कोरोना वैक्सीन की रेस में आगे अमेरिका, कामयाबी से बस एक कदम दूर भारत
punjabkesari.in Tuesday, Nov 03, 2020 - 09:44 AM (IST)
यूरोप, ब्रिटेन, फ्रांस में कोरोना की दूसरी लहर शुरू होने के कारण कोहराम मचा हुआ है। वहीं, भारत में भी कोरोना के रोज नए मामले सामने आ रहे हैं। आशंका है कि भारत में भी कोरोना की दूसरी लहर शुरू हो सकती है। ऐसे में लोगों की उम्मीदें कोरोना वैक्सीन पर टिकी हुई है। इसी बीच भारत से वैक्सीन को लेकर बड़ी खुशखबरी सामने आ रही है।
कोरोना वैक्सीन की रेस में आगे भारत
खबरों के मुताबिक, कोरोना वैक्सीन बनाने की रेस में भारत काफी आगे है। देश में कोरोना की 60 करोड़ खुराक का प्री-ऑर्डर तैयार हो चुका है। वहीं, एडवांस मार्केट कमिटमेंट्स के एक ग्लोबल एनालिसस के मुताबिक देश और 100 करोड़ खुराक पाने की कोशिश कर रहा है। बड़ी बात यह भी है कि भारत वैक्सीन उत्पादन के मामले में अग्रणी है। यहां सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के अलावा ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका और जायडस कैडिला जैसी फार्मा कंपनियां भी है। ऐसे में अगर इनमें से कोई भी वैक्सीन बना लेता है तो उसका फायदा भी भारत को होगा।
अमेरिका का क्या है हाल?
ड्यूक ग्लोबल हेल्थ इनोवेशन सेंटर के मुताबिक, वैक्सीन की बुकिंग के मामले अमेरिका सबसे आगे है। इसके बाद भारत दूसरे स्थान पर है। अमेरिका में 81 करोड़ खुराक तय और 160 करोड़ के लिए बातचीत चल रही है। वहीं, भारत में 60 करोड़ खुराक तय और 100 करोड़ के लिए बातचीत की जा रही है। इसके अलावा यूरोपियन यूनियन ने भी 40 करोड़ खुराक तय कर ली है और 156 करोड़ खुराक प्राप्त करने के लिए बातचीत कर रहा है।
ब्रिटेन की भी तैयारी पूरी
वहीं, आबादी के हिसाब से कनाडा ने भी 5 गुना अधिक कोरोना की खुराक बुक कर रखी है। अमेरिका ने आबादी की तुलना में 230% खुराक बुक कर रखी है। रिसर्च सेंटर के सहायक के मुताबिक, नियामकों के अप्रूवल मिलने पर पर ही बुक की गई वैक्सीन की खरीद निर्भर करती है। फिलहाल 180 देश वैक्सीन बनाने में लगे हुए हैं, जिसमें से बहुत से इंजेक्शन आखिरी ट्रायल में है लेकिन किसी को भी अभी मंजूरी नहीं दी गई है। इसलिए ब्रिटेन ने 5 अलग-अलग सौदे कर लिए है।
कामयाबी से बस एक कदम दूर भारत की देसी वैक्सीन
भारत में कोरोना की 3 वैक्सीन तैयार की जा रही है, जोकि आखिरी चरण के ट्रायल पर हैं। देसी वैक्सीन 'Covaxin' से देश को काफी उम्मीद है, जो बायोटेक कंपनी ICMR और NIV ने मिलकर बनाई है। पहले और दूसरे चरण में वैक्सीन ने अच्छा असर दिखाया इसलिए इस वैक्सीन से ज्यादा उम्मीद लगाई जा रही है। इसके अलावा देश में जायडस कैडिला की ZyCoV-D और ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की 'Covishield' भी आखिरी चरण के ट्रायल में है।
बता दें कि भारत कोरोना के लिए अपना टीका कोवाक्सीन अगले साल अप्रैल से जून तक पेश कर सकती है। नियामक प्राधिकरणों की मंजूरी मिलने के बाद भारत दूसरी तिमाही में वैक्सीन लांच करने की तैयारी कर लरहा है। फिलहाल वैक्सीन के तीसरे ट्रायल पर ध्यान दिया जा रहा है।