कैंसर का दुश्मन है ये फल! सिर्फ दो महीने मिलता है, जानिए इसके गजब के फायदे
punjabkesari.in Saturday, Nov 15, 2025 - 01:05 PM (IST)
नारी डेस्क : भारत में मौसमी फलों का अपना ही मज़ा है। इन्हीं में से एक है शरीफ़ा, जिसे सीताफल भी कहा जाता है। यह फल पूरे साल नहीं मिलता, बल्कि केवल अक्टूबर और नवंबर में ही बाजार में दिखाई देता है। स्वाद में बेहद मीठा और पोषक तत्वों से भरपूर यह फल सेहत के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। शरीफ़ा में विटामिन A, B6, पोटैशियम, कॉपर, मैग्नीशियम, जिंक और कई तरह के एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं। यही वजह है कि इसे कैंसर का दुश्मन फल भी कहा जाता है।
कैंसर कोशिकाओं से लड़ने में सहायक
शरीफ़ा में पाए जाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स और फ्लेवोनोइड्स शरीर में हानिकारक कैंसर कोशिकाओं के फैलाव को रोकने में अहम भूमिका निभाते हैं। इसके नियमित सेवन से इम्यूनिटी मजबूत होती है, शरीर में जमा सूजन कम होती है और फ्री रेडिकल्स नष्ट होकर सेल्स को नुकसान से बचाते हैं।

दिल की सेहत का रखता है ध्यान
शरीफ़ा में मौजूद पोटैशियम और मैग्नीशियम ब्लड प्रेशर को संतुलित रखने में मदद करते हैं और दिल पर पड़ने वाले तनाव को कम करते हैं। विशेष रूप से मैग्नीशियम दिल की मांसपेशियों को मजबूत बनाता है, जिससे हार्ट अटैक और अन्य कार्डिएक समस्याओं का खतरा कम हो जाता है।
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वजन बढ़ाने में बेहद मददगार
यदि आपका वजन लंबे समय से नहीं बढ़ रहा है, तो सुबह खाली पेट शहद के साथ शरीफ़ा खाना बेहद लाभकारी माना जाता है। इसमें मौजूद कॉपर और फाइबर पाचन शक्ति को मजबूत बनाते हैं, पोषक तत्वों के अवशोषण को बढ़ाते हैं और कब्ज की समस्या दूर करते हैं। इससे शरीर को पर्याप्त ऊर्जा मिलती है और वजन धीरे-धीरे बढ़ने लगता है।

त्वचा और बालों के लिए वरदान
शरीफ़ा विटामिन A और कॉपर का बेहतरीन प्राकृतिक स्रोत है, जो त्वचा और बालों दोनों के लिए बेहद फायदेमंद माना जाता है। इसके नियमित सेवन से त्वचा अधिक ग्लोइंग और हेल्दी दिखाई देती है, झुर्रियों और उम्र के निशान कम होते हैं, जबकि कॉपर बालों की जड़ों को मजबूत बनाकर उन्हें घना और मजबूत बनने में मदद करता है।
अस्थमा रोगियों के लिए फायदेमंद
सीताफल में पाया जाने वाला विटामिन B6 ब्रॉन्कियल इंफ्लेमेशन को कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। इससे अस्थमा के दौरे पड़ने की संभावना घटती है, वायुमार्ग रिलैक्स होते हैं और सांस लेने में आसानी होती है। नियमित सेवन अस्थमा रोगियों के लिए विशेष रूप से लाभदायक माना जाता है।
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प्रेग्नेंसी में बेहद उपयोगी
गर्भवती महिलाओं के लिए शरीफ़ा एक अत्यंत लाभकारी मौसमी फल माना जाता है। यह भ्रूण के दिमाग और नर्वस सिस्टम के विकास में अहम भूमिका निभाता है, साथ ही मिसकैरेज के खतरे को कम करने में भी सहायक है। इसके नियमित सेवन से मां की पाचन शक्ति मजबूत होती है और गर्भावस्था के दौरान होने वाली कमजोरी भी दूर होती है।

सीताफल का धार्मिक महत्व: सीताफल को कई जगहों पर पवित्र फल माना जाता है। मंदिरों में इसे प्रसाद के रूप में चढ़ाया जाता है। इसकी तासीर ठंडी होती है और स्वाद इतना मीठा कि चीनी भी इसके सामने फीकी लगती है।
सीताफल का पेड़: लंबे समय तक देने वाला फलदार पौधा
सीताफल का पेड़ लगभग 40–50 साल तक जीवित रह सकता है और घर के आसपास आसानी से लगाया जा सकता है। अक्टूबर–नवंबर में यह फल बड़ी आसानी से बाजार में उपलब्ध हो जाता है। शरीफ़ा सिर्फ एक फल नहीं, बल्कि पोषक तत्वों का खजाना है। कैंसर से लड़ने से लेकर दिल, त्वचा, बाल, वजन और प्रेग्नेंसी तक—यह हर तरह से शरीर को फायदा पहुंचाता है। अगर आप इस सीजन में शरीफ़ा देखकर आगे बढ़ गए, तो समझिए आपने एक प्राकृतिक दवा को खो दिया!

