CT स्कैन के दौरान महिला की मौत, ऐसा आपके साथ न हो, इसलिए इन बातों का रखें ध्यान
punjabkesari.in Sunday, Sep 07, 2025 - 05:20 PM (IST)

नारी डेस्क: हाल ही में एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जिसमें एक 22 साल की महिला की CT स्कैन के दौरान एलर्जी रिएक्शन से मौत हो गई। ये मामला डराने वाला ज़रूर है, लेकिन इससे घबराने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की ज़रूरत है। आइए जानते हैं पूरी घटना, इससे जुड़े कारण और कैसे आप खुद को ऐसे खतरे से बचा सकते हैं।
क्या था पूरा मामला?
ब्राज़ील की रहने वाली लेटिसिया पॉल नाम की 22 साल की एक युवा वकील को किडनी स्टोन की परेशानी थी। 20 अगस्त को वह एक आम CT स्कैन जांच के लिए गईं। यह एक रूटीन टेस्ट था, जिसे कई बार डॉक्टर द्वारा डायग्नोसिस के लिए किया जाता है। लेकिन स्कैन के दौरान उन्हें गंभीर एलर्जिक रिएक्शन हुआ।
इस रिएक्शन की वजह से उनका शरीर एनाफिलेक्टिक शॉक में चला गया। हालत बिगड़ने पर उन्हें तुरंत इमरजेंसी में एडमिट किया गया और इलाज शुरू किया गया। डॉक्टरों की कोशिशों के बावजूद, 24 घंटे के अंदर उनकी मौत हो गई।
CT स्कैन से एलर्जी कैसे हो सकती है?
CT स्कैन अपने आप में एलर्जी पैदा नहीं करता। लेकिन स्कैन को और ज्यादा स्पष्ट और सटीक बनाने के लिए एक विशेष तरल पदार्थ का उपयोग किया जाता है, जिसे कॉन्ट्रास्ट डाई (Contrast Dye) कहा जाता है। ये डाई शरीर में इंजेक्शन के जरिए दी जाती है ताकि स्कैनिंग में अंगों की रचना साफ नजर आए।
कुछ लोगों का इम्यून सिस्टम इस डाई को “फॉरेन सब्सटेंस” यानी बाहरी और हानिकारक तत्व समझ लेता है, और इसके खिलाफ रिएक्शन शुरू कर देता है। इसी रिएक्शन की वजह से एलर्जी होती है, जो हल्की खुजली से लेकर जानलेवा एनाफिलेक्टिक शॉक तक हो सकती है।
किन लोगों को है ज्यादा खतरा?
हालांकि, CT स्कैन हज़ारों लोग करवाते हैं और ज़्यादातर के साथ सब कुछ सामान्य होता है। लेकिन कुछ लोगों के लिए यह खतरनाक साबित हो सकता है, जैसे जिन्हें पहले से किसी दवा से एलर्जी रही हो। जिनकी अस्थमा या एलर्जिक हिस्ट्री हो। मल्टीपल ड्रग एलर्जी वाले मरीज। किडनी के मरीज़, क्योंकि कॉन्ट्रास्ट डाई किडनी से ही बाहर निकलती है। जिन्हें पहले कभी कॉन्ट्रास्ट डाई से हल्का भी रिएक्शन हुआ हो। ऐसे लोगों को स्कैन से पहले डॉक्टर को अपनी मेडिकल हिस्ट्री पूरी तरह बतानी चाहिए।
एनाफिलेक्टिक शॉक क्या होता है?
एनाफिलेक्टिक शॉक एक गंभीर और तात्कालिक एलर्जिक रिएक्शन है जो शरीर में बहुत तेज़ी से फैलता है और कुछ ही मिनटों में जानलेवा स्थिति बना सकता है। इसमें शरीर की इम्यून सिस्टम ज़रूरत से ज़्यादा प्रतिक्रिया करती है।
इसके लक्षण इस प्रकार होते हैं
सांस लेने में तकलीफ
गले में सूजन या जकड़न
त्वचा पर लाल चकत्ते या खुजली
ब्लड प्रेशर का अचानक गिरना
दिल की धड़कन तेज़ होना
बेचैनी और घबराहट
बेहोशी या अचेत होना
ये लक्षण इतने तेजी से बढ़ते हैं कि अगर समय पर इलाज न मिले, तो मरीज की जान बचाना मुश्किल हो जाता है।
CT स्कैन के दौरान ऐसा क्यों होता है?
जब कॉन्ट्रास्ट डाई शरीर में डाली जाती है, तो कुछ लोगों का इम्यून सिस्टम उसे खतरनाक मान लेता है। इससे हिस्टामाइन नाम का केमिकल शरीर में रिलीज़ होता है, जो एलर्जी रिएक्शन का कारण बनता है। इस रिएक्शन की वजह से स्किन पर रैश, खुजली, गले में सूजन और गंभीर मामलों में एनाफिलेक्टिक शॉक हो सकता है। इसलिए रेडियोलॉजी या स्कैन सेंटर में ट्रेन्ड डॉक्टर, आपातकालीन दवाएं, और ऑक्सीजन सपोर्ट पहले से तैयार रखा जाता है।
कैसे करें बचाव? – जरूरी सावधानियां
इस तरह की घटनाएं दुर्भाग्यपूर्ण हैं लेकिन इनसे बचाव किया जा सकता है, अगर कुछ अहम बातों का ध्यान रखा जाए
मेडिकल हिस्ट्री साझा करें: अगर आपको किसी दवा या इंजेक्शन से एलर्जी है, तो डॉक्टर को पहले से बताएं। कोई भी जानकारी न छुपाएं।
किडनी के मरीज विशेष ध्यान दें: कॉन्ट्रास्ट डाई किडनी से बाहर निकलती है, इसलिए अगर आपकी किडनी कमजोर है या डायलिसिस पर हैं, तो डॉक्टर को बताएं।
प्री-मेडिकेशन लेना: अगर आप हाई-रिस्क ग्रुप में आते हैं, तो डॉक्टर आपको एंटी-हिस्टामिन या स्टेरॉयड दवाएं CT स्कैन से पहले दे सकते हैं, जिससे रिएक्शन का खतरा कम हो जाता है।
सर्टिफाइड सेंटर पर ही स्कैन कराएं: हमेशा NABH या किसी प्रमाणित स्कैन सेंटर पर ही CT स्कैन कराएं, जहां ट्रेन्ड स्टाफ और आपातकालीन सुविधा मौजूद हो।
एनेस्थेटिस्ट या विशेषज्ञ की निगरानी जरूरी: अगर कोई एलर्जी रिएक्शन हो, तो तुरंत सही इलाज मिल सके इसके लिए एक एनेस्थेटिस्ट या इमरजेंसी विशेषज्ञ का मौजूद होना ज़रूरी है।
डरें नहीं, सतर्क रहें
CT स्कैन एक बेहद सामान्य और जरूरी मेडिकल जांच है। लाखों लोग इसे हर साल करवाते हैं और 99.9% मामलों में कोई दिक्कत नहीं होती। लेकिन चूंकि कॉमन टेस्ट है, इसका मतलब ये नहीं कि हम लापरवाह हो जाएं। अगर आप या आपके किसी जानने वाले को स्कैन कराना है, तो ऊपर दी गई सावधानियों का पालन जरूर करें।
महत्वपूर्ण सलाह: कोई भी दवा लेने, जांच कराने या मेडिकल निर्णय लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श जरूर लें।