कोलेस्ट्रॉल का काल है ये यह सस्ती सी चीज, हार्ट अटैक से करेगा बचाव!
punjabkesari.in Friday, Oct 03, 2025 - 06:19 PM (IST)

नारी डेस्क : लाइफस्टाइल खराब होने के चलते इस समय सेहत संबंधी बहुत सारी हैल्थ प्रॉब्लम्स तेजी से फैल रही है। बॉडी में कोलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने के मामले तेजी से बढ़ते जा रहे हैं। कोलेस्ट्रॉल को कम करने में एक देसी चीज बहुत ही फायदेमंद है। जी हां वो देसी चीज अर्जुन की छाल है। अर्जुन की छाल (Terminalia Arjuna Bark) आयुर्वेद में एक अमूल्य औषधि मानी जाती है। खासकर हृदय और कोलेस्ट्रॉल की समस्याओं के लिए इसे वरदान समझा जाता है। एक्सपर्ट्स का मानना है कि नियमित और सही तरीके से अर्जुन की छाल का सेवन करने से कोलेस्ट्रॉल लेवल कंट्रोल किया जा सकता है और दिल से जुड़ी कई बीमारियों का खतरा कम हो सकता है।
क्यों बढ़ रहा है कोलेस्ट्रॉल?
आजकल की भागदौड़ भरी जिंदगी में खराब लाइफस्टाइल, असंतुलित खान-पान, तनाव, मोटापा, धूम्रपान, शराब और शारीरिक गतिविधि की कमी कोलेस्ट्रॉल बढ़ने की मुख्य वजह बन रहे हैं। इसका सीधा असर दिल की सेहत पर पड़ता है और हार्ट अटैक, स्ट्रोक व हार्ट फेल्योर का खतरा कई गुना बढ़ जाता है। अक्सर लोग इसे नियंत्रित करने के लिए दवाइयों और स्टैटिन्स का सहारा लेते हैं, लेकिन लंबे समय तक इनके इस्तेमाल से साइड इफेक्ट भी झेलने पड़ सकते हैं।
आयुर्वेद में अर्जुन की छाल का फायदा
आयुर्वेद के अनुसार अर्जुन की छाल का स्वाद कषाय (कसैला) होता है, इसकी प्रकृति शीतवीर्य (ठंडी) मानी जाती है और पचने के बाद इसका प्रभाव कटु (कड़वा) होता है। यह हृदय के लिए एक बेहतरीन औषधि है, जो खून में जमा अतिरिक्त वसा और बैड कोलेस्ट्रॉल (LDL) को कम करती है। साथ ही, यह गुड कोलेस्ट्रॉल (HDL) बढ़ाने में भी सहायक है, जिससे हृदय को स्वस्थ और मजबूत बनाए रखने में मदद मिलती है।
क्या कहता है साइंस?
वैज्ञानिक शोधों के अनुसार, अर्जुन की छाल में इलैजिक एसिड, बीटा-सिटोस्टिरोल और मोनो कार्बोक्सिलिक एसिड जैसे महत्वपूर्ण तत्व पाए जाते हैं। इन तत्वों में हाइपोलिपिडेमिक गुण होते हैं, जो खून में जमा वसा और कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद करते हैं। रिसर्च यह भी बताती है कि अर्जुन की छाल दिल को मजबूत बनाती है, हृदय की धड़कन को संतुलित रखती है और हृदय संबंधी बीमारियों के खतरे को कम करती है।
अर्जुन की छाल के फायदे
कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करे: LDL और ट्राइग्लिसराइड्स घटाकर हार्ट डिजीज का खतरा कम करे।
हृदय को मजबूत बनाए: दिल की पंपिंग क्षमता बढ़ाए।
ब्लड प्रेशर कंट्रोल करे: धमनियों को लचीला बनाकर हाई बीपी नियंत्रित करे।
एंटीऑक्सीडेंट गुण: शरीर से फ्री रेडिकल्स हटाकर बुढ़ापे की प्रक्रिया धीमी करे।
अर्जुन की छाल का सेवन कैसे करें?
अर्जुन छाल का काढ़ा: 1 चम्मच अर्जुन छाल पाउडर को 2 कप पानी में उबालें, आधा रह जाने पर गुनगुना करके पिएं।
अर्जुन छाल की चाय: 2 टुकड़े अर्जुन की छाल को पानी में उबालें, चाहें तो शहद मिलाएं और सुबह खाली पेट पिएं।
अर्जुन छाल पाउडर: 2–3 ग्राम अर्जुन छाल पाउडर गुनगुने पानी या दूध के साथ ले सकते हैं।
लेकिन याद रखें कि अर्जुन की छाल कोलेस्ट्रॉल और दिल की बीमारियों के लिए एक नैचुरल और असरदार औषधि मानी जाती है। हालांकि, इसे अपनाने से पहले किसी योग्य आयुर्वेदाचार्य या डॉक्टर से सलाह लेना बेहद जरूरी है, ताकि सही मात्रा और सही तरीके से इसका सेवन किया जा सके।