Breast Cancer के ये सबसे बड़े संकेत, इसमें लापरवाही बरती तो जान खतरे में !
punjabkesari.in Friday, Sep 26, 2025 - 09:36 PM (IST)

नारी डेस्कः स्तन कैंसर (Breast Cancer) आज की महिलाओं में सबसे आम स्वास्थ्य समस्याओं में से एक बन चुका है। शुरुआत में इसके लक्षण हल्के या ध्यान देने योग्य नहीं होते, इसलिए अक्सर इसे नजरअंदाज कर दिया जाता है। लेकिन शुरुआती पहचान ही सुरक्षित और सफल इलाज की कुंजी है। स्तन में गांठ, त्वचा में बदलाव, निप्पल से डिस्चार्ज या दर्द जैसे छोटे संकेत भी इसके शुरुआती लक्षण हो सकते हैं। समय रहते अगर इन लक्षणों को पहचान लिया जाए, तो कैंसर के गंभीर रूप में बदलने से बचा जा सकता है। इसलिए हर महिला को अपने स्तनों की नियमित जांच और स्वास्थ्य पर ध्यान देना बहुत जरूरी है।
स्तन कैंसर के शुरुआती लक्षण
स्तन में गांठ या मोटा हिस्सा (Lump in Breast)
स्तन में किसी भी नई गांठ या मोटा हिस्सा होना सबसे सामान्य लक्षण है।
यह अक्सर दर्द रहित होता है और धीरे-धीरे बढ़ता है।
गांठ किसी भी हिस्से में हो सकती है, न केवल ऊपरी बाहरी हिस्से में।
स्तन या आराधि (Nipple) में बदलाव
स्तन का आकार या आकार में अचानक बदलाव।
निप्पल में इनवर्शन (Nipple का अंदर की ओर जाना)।
निप्पल से रक्त या अन्य प्रकार का डिस्चार्ज आना।
स्तन की त्वचा में बदलाव
त्वचा पर खिंचाव, लालिमा या गड्ढेदार दिखाई देना (Peau d’orange)।
त्वचा की बनावट या रंग में बदलाव।
स्तन में दर्द या असुविधा
लगातार दर्द जो मासिक धर्म से संबंधित नहीं।
भारीपन या जलन महसूस होना।
बगल के हिस्से में गांठ (Swelling or Lump in Armpit)
कभी-कभी कैंसर की वजह से लीवर नोड्स या बगल की गांठ भी दिखाई देती है।
स्तन का आकार या साइज में बदलाव
एक स्तन दूसरे से बड़ा या अलग दिखना।
यह अचानक और बिना किसी कारण होने पर सावधानी की जरूरत होती है।
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त्वचा पर घाव या घिसाव (Ulceration or Skin Changes)
स्तन पर बिना वजह घाव, छाले या लाल चकत्ते।
यह गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है।
क्या करें?
अगर आपको ऊपर बताए गए किसी भी लक्षण का अनुभव हो तो तुरंत डॉक्टर या स्त्री रोग विशेषज्ञ (Gynecologist/Oncologist) से संपर्क करें।
डॉक्टर मेमोग्राफी, अल्ट्रासाउंड, MRI या बायोप्सी जैसी जांच के जरिए स्थिति पता लगाते हैं।
नियमित सेल्फ-ब्रेस्ट चेक (Self Breast Exam) हर महीने करना बहुत जरूरी है।
यह बातें याद रखें
हर महिला को 20 साल की उम्र के बाद मासिक रूप से स्तन की जांच करनी चाहिए।
परिवार में अगर किसी को स्तन कैंसर हो चुका है, तो सावधानी और ज्यादा जरूरी है।
संतुलित आहार, नियमित व्यायाम और धूम्रपान/शराब से दूरी रखें।