बेहद खतरनाक है कोरोना के आफ्टर इफैक्टस, इस अंग के लिए बन रहा जानलेवा
punjabkesari.in Saturday, Sep 26, 2020 - 06:27 PM (IST)
कोरोना वायरस ने पूरी दुनिया को अपनी चपेट में ले लिया है। विशेषज्ञों की मानें तो कोरोना के लक्षण सर्दी, झुकाम और बुखार है लेकिन जैसे जैसे कोरोना के केस बढ़ते जा रहे हैं वैसे वैसे इसके लक्षण भी बदलते जा रहे हैं। ऐसे कईं केस सामने आ चुके हैं जहां लोगों में कोरोना के लक्षण तो दिख रहे हैं लेकिन उनका टेस्ट नेगेटिव आ रहा है। ऐसे में कोरोना साइलेंट होकर शरीर के एक ऐसे अंग पर असर डाल रहा होता है जिनसे हम सभी अनजान होते हैं।
ठीक होने के बाद भी खतरनाक है कोरोना
कोरोना की वैक्सीन की बात करें तो फिलहाल अभी इस पर दुनिया भर के देश काम कर रहे हैं लेकिन यह वैक्सीन कब तक आएगी और रोगियों के लिए कितनी असरदार होगी इस पर तो कुछ कहा नहीं जा सकता है लेकिन हाल ही में कोरोना के ऐसे साइंलेट लक्षण सामने आए हैं जिसे सुन आप भी हैरान रह जाएंगे। अगर आप भी कोरोना से ठीक हो चुके हैं या आप का कोरोना टेस्ट भी लगातार नेगेटिव आ रहा है लेकिन फिर भी आप में कोरोना के लभण नजर आ रहे हैं तो आपको अपने शरीर के इस अंग की जांच जरूर करवानी चाहिए।
बेहद खतरनाक है कोरोना के आफ्टर इफेक्टस
लोगों को लगता है कि कोरोना के लक्षण हैं सर्दी झुकाम, बुखार, थकावट होना लेकिन इस वायरस से ठीक होने के बाद हो सकता है आप में ऐसा कोई लक्षण नजर न आए। रोजाना मिल रही जानकारियों की मानें तो अगर आपको बैचेनी होती है या फिर आपको थकान होती है तो यह भी कोरोना के लक्षण हो सकते हैं।
इस अंग के लिए जानलेवा बन रहा कोरोना
कोरोना ठीक हुए मरीजों के चाहे किसी अंग पर असर न डाले लेकिन यह फेफड़ों के लिए जानलेवा बन रहा है। चाहे आप में कोरोना के लक्षण दिखाई दे या ना लेकिन कोरोना साइलेंट किलर बन कर आपके फेफड़ों को अंदर ही अंदर से खत्म कर देता है। हेल्थ एक्सपर्ट्स भी यह सलाह देते हैं कि आपको चाहे शरीर में थकान, कमजोरी, सर्दी झुकाम जैसे लक्षण न दिखाई दे लेकिन अगर आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो आपको अपने फेफड़ों की जांच करवानी चाहिए। आपको बता दें कि भारत के ऐसे कईं राज्य है जहां ऐसे ही केस सामने आए हैं। जहां लंग्स इंफेक्शन रोगियों की संख्या में तेजी से वृद्धि हुई है।
जरूर कराएं सीटी स्कैन
अगर आप कोरोना से ठीक हो गए और अगर आपका टेस्ट भी नेगेटिव आ रहे है लेकिन इस स्थिती में भी आपको अलर्ट रहने की जरूरत है । इसलिए ठीक होने के बाद सीटी स्कैन जरूर कराएं। इस एक ऑपशन से ही आप यह जान सकते हैं कि कोरोना कहीं अंदर ही अंदर आपके फेफड़ों के लिए काल तो नहीं बन रहा है।