Parents Alert! बच्चे खेल रहे वयस्क वाली गेम्स, सीजेरियन ऑपरेशन तक के बताए जा रहे गुर
punjabkesari.in Monday, Jun 14, 2021 - 04:35 PM (IST)
बड़ों के साथ-साथ अब बच्चों में भी ऑनलाइन गेम्स का क्रेज काफी बढ़ गया है। यहां तक कि 10 साल से छोटे-छोटे बच्चे भी मोबाइल लेकर सारा दिन गेम्स खेलते रहते हैं। मगर, पेरेंट्स को चाहिए कि वो बच्चों पर नजर रखें क्योंकि आजकल इंटरनेट पर ऐसी-ऐसी गेम्स मौजूद है जो बच्चों के लिए सही नहीं है। बच्चे अंजाने में ऐसी गेम्स डाउनलोड कर लेते हैं जो उनके लिए साधारण नहीं है।
बच्चे खेल रहे वयस्क श्रेणी के गेम
दरअसल, अमेरिका, मिडलोथियन की रहने वाली सारा स्काफेर की भतीजी उनके भाई के टेबलेट पर वीडियो गेम खेल रही थीं। दोनों साथ ही बैठी हुई थी। दो दिन पहले ही बच्ची ने परिवार के अमेजन शॉपिंग कार्ट से 900 डॉलर के खिलौने मंगवाए थे लेकिन वो आए नहीं इसलिए सारा टेबलेट पर नजर रख रही थीं। जब सारा ने अपनी भतीजी को गेम खेलते हुए देखा तो वो हैरान हो गई।
गेम में सिखा रहे सिजेरियन ऑपरेशन के गुर
दरअसल, सारा की भतीजी 'ह्यूज किड सीजेरियन बर्थ इन हॉस्पिटल' नाम की गेम खेल रही थी, जो किसी प्रेग्नेंट प्रिंसेस के बारे में था। गेम में कुछ प्लेयर प्रिंसेस की मालिश करके उसकी सीजेरियन ऑपरेशन से प्रसव करवाते हैं। अब जाहिर-सी बात है बच्चों के लिए ये बिल्कुल भी नॉर्मल नहीं है। ये गेम ड्रेस अप मिक्स कंपनी ने बनाया है, जो कई बेबी केयर गेम्स बना चुके हैं। हालांकि इंटरनेट पर ऐसी ढेरों वीडयो गेम मुफ्त में मौजूद हैं।
नेट पर लाखों बेतुके गेमिंग एप
रिसर्च के मुताबिक, एप मार्केट में ऐसी अजीब और साधारण लाखों गेम्स चल रही हैं। इनमें से ही एक गेम में स्लैप किंग गेम लोगों को थप्पड़ लगाता है, जिन्हें प्लेयर दूसरे गेम, विज्ञापन या सर्च एड से मिलते हैं। फैशन या बेबी गेम्स सर्च करते समय ऐसे गेम पहले आएंगे। कंपनियां इन मुफ्त गेमों के जरिए विज्ञापनों व एप की खरीदारी से लाखों पैसा कमाती हैं।
फैशन गेम्स में हुई 109% बढ़ोत्तरी
रिपोर्ट के अनुसार, साल 2020 में फैशन वाली गेम्स में 109% की बढ़ोतरी हुई जबकि इन्हें 99 करोड़ से अधिक बार डाउनलोड किया गया। ऐसी ही एक गेम है 'ओल्ड एल्सा केयर' हर बेबी'... इसमें बिजी एल्सा बूढ़ी महिला जैसी दिखती है। उसके चेहर पर झुर्रियां, बाल सफेद हैं लेकिन, उसे अपने बच्चे की करनी पड़ती है। सुनो लड़कियो बेबी केयर में एल्सा की मदद करो। बता दें कि सीजेरियन गेम को मेच्योर श्रेणी में रखा जाता है लेकिन बच्चे भी खेल को खेलने लगे हैं। एक अन्य गेम 'टॉडलर फुट डॉक्टर' में तो डॉक्टर बच्चा को बैक्टीरिया मारना वाला इंजेक्शन लगा देता है।
माता-पिता रखें बच्चों के डिवाइस की जानकारी
ऐसे में पेरेंट्स को चाहिए कि वो गेम खेलते समय बच्चों की निगरानी करें। बच्चें इनसे प्रेरित होकर कोई गलत काम कर सकते हैं। हर टेबलेट व कंप्यूटर में पर कई सिस्टम होते हैं, जिनसे आपको इसमें मदद मिल सकती है। फेमिली लिंक, फ्री टाइम और पेरेंटल कंट्रोल्स जैसे एप के जरिए पेरेंट्स बच्चों की निगरानी कर सकते हैं।
बच्चों को सिखाएं कि अगर वह गेम्स में कुछ आपत्तिजनक देखें तो आपसे खुलकर बात करें।