क्या सच में मोटापा से छुटकारा दिलाती है डायबिटीज की यह दवा ? नई स्टडी में सामने आए नतीजे

punjabkesari.in Thursday, Oct 19, 2023 - 11:45 AM (IST)

बदलते लाइफस्टाइल के कारण कई लोग मोटापे का शिकार हो रहे हैं। इसे कम करने के लिए वह कई तरह के प्रयास भी करते हैं लेकिन फिर भी यह समस्या कंट्रोल नहीं हो पाती। अब हाल ही में हुए शोध के अनुसार, डायबिटीज की दवाई मौंजारो(Mounjaro) ने मोटापे से जूझ रहे लोगों का वजन कम करने में मदद की। जिन लोगों ने इस दवाई के साथ व्यायाम किया उनका करीबन एक चौथाई और 60 पाउंड वजन कम हुआ। शोधकर्ताओं के अनुसार, नेचर मेडिसिन मैग्जीन में प्रकाशित हुई एक रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि तुलनात्मक रुप से एक ग्रूप के लोगों ने अच्छी डाइट और व्यायाम भी किया।   

शोधकर्ताओं ने किया खुलासा 

इंडिया टूडे में छपी खबर के अनुसार, पेंसिल्वेनिया यूनिवर्सटी के रिसचर्र प्रोफेसर डॉ थॉमस ने कहा कि यदि आप दवाई शुरु करने से पहले अपना वजन कम करते हैं तो आप बाद में भी काफी ज्यादा वजन कम कर सकते हैं। विशेषज्ञों ने कहा कि रिसर्च में सामने आए नतीजे इस बात की पुष्टि करते हैं कि एली लिली एंड कंपनी के द्वारा बनाई गई दवाई में मोटापा कम करने के लिए अच्छे परिणाम सामने आए हैं।

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शोध में शामिल हुए 200 से ज्यादा लोग 

तीन महीने की अच्छी डाइट और एक्सरसाइज के बाद 200 प्रतिभागियों ने वजन कम करने की हिम्मत छोड़ दी क्योंकि वह अपना वजन कम करने में असफल रहे। वहीं बाकी बचे 600 लोगों को लगभग 16 महीनों के लिए हफ्तों के इंजेक्शन के जरिए टिर्जेपाटाइड और प्लेस्बो दिए गए। 500 लोगों ने पूरा अध्ययन कियादोनों ग्रूप में शामिल हुए लोगों ने अच्छी डाइट और एक्सरसाइज के दौरान अपने शरीर का वजन लगभग 7% या लगभग 17 पाउंड(8 किलोग्राम) खो दिया। जिन लोगों ने दवा प्राप्त की उन्होंने शुरुआत में अपना वजन करीबन 18.4% या 44 पाउंड(20 किलोग्राम) कम किया। वहीं जिन लोगों ने डमी शॉट्स लिए उन्होंने शुरुआत में वजन सिर्फ 2.5% या 6 पाउंड(2.7 किलोग्राम) कम किया। कुल मिलाकर टिर्जेपाटाइड लेने वाले लगभग 88% लोगों ने ट्राइल के दौरान अपने शरीर का वजन को 5% या उससे कम किया वहीं जबकि प्लेसबो लेने वाले लगभग 17% की तुलना में दवा लेने वाले लगभग 29% लोगों ने अपना वजन कम से कम 1/4 खो दिया जबकि प्लेसबो लेने वालों का वजन सिर्फ 1% ही कम हुआ। 

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दवाईयां कम करेगी मोटापा 

वहीं इस शोध में रिसर्चस ने यह भी पाया कि जिन लोगों ने प्लेसबो ली उन्हें मतली, दस्त और कब्ज जैसे साइड इफेक्ट हुए। यह लक्षण हल्के ही थे जो दवाई की खुराक बढ़ाने के कारण सामने आए। दवाई लेने वाले 10% से ज्यादा लोगों ने साइड इफेक्ट के कारण शोध बंद कर दिया। वहीं एक्सपर्ट्स का मानना है कि लिली की इस दवाई को जल्द ही मुख्य तौर पर वजन कम करने के लिए घोषित कर देना चाहिए। अमेरिकी खाद्य और औषधि प्रशासन ने कंपनी को मोटापे के इलाज के लिए दवाई की फास्ट ट्रैक करने की समीक्षा दी है। उनका मानना है कि साल के अंत तक इस पर फैसला आ सकता है।

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palak

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