“सावधान! ये खाने की चीजें बढ़ा सकती हैं आंत के कैंसर का खतरा, रिसर्च में हुआ बड़ा खुलासा”

punjabkesari.in Sunday, Nov 16, 2025 - 11:35 AM (IST)

नारी डेस्क:  एक नई स्टडी में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है कि रोजमर्रा में खाए जाने वाले कुछ खाद्य पदार्थ आंतों के कैंसर (कोलोन कैंसर) का जोखिम लगभग 45% तक बढ़ा सकते हैं। यह स्टडी बताती है कि अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स, यानी पैकेट में मिलने वाले और जल्दी तैयार होने वाले फूड्स, 50 साल से कम उम्र के लोगों में आंत के कैंसर का खतरा काफी बढ़ा देते हैं। यह शोध 20 साल तक इकट्ठा किए गए आंकड़ों पर आधारित है और JAMA Oncology में प्रकाशित हुआ है।

महिलाओं में अधिक खतरा

शोधकर्ताओं के अनुसार, जो महिलाएं दिनभर में अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स की 10 से ज्यादा सर्विंग्स लेती हैं, उनमें उन महिलाओं की तुलना में 45% ज्यादा प्रीकैंसरस ग्रोथ (एडेनोमा) पाई गई, जो दिन में सिर्फ 3 बार ऐसे फूड्स खाती हैं। एडेनोमा को कोलोरेक्टल कैंसर की शुरुआत माना जाता है।

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अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स क्या होते हैं?

अल्ट्राप्रोसेस्ड या रेडी-टू-ईट फूड्स वे होते हैं जो पैकेट में मिलते हैं और 3–5 मिनट में पककर तैयार हो जाते हैं। ये फैक्ट्री में बनाए जाते हैं और इनमें शामिल होते हैं-

 अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स से बढ़ रहा आंत के कैंसर का खतरा

एक नई मेडिकल स्टडी में खुलासा हुआ है कि रोजमर्रा में खाए जाने वाले कुछ खाद्य पदार्थ आंतों के कैंसर (कोलोन कैंसर) का खतरा काफी बढ़ा सकते हैं। शोध में पाया गया कि अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स जो पैकेट में मिलते हैं और जल्दी तैयार हो जाते हैं—50 साल से कम उम्र के वयस्कों में कोलोन कैंसर का जोखिम लगभग 45% तक बढ़ा देते हैं। यह रिसर्च मास जनरल ब्रिघम ने की है और JAMA Oncology में प्रकाशित हुई है। करीब 20 साल के डेटा पर आधारित इस स्टडी ने बताया कि ऐसे फूड्स युवा वयस्कों की सेहत के लिए गंभीर खतरा बन सकते हैं।

महिलाओं में 45% ज्यादा जोखिम

स्टडी में यह सामने आया कि महिलाओं में आंत के कैंसर का खतरा और भी अधिक है। जो महिलाएं रोजाना अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स की 10 से ज्यादा सर्विंग्स खाती हैं, उनमें उन महिलाओं की तुलना में 45% अधिक प्रीकैंसरस ग्रोथ (एडेनोमा) पाई गई, जो दिन में केवल 3 बार ऐसे फूड्स लेती हैं। एडेनोमा वह शुरुआती ग्रोथ है जिससे आगे चलकर कोलोरेक्टल कैंसर विकसित हो सकता है।

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क्या होते हैं अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स?

अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स वे फूड्स होते हैं जो फैक्ट्री में तैयार किए जाते हैं और लंबे समय तक स्टोर करने के लिए इनमें कई तरह के केमिकल मिलाए जाते हैं। इनमें नकली रंग, आर्टिफिशियल फ्लेवर, प्रेज़र्वेटिव, इमल्सिफायर, गाढ़ा करने वाले पदार्थ, हाइड्रोजेनेटेड ऑयल, ज्यादा चीनी, ज्यादा नमक और अनहेल्दी फैट्स होते हैं। इन फूड्स में फाइबर, प्रोटीन, विटामिन और मिनरल्स की मात्रा बहुत कम होती है, जिससे शरीर को उचित पोषण नहीं मिल पाता।

कौन-कौन से फूड्स आते हैं अल्ट्राप्रोसेस्ड की कैटेगरी में?

अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स की लिस्ट लंबी है और ये हमारी रूटीन डाइट में आसानी से शामिल हो जाते हैं। इनमें शामिल हैं- चिप्स, नमकीन, बिस्कुट, पैकेट स्नैक्स, इंस्टेंट नूडल्स, प्रोसेस्ड सब्जियाँ और ग्रेवी, पैकेट वाले जूस, शुगरी कोल्ड ड्रिंक्स, फ्रोजन स्नैक्स, फ्रोजन पिज्जा, फ्रोजन मील्स, इंस्टेंट सूप, मीठे ब्रेकफास्ट सीरियल्स, फ्लेवर्ड योगर्ट, केक मिक्स आदि। ऐसे फूड्स नियमित रूप से खाने पर शरीर में कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएँ बढ़ सकती हैं, जिनमें कैंसर भी शामिल है।

सिर्फ डाइट ही नहीं, और भी कारण हैं आंत के कैंसर के

विशेषज्ञों का कहना है कि केवल डाइट ही आंत के कैंसर का कारण नहीं होती। इसके पीछे कई अन्य वजहें भी हो सकती हैं, जैसे- जेनेटिक्स (वंशानुगत कारक), मेटाबॉलिक डिसऑर्डर्स, मोटापा, कम शारीरिक गतिविधि, तनाव और असंतुलित लाइफस्टाइल। हालांकि, अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स का ज्यादा सेवन इन सभी कारकों के साथ मिलकर आंत के कैंसर के जोखिम को काफी बढ़ा देता है। इसी वजह से डॉक्टर सलाह देते हैं कि ताज़ा, प्राकृतिक और कम प्रॉसेस्ड फूड्स को डाइट में शामिल करना बेहद जरूरी है। विशेषज्ञों के मुताबिक आंत का कैंसर सिर्फ खराब डाइट से नहीं होता।

इसके अन्य कारण हैं

जेनेटिक्स (वंशानुगत कारण)

मेटाबॉलिक डिसऑर्डर्स

गलत लाइफस्टाइल

कम शारीरिक गतिविधि

स्टडी का स्पष्ट संदेश है कि अल्ट्राप्रोसेस्ड फूड्स जितना ज्यादा खाए जाते हैं, शरीर में उतनी ही स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ती हैं, खासकर आंतों का कैंसर।  


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Content Editor

Priya Yadav

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