दर्दनाक हादसा: खेलते समय 11 साल की बच्ची को आया हार्ट अटैक, अस्पताल में हुई मौत
punjabkesari.in Thursday, Sep 11, 2025 - 10:43 AM (IST)

नारी डेस्क: आजकल बच्चों में भी अचानक हार्ट अटैक जैसी गंभीर बीमारी देखी जा रही है, जो किसी को भी हैरान कर देती है। ऐसा क्यों हो रहा है कि छोटी उम्र में ही मासूम बच्चों की सेहत इतनी तेजी से बिगड़ रही है? हाल ही में इंदौर में 11 साल की एक बच्ची खेलते-खेलते अचानक बेहोश हो गई और अस्पताल में उसकी मौत हो गई। यह घटना हम सभी के लिए एक चेतावनी है कि हमें बच्चों के स्वास्थ्य और लाइफस्टाइल पर खास ध्यान देने की जरूरत है।
लंच टाइम में खेलते-खेलते गिरी ज़मीन पर
घटना बुधवार दोपहर की है। प्राइवेट स्कूल में पढ़ने वाली छात्रा लक्षिता पटेल लंच ब्रेक में अपने दोस्तों के साथ खेल रही थी। खेलते समय उसे अचानक थकान महसूस हुई और वह कुछ देर के लिए मैदान में बैठ गई। लेकिन कुछ ही मिनटों बाद वह अचानक ज़मीन पर गिर गई और बेहोश हो गई।
अस्पताल पहुंचते ही डॉक्टरों ने जताई कार्डियक अरेस्ट की आशंका
स्कूल के स्पोर्ट्स टीचर और अन्य स्टाफ ने फौरन गंभीरता को समझते हुए बच्ची को बेटमा के सरकारी अस्पताल पहुंचाया। प्राथमिक जांच में डॉक्टरों को कार्डियक अरेस्ट की आशंका हुई। इसके बाद बेहतर इलाज के लिए बच्ची को तुरंत इंदौर के चोइथराम हॉस्पिटल रेफर कर दिया गया।
इंदौर में 11 साल की बच्ची की कार्डियक अरेस्ट से मौत, छठवीं कक्षा में पढ़ती बच्ची खेलते खेलते गिर पड़ी थी#Indore pic.twitter.com/Y1EvHGTybN
— News Madhyapradesh (@newsmplive) September 11, 2025
2 घंटे तक चली जिंदगी बचाने की कोशिश
करीब दोपहर 3 बजे लक्षिता को चोइथराम अस्पताल में भर्ती किया गया, जहां डॉक्टरों की टीम ने बिना समय गंवाए इलाज शुरू किया। बच्ची को बचाने के लिए करीब 2 घंटे तक लगातार कोशिशें की गईं, लेकिन अंत में शाम करीब 5 बजे डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। लक्षिता पढ़ाई में तेज और स्कूल की होनहार छात्रा थी। उसकी मौत की खबर से स्कूल और मोहल्ले में मातम छा गया।
परिवार में पसरा मातम, हर कोई हैरान
लक्षिता के पिता दिलीप पटेल एक निजी कंपनी में काम करते हैं। परिवार में उसका एक बड़ा भाई भी है, जो इस समय बिजलपुर में मामा के घर रहकर पढ़ाई कर रहा है। बच्ची की अचानक मौत की खबर से पूरा परिवार टूट गया है। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए जिला अस्पताल भिजवाया, जहां जांच के बाद बच्ची का शव परिजनों को सौंप दिया गया।
कम उम्र में कार्डियक अरेस्ट? जांच में जुटा स्वास्थ्य विभाग
इस घटना ने स्वास्थ्य विभाग को भी चौंका दिया है। आमतौर पर कार्डियक अरेस्ट वयस्कों या बुजुर्गों में देखा जाता है, लेकिन 11 साल की बच्ची में हार्ट अटैक आना एक गंभीर विषय है। स्वास्थ्य विभाग और पुलिस दोनों ही इस बात की जांच कर रहे हैं कि आखिर ऐसी क्या वजह रही कि इतनी कम उम्र में लक्षिता को कार्डियक अरेस्ट आया।
इस दुखद घटना ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि अब हृदय रोगों का खतरा बच्चों तक भी पहुंच रहा है। यह न केवल चिकित्सा विशेषज्ञों के लिए चिंता का विषय है, बल्कि अभिभावकों को भी बच्चों के स्वास्थ्य पर और ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है।