आयुर्वेद का अमृत! दवा से कंट्रोल नहीं हो रही Blood Sugar तो खाली पेट ये 10 पत्तियां चबाएं
punjabkesari.in Tuesday, Aug 19, 2025 - 09:23 PM (IST)

नारी डेस्कः भारत में लोग शुगर यानि डायबिटीज के तेजी से शिकार हो रहे हैं। ये एक ऐसी क्रॉनिक बीमारी है जिसे पूरी तरह से ठीक नहीं किया जा सकता हालांकि हैल्दी लाइफस्टाइल और सही देखभाल के बदौलत इसे कंट्रोल में जरूर रखा जा सकता है। ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखना जरूरी भी है क्योंकि इससे आपका दिल, किडनी और दिमाग से जुड़ी कई गंभीर बीमारियों का खतरा भी कंट्रोल में ही रहता है। एक बार शुगर हो जाए तो इसे कंट्रोल में रखने के लिए डाक्टर की बताई दवा समय पर लेनी जरूरी है लेकिन दवा खाने का मतलब ये नहीं है कि आप खान-पान का ध्यान ना दें।
डायबिटीज के रोगियों को कार्बोहाइड्रेट की मात्रा सीमित करनी चाहिए और इसके स्थान पर प्रोटीन और हेल्दी फैट्स का सेवन बढ़ाना चाहिए। साबुत अनाज, हरी पत्तेदार सब्जियां, बीन्स और दालें डाइट में शामिल करें। आयुर्वेदिक नुस्खे भी बहुत मददगार साबित हो सकते हैं जैसे कि मेथी के बीज, करेला, जामुन के बीज और गुड़मार जैसी औषधियां ब्लड शुगर को संतुलित करने में मददगार मानी जाती हैं।
करी पत्ता भी फायदेमंद
करी पत्ता भी ब्लड शुगर लेवल को बेलेंस बनाए रखने के लिए लाभकारी हो सकता है। आमतौर पर हम करी पत्तों का इस्तेमाल खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए करते है लेकिन पत्ते स्वाद के साथ-साथ सेहत के लिए भी लाभकारी हैं। करी पत्ता को सुखाकर आप पाउडर के रूप में ले सकते हैं। ताजे पत्तियों का अर्क ले सकते हैं और इसी ताजी पत्तियों को सीधा भी चबा सकते हैं। इनमें प्राकृतिक एंटीऑक्सीडेंट्स और ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित करने वाले तत्व मौजूद होते है जो डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद फायदेमंद साबित हो सकते हैं। करी पत्ते पाचन क्रिया को सुधारता और कोलेस्ट्रॉल लेवल को बेलेंस में रखता है। सुबह खाली पेट ताज़े करी पत्तों को चबाने या इनके रस का सेवन करने से ब्लड शुगर नियंत्रण में रह सकता है।
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डायबिटीज कंट्रोल करने में करी पत्ता कैसे मददगार?
आयुर्वेद विशेषज्ञ के अनुसार, करी पत्ता एक अत्यंत प्रभावशाली औषधि है जिसे ‘मीठा नीम’ भी कहा जाता है जो केवल स्वाद और खुशबू तक सीमित नहीं है, बल्कि यह औषधीय गुणों से भरपूर है। इसका सबसे बड़ा फायदे ब्लड शुगर वाले लोगों को है। करी पत्ता में मौजूद घुलनशील फाइबर पाचन की प्रक्रिया को धीमा कर देता है, जिससे कार्बोहाइड्रेट धीरे-धीरे ग्लूकोज में परिवर्तित होते हैं और ब्लड शुगर में अचानक उछाल नहीं आता। यह इंसुलिन सेंसिटिविटी को बेहतर बनाता है, जिससे शरीर प्राकृतिक रूप से शुगर को नियंत्रित करने लगता है।
केवल शुगर लेवल को ही नहीं बल्कि कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड जैसे फैट्स को भी ये कम करने में मदद करता है। कई एनिमल और ह्यूमन ट्रायल्स में यह पाया गया है कि करी पत्ते का सेवन ब्लड ग्लूकोज लेवल को घटाने में मदद करता है। हालांकि एलोपैथी के मुताबिक करी पत्ता डायबिटीज का पूरा इलाज नहीं है, लेकिन यह स्पोर्टिव एजेंट के रूप में काम करता है।
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करी पत्ता का कैसे करें सेवन?
ताज़े करी पत्तों को सुबह खाली पेट 4-5 पत्ते चबाएं या फिर इनका पाउडर बनाकर 3 से 4 ग्रान गुनगुने पानी के साथ लें।
डिस्कलैमरः करी पत्ता संभावित लाभ (ब्लड शुगर नियंत्रण, कोलेस्ट्रॉल कमी) प्रदान कर सकता है, यह दावा आंशिक रूप से वैज्ञानिक आधार पर टिकता है लेकिन अभी भी इसे सहायता के रूप में और डॉक्टर की सलाह पर आधारित, उपयोग करना ही सबसे सुरक्षित और बुद्धिमत्तापूर्ण कदम है।