चुपके से महिलाओं के शरीर को खाती है ये बीमारियां, ये लक्षण दिखते ही डॉक्टर से कर लें बात

punjabkesari.in Saturday, Mar 08, 2025 - 12:22 PM (IST)

नारी डेस्क: अक्सर महिलाएं अपनी सेहत को नजरअंदाज करती हैं और घर, परिवार और काम में इतनी व्यस्त हो जाती हैं कि अपने शरीर के संकेतों को समझ नहीं पातीं। कई बार महिलाओं के शरीर में कुछ गुप्त स्वास्थ्य समस्याएं (Hidden Health Issues) होती हैं, जिन्हें वे सामान्य समझकर अनदेखा कर देती हैं। लेकिन यह समस्या आगे चलकर गंभीर बीमारियों का कारण बन सकती हैं। आज हम आपको महिलाओं के स्वास्थ्य से जुड़े ऐसे छुपे हुए सच बताएंगे, जिनके बारे में हर महिला को पता होना चाहिए।  

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हार्मोनल असंतुलन (Hormonal Imbalance) 
 
महिलाओं के शरीर में एस्ट्रोजन (Estrogen), प्रोजेस्टेरोन (Progesterone) और थायरॉयड  जैसे हार्मोन होते हैं, जिनकी गड़बड़ी से कई तरह की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।  कई महिलाएं इन लक्षणों को नजरअंदाज कर देती हैं और इसे सामान्य मानती हैं। लेकिन यह समस्या आगे चलकर पॉलीसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (PCOS), थायरॉयड, या इंफर्टिलिटी का कारण बन सकती है।  

लक्षण-
  
- अनियमित पीरियड्स  
- वजन तेजी से बढ़ना या घटना  
- चेहरे या शरीर पर अनचाहे बाल आना (Hirsutism)  
- अत्यधिक थकान  
- मूड स्विंग्स या डिप्रेशन  


आयरन की कमी या एनीमिया (Anemia) 

महिलाओं में पीरियड्स, गर्भावस्था, और स्तनपान के दौरान आयरन की भारी कमी हो जाती है, जिससे एनीमिया हो सकता है।  कई महिलाएं इसे सामान्य कमजोरी समझकर नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन यह शरीर में रक्ताल्पता (Anemia) का संकेत हो सकता है। समय पर ध्यान न देने पर यह दिल की बीमारी, गर्भधारण में कठिनाई और कमजोरी का कारण बन सकता है।  

लक्षण:

- जल्दी थकान होना  
- चक्कर आना या सिरदर्द  
- बाल झड़ना  
- चेहरे का रंग पीला पड़ना  
- बार-बार सांस फूलना  
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 हड्डियों का कमजोर होना 

30 की उम्र के बाद महिलाओं की  हड्डियों की घनत्व (Bone Density) कम होने लगती है, खासकर मेनोपॉज के बाद। यह समस्या भविष्य में हड्डियों के टूटने, कमर दर्द और जोड़ों के दर्द  का कारण बन सकती है।  महिलाएं इसे उम्र का असर समझकर नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन समय पर कैल्शियम और विटामिन Dन लेने से यह समस्या बढ़ सकती है।  

लक्षण:

- कमर, घुटने और जोड़ों में दर्द  
- थोड़ी सी चोट लगने पर हड्डी का टूटना  
- शरीर में अकड़न महसूस होना  


 पेल्विक फ्लोर डिसऑर्डर


प्रसव (Delivery), उम्र बढ़ने, मोटापा, या हार्मोनल बदलाव के कारण महिलाओं की पेल्विक मसल्स कमजोर हो जाती हैं, जिससे यूरिन लीक, ब्लैडर कंट्रोल में कमी और पीठ दर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं।  महिलाएं इसे उम्र का असर मानकर इसे छुपा लेती हैं, लेकिन सही समय पर पेल्विक एक्सरसाइज और फिजियोथेरेपीसे इसे ठीक किया जा सकता है।  

लक्षण:

- हंसते या छींकते समय पेशाब का रिसाव  
- बार-बार पेशाब लगना  
- निचले पेट या पीठ के निचले हिस्से में दर्द  


 हार्ट अटैक के छुपे हुए लक्षण 

अक्सर लोग मानते हैं कि हार्ट अटैक केवल पुरुषों को होता है, लेकिन सच यह है कि महिलाओं में हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा होता है।  महिलाएं इन लक्षणों को गैस, थकान या सामान्य कमजोरी मानकर अनदेखा कर देती हैं, लेकिन यह हार्ट अटैक का शुरुआती संकेत हो सकता है।  

लक्षण:

- थकान या कमजोरी महसूस होना  
- पेट दर्द या सीने में हल्का दर्द  
- जी मिचलाना या उल्टी आना  
- सांस लेने में तकलीफ  

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 ब्रेस्ट कैंसर के शुरुआती लक्षण 

  
ब्रेस्ट कैंसर महिलाओं में सबसे खतरनाक बीमारी है, और इसके शुरुआती लक्षणों को अक्सर महिलाएं नजरअंदाज कर देती हैं।  महिलाएं इसे मामूली समस्या समझकर डॉक्टर के पास नहीं जातीं, लेकिन यह ब्रेस्ट कैंसर का संकेत* हो सकता है। समय पर जांच करवाकर जान बचाई जा सकती है।  

लक्षण:

- स्तनों में गांठ (Lump) या सख्तपन महसूस होना  
- निप्पल से खून या पानी जैसा डिस्चार्ज  
- ब्रेस्ट के आकार या रंग में बदलाव  

मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम्स


महिलाओं में तनाव, डिप्रेशन, एंग्जायटी (Anxiety), पोस्टपार्टम डिप्रेशन जैसी मानसिक स्वास्थ्य समस्याएं ज्यादा होती हैं। महिलाएं इसे हल्का मूड स्विंग समझकर नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन यह गंभीर मेंटल हेल्थ प्रॉब्लम हो सकती है। सही समय पर काउंसलिंग या थेरेपी से इसे ठीक किया जा सकता है।  

लक्षण: 

- लगातार उदासी या चिंता रहना  
- अकेलापन महसूस करना  
- भूख या नींद में बदलाव  
- जिंदगी के प्रति उदासीनता  


इन बातों का रखें ख्याल

महिलाएं अक्सर अपनी सेहत को दूसरे कामों के चलते नजरअंदाज कर देती हैं।  लेकिन यह जरूरी है कि वे अपने शरीर के संकेतों को समझें और समय पर इलाज कराएं।  हर महिला को साल में कम से कम एक बार फुल बॉडी चेकअप करवाना चाहिए। पीरियड्स, हार्मोनल बदलाव, हड्डियों की सेहत और मेंटल हेल्थ का विशेष ध्यान रखें।  ब्रेस्ट कैंसर, हार्ट अटैक या थायरॉयड जैसे बड़े रोगों को नजरअंदाज न करें। याद रखें, स्वस्थ महिला ही परिवार और समाज की सबसे बड़ी ताकत होती है। इसलिए अपनी सेहत के प्रति जागरूक बनें और अपने शरीर की देखभाल करें।  


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Content Writer

vasudha

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