। आइए जानते हैं....
कैसे करें उपचार?
यदि बच्चे को डायरिया के कारण डिहाइड्रेशनके लक्षणों के साथ 102 डिग्री फोरनहाइट से भी ज्यादा बुखार रहता है तो उन्हें तुरंत डॉक्टर के पास ले जाएं। इसके अलावा यदि मल के साथ खून आए तो उनका इलाज करवाएं। डॉक्टर बच्चों को कोई एंटीबॉयोटिक या एंटीवॉयरल दवाई खाने की सलाह दे सकते हैं। दस्त के लिए तरल डाइट लेने की डॉक्टर सलाह देते हैं। इसके लिए इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति भी करनी जरुरी है। इसके अलावा आप बच्चे को डॉक्टर से पूछ कर ओरल डिहाइड्रेशन सॉल्यूशन भी दे सकते हैं।
ये घरेलू तरीके भी आएंगे काम
. यह समस्या होने पर बच्चों को केला और दही खाने के लिए दें। इन दोनों से बना मिश्रण दस्त को रोकने में मदद करता है शरीर में ऊर्जा भी बनी रहती है।
. सौंफ का पानी पिलाएं। इससे भी बच्चे को काफी आराम मिलेगा। सौंफ को पानी के साथ उबाल लें। फिर इस पानी को ठंडा करके बच्चों को पिलाएं।
. बच्चे को आप केले के साथ सिका हुआ टोस्ट दे सकते हैं।
. नमक और चीनी वाला पानी व नारियल उन्हें देते रहें। इस बात का ध्यान रखें कि सिर्फ ताजा नारियल पानी ही बच्चों को दें।
बिल्कुल न करें ऐसी गलतियां
. यदि बच्चे को दस्त लगे हैं तो उन्हें जबरदस्ती खाना न खिलाएं।
. डॉक्टरी सलाह के बिना बच्चे को दवाई भी न दें। इससे उनकी तबीयत बिगड़ सकती है।
. साफ-सफाई का ध्यान रखें। बार-बार वाशरुम में जाने के कारण बच्चे को इंफेक्शन भी हो सकता है।
. ठोस आहार न दें। बच्चे को ज्यादा तरल पदार्थ ही दें।