वास्तु नियमों के अनुसार करें घर का निर्माण, जानें किस दिशा में होना चाहिए क्या?
punjabkesari.in Saturday, May 18, 2024 - 11:08 AM (IST)
वास्तु का हमारे जीवन में बहुत प्रभाव पड़ता है। इसलिए कहा जाता है की वास्तु के कुछ नियम होते हैं जिनका पालन करना बेहद जरुरी होता है, खासतौर पर अगर आप घर बनवा रहे हैं। आपको बता दें कि वास्तु विज्ञान के अनुसार इसमें दिशाओं का अध्ययन करके घर में कौनसी चीज कहां होनी चाहिए इसका विचार किया जाता है। अगर आप वसु से जुड़े नयमों का ध्यान नहीं रखते हैं तो घर में वास्तु दोष उत्पन्न होने लगते हैं। ऐसे में आपको बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए चलिए अब हम जानते हैं की घर में किस दिशा में क्या होना चाहिए -
1. उत्तर दिशा
वास्तु के अनुसार उत्तर दिशा कुबेर देवता की होती है। इसलिए इस दिशा में तिजोरी रखनी चाहिए और धन के आगमन के लिए इस दिशा को खाली रखना चाहिए।
2. पूर्व दिशा
पूर्व दिशा के स्वामी सूर्य देव और इंद्र देव हैं। इस दिशा को खाली रखना चाहिए।
3. दक्षिण दिशा
यह मंगल ग्रह के पराक्रम वाली और पृथ्वी तत्व की प्राधीनता वाली दिशा है। इस दिशा में भारी सामान होना चाहिए, खुलापन या शोचालय नहीं होना चाहिए।
4. पश्चिम दिशा
इस दिशा के देवता वरूण और ग्रह स्वामी शनि हैं। इस दिशा में आपका रसोईघर या टाॅयलेट होना चाहिए। लेकिन रसोईघर और टाॅयलेट पास-पास न हो, इसका खाम ध्यान रखें।
5. ईशान कोण
गुरू ग्रह इस दिशा के स्वामी हैं और घर की इस दिशा में भगवान शिव का स्थान माना जाता है। यह घर की उत्तर पूर्व की दिशा होती है। इस दिशा में पूजा घर होना चाहिए।
6. आन्गेय कोण
यह घर की दक्षिण पूर्व दिशा होती है। यह अन्गि तत्व की दिशा होती है। इसलिए इस दिशा में गैस, इलेक्ट्राॅनिक सामान होना चाहिए।
7. नैऋत्य कोण
यह घर की दक्षिण-पश्चिम दिशा होती है। इस दिशा में खुलापन, अर्थात खिड़की दरवाजे बिल्कुल नहीं होने चाहिए। इस दिशा में पृथ्वी तत्व का स्थान है और इसी दिशा में स्वामी राहु और केतु है। घर के मुखिया का कमरा यहां बनाना चाहिए।
8. वायव्य कोण
यह घर की उत्तर पश्चिम दिशा होती है।इस दिशा में वायु का स्थान है और इस दिशा के स्वामी ग्रह चन्द्र हैं। इस दिशा में बैडरूम, गौशाला, गैरेज आदि होना चाहिए।