कार्तिक पूर्णिमा के पर्व पर श्रद्धालुओं ने लगाई पुण्य की डुबकी, देखें शानदार नजारा

punjabkesari.in Tuesday, Nov 08, 2022 - 04:43 PM (IST)

कार्तिक पूर्णिमा के मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु गंगा में आस्था की डुबकी लगा रहे हैं। कार्तिक पूर्णिमा का गंगा स्नान साल का अंतिम स्नान होता है और धार्मिक मान्यताओं में काफी महत्वपूर्ण है। माना जाता है कि कार्तिक पूर्णिमा पर गंगा में स्नान करने और दान आदि करने से सभी दुख दूर होते हैं साथ ही मोक्ष की प्राप्ति होती है. इसलिए यहां श्रद्धालुओं का हुजूम उमड़ रहा है। 

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हरिद्वार में श्रद्धालुओं ने किया स्नान

देशभर के विभिन्न प्रांतों से आए श्रद्धालुओं ने सुबह हरिद्वार में  हर की पौड़ी सहित विभिन्न घाटों पर स्नान करना प्रारंभ कर दिया था। वर्ष के आखिरी बड़े स्नान होने के चलते आज भारी संख्या में श्रद्धालु हरिद्वार पहुंचे और साथ ही संयोग से चंद्रग्रहण पड़ने के कारण श्रद्धालुओं का आगमन लगातार जारी है। कहा जाता है कि इस दिन आंवले का दान करने से विशेष पुण्य फल की प्राप्ति होती है। आज के दिन स्नान और दान करने से श्रद्धालुओं की सभी मनोकामनाएं 
भी पूर्ण होती हैं । 

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इस दिन दान करने से मिलता है फल 

मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान करने से पितरों को मोक्ष की प्राप्ति मिलती है साथ ही दान आदि करने से अभीष्ट फल की भी प्राप्ति होती है।सनातन धर्म में कार्तिक पूर्णिमा का विशेष महत्व है। यह पर्व हर साल कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा को आता है। सिख संप्रदाय में कार्तिक पूर्णिमा का दिन प्रकाशोत्सव के रूप में मनाया जाता है। क्योंकि इस दिन सिख संप्रदाय के संस्थापक गुरू नानक देव का जन्म हुआ था।

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कार्तिक पूर्णिमा पर जरूर करें तुलसी की पूजा

पौराणिक कथाओं के अनुसार  कार्तिक पूर्णिमा को ही देवी तुलसी ने पृथ्वी पर जन्म लिया था। इस दिन बैकुण्ठ के स्वामी श्री हरि को तुलसी पत्र ज़रुर चढ़ाना चाहिए। कार्तिक मास में श्री राधा और श्री कृष्ण जी की पूजा का भी विशेष महत्व है। ग्रंथों में यह भी कहा गया है कि कार्तिक माह धार्मिक कार्यों के लिए बहुत अच्छा होता है, हालांकि इस बार चंद्रग्रहण के चलते कोई कार्य नहीं किया जा सकता। 

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कार्तिक स्नान सेहत के लिए भी फायदेमंद

कार्तिक स्नान का केवल धार्मिक महत्त्व ही नहीं है, बल्कि इसे विज्ञान की कसौटी पर भी अच्छी तरह से कसा गया है।  मानसून समाप्त होने के बाद आने वाले कार्तिक माह में आसमान पूरी तरह से साफ हो जाता है, इस कारण सूर्य की किरणें धरती पर सीधे पड़ती हैं। इन किरणों से धरती पर जो भी हानिकारक जीव जंतू होते हैं, वे पूरी तरह से समाप्त हो जाते हैं, इसके फलस्वरूप वातावरण शुद्ध हो जाता है, जो मानव के स्वास्थ्य की दृष्टि से बहुत ही लाभदायी होता है। 


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Content Writer

vasudha

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