सांस लेना भी हुआ मुश्किल! दिल्ली-एनसीआर में AQI 450+,जानें किस मास्क से खुद को बचाएं
punjabkesari.in Monday, Nov 24, 2025 - 02:19 PM (IST)
नारी डेस्क : दिल्ली-एनसीआर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) इन दिनों 450 के पार पहुंच चुका है, जो अत्यंत खतरनाक स्तर माना जाता है। लगातार बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों के लिए घर से बाहर निकलना भी मुश्किल हो गया है। ऐसे प्रदूषण से स्वास्थ्य पर गंभीर असर पड़ता है और कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। एक्सपर्ट लगातार लोगों को सही मास्क पहनने और बाहर निकलते समय सावधानी बरतने की सलाह दे रहे हैं। तो आइए जानते हैं, इस खतरनाक प्रदूषण में कौन सा मास्क पहनना सबसे सुरक्षित है।
वायु प्रदूषण का सेहत पर असर
फेफड़ों की कार्य क्षमता प्रभावित हो सकती है और फेफड़े कमजोर हो सकते हैं।
हार्ट डिजीज का खतरा बढ़ जाता है।
लंबे समय तक प्रदूषित हवा के संपर्क में रहने से अस्थमा, क्रॉनिक ब्रोंकाइटिस और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां हो सकती हैं।
पहले से फेफड़ों या सांस संबंधित रोग वाले लोग घर से बाहर बिल्कुल न निकलें।
एक्सपर्ट के अनुसार, AQI 450 स्तर पर सांस लेना 10-15 सिगरेट पीने के बराबर है।
गाजियाबाद का AQI स्तर भी 510 दर्ज किया गया है, जो और भी खतरनाक है।
AQI लेवल गुड और बैड और उनको दर्शाने के लिए कलर
0-50 (गुड) : 'हरा मास्क' बहुत कम या कोई जोखिम नहीं, मास्क की पहनने की जरूरत नहीं होती है।
51–100 (मॉडरेट): 'पीला मास्क' संवेदनशील व्यक्तियों के लिए मॉडरेट रिस्क, संवेदनशील लोग लंबे समय तक बाहर मेहनत वाला काम करने से बचें।
101–150- (संवेदनशील लोगों के लिए अस्वस्थ): ' नारंगी मास्क' ऐसे लोग देर तक बाहर रहने से जरूर बचें।
151–200- (अनहेल्दी): 'लाल मास्क' सभी की सेहत के लिए हानिकारक, मास्क पहनें. संवेदनशील लोग लंबे समय तक बाहर मेहनत से बचें. नॉर्मल लोग भी कम बाहर घूमें।
201–300- (अधिक अनहेल्दी): 'बैंगनी मास्क' पूरी आबादी के लिए स्वास्थ्य चेतावनी, मास्क पहनें. सक्रिय बच्चों और श्वसन समस्याओं वाले वयस्कों को बाहर बिल्कुल नहीं निकलना चाहिए।
301+ (खतरनाक): सभी के लिए गंभीर स्वास्थ्य प्रभाव, मास्क जरूर पहनें, जरूरत नहीं तो बाहर न निकलें, हर कोई इससे प्रभावित हो सकता है. यह हेल्थ के लिए एक एमरजेंसी कंडीशन है।
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कौन सा मास्क है सबसे प्रभावी
सस्ते लोकल मास्क, कपड़े या सर्जिकल मास्क PM2.5 और हानिकारक कणों से पूरी सुरक्षा नहीं देते।
बेहतर विकल्प: N90, N95, N99, KN95 या FFP2 मास्क।
N95 मास्क लगभग 95% छोटे कण (0.3 माइक्रॉन तक) को रोकता है।
N90 लगभग 90% कण रोकता है।
फिटिंग जरूरी
मास्क चेहरे से पूरी तरह चिपकना चाहिए।
किसी भी तरह की हवा बाहर से अंदर न घुसे।
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सुरक्षा के उपाय
घर से बाहर केवल जरूरी काम के लिए निकलें।
बच्चे, बुजुर्ग और फेफड़ों की बीमारी वाले लोग बाहर न निकलें।
मास्क पहनें और हवा में लंबे समय तक रहने से बचें।
घर में हवा को साफ रखने के लिए एयर प्यूरीफायर या वेंटिलेशन का उपयोग करें।
दिल्ली-एनसीआर में हाल की खतरनाक हवा में जीवन चुनौतीपूर्ण है। सही मास्क पहनना, घर के अंदर सुरक्षा बनाए रखना और संवेदनशील लोग घर में ही रहें, इन कदमों से आप खुद को प्रदूषण के गंभीर प्रभाव से बचा सकते हैं।

