फिल्मी सुपरस्टार: कर्नाटक के बच्चे पढ़ेंगे गरीबों के मसीहा पुनीत राजकुमार की कहानी
punjabkesari.in Tuesday, Nov 01, 2022 - 03:46 PM (IST)
दिवंगत अभिनेता पुनीत राजकुमार को मरणोपरांत कर्नाटक का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘कर्नाटक रत्न’ प्रदान किया जाएगा। पुनीत राजकुमार को 67वें कन्नड़ राज्योत्सव (राज्य स्थापना दिवस) के अवसर यह पुरस्कार दिया जाएगा। वह यह सम्मान हासिल करने वाले नौंवे शख्स हैं।
इस सम्मान के साथ ही सरकार ने यह भी ऐलान किया है कि पुनीत राजकुमार पर एक पाठ तैयार किया जाएगा, जिसे स्कूल के पाठ्यक्रम में पढ़ाया जाएगा। कर्नाटक के मुख्यमंत्री बोम्मई ने कहा कि दिवंगत अभिनेता की उपलब्धियों पर पाठ को शामिल करने की मांग की जा रही थी, जिसे ध्यान में रखकर ये फैसला लिया गया।
बताया जा रहा है कि अभिनेता की पत्नी अश्विनी पुनीत राजकुमार और उनके भाई व अभिनेता शिवराजकुमार तथा राघवेंद्र राजकुमार यह पुरस्कार स्वीकार करेंगे। अभिनेता रजनीकांत, जूनियर एनटीआर और इंफोसिस फाउंडेशन की अध्यक्ष सुधा मूर्ति इस कार्यक्रम में अतिथि होंगी।
अभिनेता पुनीत राजकुमार का पिछले साल 29 अक्टूबर को दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था। वह 46 वर्ष के थे। फिल्म ‘बेट्टाडा हूवू’ के लिए पुनीत को सर्वश्रेष्ठ बाल अभिनेता की श्रेणी में राष्ट्रीय पुरस्कार मिला था। 2002 में उन्होंने बतौर मुख्य अभिनेता अपना फिल्मी सफर शुरू किया। 29 फिल्मों के छोटे सफर में उन्होंने कई हिट फिल्में दीं।
पुनीत केवल एक बेहतरीन अभिनेता ही नहीं थे बल्कि वह एक बहुत दिलदार और अच्छे व्यक्ति थे। वह 46 अनाथ आश्रम, 19 गौ शाला और 16 वृद्धाश्रम चलाते थे। इतना ही नहीं वह प्रधानमंत्री राहत कोष में 50 लाख रुपये भी डोनेट कर चुके थे और बालिका शिक्षा पर जोर देकर वह सभी बालिकाओं को शिक्षित करना चाहते थे। पुनीत राजकुमार ने लगभग 1800 अनाथ बच्चों को गोद लिया हुआ था जिनके लिए वह सब कुछ थे।