Breast Cancer से बचाव के लिए 30 के बाद महिलाओं को करवानी चाहिए ये मेडिकल स्क्रीनिंग
punjabkesari.in Wednesday, Mar 12, 2025 - 01:22 PM (IST)

नारी डेस्क: महिलाएं अक्सर अपनी सेहत को नजरअंदाज कर देती हैं, लेकिन कुछ बीमारियों को समय पर पहचानना बेहद जरूरी है। महिलाओं के स्वास्थ्य पर नजर रखने के लिए नियमित मेडिकल स्क्रीनिंग एक महत्वपूर्ण कदम है। यहां 30 साल से ऊपर की महिलाओं के लिए कुछ जरूरी टेस्टों के बारे में बताया गया है, जिन्हें करवाना चाहिए ताकि स्वास्थ्य समस्याओं को समय रहते रोका जा सके।
30 के बाद स्वास्थ्य पर ध्यान देना जरूरी
30 की उम्र के बाद महिलाओं के स्वास्थ्य में बदलाव आना शुरू हो जाता है, और कुछ बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। हालांकि, यदि इनका समय रहते पता चल जाए तो इनका इलाज किया जा सकता है या इन्हें रोका जा सकता है। इसलिए, नियमित रूप से मेडिकल टेस्ट कराना महत्वपूर्ण है, ताकि किसी भी बीमारी का इलाज जल्द से जल्द किया जा सके।
महिलाओं को जरूरी 5 मेडिकल टेस्ट करवाने चाहिए
महिलाएं अक्सर घर-परिवार का ख्याल तो रखती हैं, लेकिन अपनी सेहत की ओर ध्यान नहीं देतीं। यहां कुछ महत्वपूर्ण मेडिकल टेस्ट दिए जा रहे हैं जिन्हें महिलाओं को हर साल करवाना चाहिए-
स्तन कैंसर के लिए बीआरसीए जीन टेस्ट
35 साल के बाद महिलाओं को बीआरसीए जीन उत्परिवर्तन टेस्ट करवाना चाहिए। इस टेस्ट से स्तन कैंसर का जल्दी पता चलता है, खासकर यदि परिवार में स्तन कैंसर के मामले रहे हों।
जेनेटिक बीमारियों के लिए परीक्षण
यह टेस्ट महिला को किसी Genetics बीमारी के संकेत और जोखिम का पता लगाने में मदद करता है। यदि परिवार में कोई जेनेटिक बीमारी रही है, तो इस टेस्ट से यह पता चल सकता है कि वह महिला को तो नहीं हो सकती।
हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया और हाइपरट्राफिक कार्डियोमायोपैथी
उम्र बढ़ने के साथ दिल से जुड़ी बीमारियां भी बढ़ सकती हैं। इस टेस्ट से महिलाओं को ह्रदय संबंधी बीमारियों, जैसे हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया और हाइपरट्राफिक कार्डियोमायोपैथी का पता चल सकता है।
35 साल के बाद अल्जाइमर का टेस्ट
35 की उम्र के बाद महिलाओं को अल्जाइमर की जांच करवानी चाहिए, क्योंकि इस बीमारी का कारण एपीओई जीन हो सकता है। यह टेस्ट यह पहचानने में मदद करता है कि क्या महिला अल्जाइमर की शिकार हो सकती हैं।
सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग
35 साल की उम्र के बाद सर्वाइकल कैंसर स्क्रीनिंग भी बेहद जरूरी है। इसमें सर्वाइकल कैंसर की जांच की जाती है, और साथ ही एचपीवी जिनोटाइपिंग टेस्ट भी किया जाता है। यह टेस्ट महिलाओं में तेजी से बढ़ते सर्वाइकल कैंसर के खतरे को कम करने में मदद करता है।
स्वस्थ जीवन के लिए लाइफस्टाइल में बदलाव जरूरी
महिलाओं को अपनी लाइफस्टाइल को बेहतर बनाने के लिए खानपान और व्यायाम पर ध्यान देना चाहिए। स्वस्थ जीवनशैली अपनाने से गंभीर बीमारियों से बचाव संभव है। इसलिए, इन मेडिकल स्क्रीनिंग टेस्टों को नियमित रूप से करवाना और स्वस्थ आदतें अपनाना महिलाओं के स्वास्थ्य के लिए बेहद महत्वपूर्ण है।