संभल कर ! Bouncy Castle पर बच्चे को झूला दिलाने से पहले ये खबर जरूर पढ़ें, सावधानी ज़रूरी
punjabkesari.in Wednesday, Jun 11, 2025 - 05:44 PM (IST)

नारी डेस्क: दक्षिण अफ्रीका के जोहान्सबर्ग शहर के एक स्कूल में फंडरेजिंग इवेंट के दौरान एक बड़ा हादसा होते-होते बचा। इस कार्यक्रम के दौरान दो बच्चे बाउंसी कैसल से गिरकर गंभीर रूप से घायल हो गए। यह घटना उस समय घटी जब अचानक तेज हवा का एक झोंका आया और बाउंसी कैसल को करीब 40 फीट ऊंचाई तक उड़ा ले गया। यह हादसा Laerskool Protearif Primary School में हुआ। घटना के समय वहां मौजूद लोगों ने डर के मारे चीखना-चिल्लाना शुरू कर दिया। चारों ओर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। रंग-बिरंगे बाउंसी कैसल को हवा में ऊपर उठता देख हर कोई घबरा गया।
बच्चे हवा में उड़ते हुए गिरे
बाउंसी कैसल पर मौजूद बच्चों के लिए यह स्थिति बहुत ही खतरनाक बन गई। एक बच्चा, जो खुद को पकड़ नहीं पाया, करीब 25 फीट ऊंचाई से नीचे गिर पड़ा। उस समय वहां मौजूद कई माता-पिता ने तुरंत एक मानव सुरक्षा घेरे (ह्यूमन क्रैश पैड) बनाकर बच्चे को बचाने की कोशिश की।
Kids cheat DEATH as bouncy castle blown 12 METERS into air
— RT (@RT_com) June 6, 2025
Ever trust one again? pic.twitter.com/KgyXc4d9KW
हालांकि माता-पिता ने बच्चे की गिरावट को थोड़ा कम किया, फिर भी बच्चा गंभीर रूप से घायल हो गया। इसके बाद एक और बच्चा भी अपनी पकड़ खो बैठा और वह भी नीचे गिर पड़ा। वहां मौजूद माता-पिता ने दूसरे बच्चे को भी जमीन पर गिरने से पहले पकड़ लिया। लेकिन दोनों बच्चों को गंभीर चोटें आईं। एक बच्चे को खोपड़ी में चोट लगी जबकि दूसरे का हाथ टूट गया।
अस्पताल में भर्ती कराया गया
दोनों बच्चों को तुरंत अस्पताल ले जाया गया। डॉक्टरों ने बताया कि एक बच्चे की खोपड़ी में फ्रैक्चर हो गया जबकि दूसरे के हाथ में गंभीर चोट आई। इलाज के बाद एक बच्चे को उसी दिन अस्पताल से छुट्टी मिल गई और दूसरे बच्चे को तीन दिन बाद छुट्टी मिली।
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स्कूल प्रशासन का बयान
स्कूल के प्रमुख डियॉन लौरेंस ने मीडिया से बात करने से इनकार कर दिया। हालांकि, स्कूल के फेसबुक पेज पर एक आधिकारिक बयान जारी किया गया। इसमें कहा गया कि दोनों बच्चों को जरूरी ट्रॉमा काउंसलिंग दी गई है ताकि इस हादसे का मानसिक असर कम हो सके। बयान में यह भी लिखा था,"ईश्वर की कृपा से हम यह खुशखबरी साझा कर रहे हैं कि दोनों बच्चे अब सुरक्षित हैं। उनके सहपाठियों को भी काउंसलिंग दी जा रही है। इस कठिन समय में सभी माता-पिता, मित्रों और शुभचिंतकों के सहयोग व प्रार्थनाओं के लिए धन्यवाद।"
चश्मदीद ने सुनाई आंखों देखी
एक चश्मदीद, जिनकी दो बेटियां भी उसी स्कूल में पढ़ती हैं, ने बताया,"जब मैंने देखा कि बच्चे गिर रहे हैं तो लगा कि अब ये नहीं बचेंगे। मैं अपनी बेटियों के साथ खाने के स्टॉल पर खड़ी थी, तभी अचानक चारों ओर चीखने-चिल्लाने की आवाज आई। जैसे ही पीछे मुड़ी, देखा कि रंग-बिरंगा बाउंसी कैसल आसमान की ओर उड़ रहा था। फिर अचानक दोनों बच्चे नीचे गिरे। भगवान का शुक्र है कि वे माता-पिता वहां मौजूद थे जिन्होंने बच्चों को गिरने से काफी हद तक बचा लिया।"
अचानक तेज हवा से हुआ हादसा
प्रत्यक्षदर्शी ने आगे बताया कि उस दिन तेज हवा नहीं चल रही थी, लेकिन अचानक एक बड़ा झोंका आया जिसने बाउंसी कैसल को जमीन से उखाड़ दिया। यह भी कहा जा रहा है कि बाउंसी कैसल को जमीन पर ठीक से बांधा नहीं गया था।
सुरक्षा इंतजाम पर सवाल
हादसे के बाद यह सवाल भी खड़ा हो गया कि क्या बाउंसी कैसल को सही तरीके से बांधा गया था या नहीं। कानून के अनुसार ऐसे इनफ्लेटेबल झूलों को जमीन से मजबूती से बांधना अनिवार्य होता है, ताकि ऐसी दुर्घटनाएं न हों। लेकिन घटना के वीडियो फुटेज में साफ नहीं हो पाया कि बाउंसी कैसल को किसी रस्सी या एंकरिंग से बांधा गया था या नहीं।
स्कूल के प्रिंसिपल डियॉन लौरेंस और डिप्टी प्रिंसिपल लॉरेन वैन डेर मर्वे ने फिलहाल कोई टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। स्कूल प्रशासन ने बताया कि यह मामला शिक्षा विभाग के पास भेजा गया है और पूरी पारदर्शिता के साथ जांच की जा रही है। जांच पूरी होने तक स्कूल प्रशासन कोई भी सार्वजनिक बयान नहीं देगा।