जो भी पढ़ेंगे सब रहेगा याद बस पढ़ाई से पहले बच्चों को पिलाएं ये ब्रेन बूस्टिंग शेक

punjabkesari.in Tuesday, Dec 30, 2025 - 06:07 PM (IST)

 नारी डेस्क: अक्सर माता-पिता की शिकायत होती है कि बच्चे पढ़ाई तो करते हैं, लेकिन उन्हें याद नहीं रहता। इसकी एक बड़ी वजह कमजोर याददाश्त और कम एकाग्रता हो सकती है। ऐसे में बच्चों की डाइट में सही पोषण शामिल करना बहुत जरूरी है। सर्टिफाइड न्यूट्रिशनिस्ट राजमनी पटेल ने एक आसान और हेल्दी ब्रेन बूस्टिंग शेक की रेसिपी शेयर की है, जिसे पढ़ाई से पहले पीने पर बच्चों की मेमोरी और फोकस बेहतर हो सकता है।

क्या है ब्रेन बूस्टिंग शेक?

यह शेक पूरी तरह नेचुरल चीजों से बनाया जाता है, जो दिमाग को एक्टिव रखने, याददाश्त मजबूत करने और पढ़ाई के समय ध्यान बढ़ाने में मदद करता है। इसे सुबह नाश्ते में या शाम को पढ़ाई से पहले दिया जा सकता है।

ब्रेन बूस्टिंग शेक की सामग्री

1 पका हुआ केला

5–6 अखरोट (भीगे हुए)

1 गिलास दूध

1 चम्मच शहद या 1–2 खजूर

1 चुटकी दालचीनी पाउडर

कैसे बनाएं यह शेक?

सबसे पहले अखरोट को रातभर या कम से कम 4–5 घंटे पानी में भिगो दें। अब ब्लेंडर में केला, भीगे हुए अखरोट, दूध और शहद या खजूर डालें। सभी चीजों को अच्छी तरह ब्लेंड करें, जब तक शेक स्मूद और क्रीमी न हो जाए। अंत में ऊपर से थोड़ा दालचीनी पाउडर डालें और शेक तैयार है। इसे ठंडा या सामान्य तापमान पर पिलाया जा सकता है।

क्यों है यह शेक बच्चों के लिए फायदेमंद?

केला बच्चों को तुरंत ऊर्जा देता है और दिमाग को फोकस करने में मदद करता है। अखरोट में मौजूद ओमेगा-3 फैटी एसिड और एंटीऑक्सीडेंट याददाश्त और सीखने की क्षमता बढ़ाते हैं। दूध प्रोटीन, कैल्शियम और विटामिन B12 से भरपूर होता है, जो दिमाग और नर्वस सिस्टम को मजबूत बनाता है। दालचीनी ब्लड सर्कुलेशन बेहतर करती है, जिससे ब्रेन ज्यादा एक्टिव रहता है।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

A post shared by Rajmani Patel | Nutritionist | Miss Herb (@missherbofficial)

किन बातों का रखें ध्यान?

अगर बच्चे को लैक्टोज इनटॉलरेंस है, तो दूध की जगह बादाम या ओट्स मिल्क इस्तेमाल करें। अखरोट ज्यादा मात्रा में न डालें, वरना पेट फूलने की समस्या हो सकती है। इस शेक को रात में देर से न दें, क्योंकि इससे भारीपन महसूस हो सकता है।

यह ब्रेन बूस्टिंग शेक बच्चों के लिए एक हेल्दी और आसान विकल्प है, जो पढ़ाई से पहले देने पर उनकी याददाश्त और एकाग्रता बढ़ाने में मदद कर सकता है। हालांकि, किसी भी हेल्थ रेसिपी को नियमित रूप से अपनाने से पहले डॉक्टर या न्यूट्रिशन एक्सपर्ट की सलाह लेना बेहतर होता है।  


सबसे ज्यादा पढ़े गए

Content Editor

Priya Yadav

Related News

static