बोनी कपूर ने शेयर की सतीश कौशिक और श्रीदेवी की यादगार तस्वीर, लोग बोले- ये दोंनों बहुत याद आते हैं
punjabkesari.in Monday, Mar 13, 2023 - 05:23 PM (IST)
अपने चार दशक लंबे करियर में थिएटर, सिनेमा, टीवी और ओटीटी मंच पर अभिनेता, निर्देशक और लेखक के रूप में अपनी छाप छोड़ने वाले फिल्मकार सतीश कौशिक को भला कौन भूल सकता है। यादगार भूमिकाएं निभाने वाले कौशिक ने ‘रूप की रानी चोरों का राजा' से निर्देशन की दुनिया में कदम रखा था, अब उसी फिल्म से जुड़ी एक तस्वीर सामने आई है, जिसे देख लोग बहुद भावुक हो रहे हैं।
दरअसल सतीश कौशिक के दुनिया से यूं चले जाने के बाद हर कोई उनसे जुड़ी यादें और बातें शेयर कर रहा है। इसी बीच बॉलीवुड प्रोड्यूसर बोनी कपूर ने भी एक यादगार तस्वीर शेयर की हे, जिसमें सतीश कौशिक के साथ श्रीदेवी, बोनी कपूर, अनिल कपूर, शेखर कपूर सभी हंसते नजर आ रहे हैं। इस तस्वीर को देखकर सतीश कौशिक के साथ- साथ श्रीदेवी के जाने का गम भी याद आ गया।
लोगों का कहना है कि यकीन ही नहीं होता है कि तस्वीर में दिखने वाले दो लेजेंड अब हमारे बीच में नहीं है। इस तस्वीर के साथ बोनी कपूर ने लिखा- ''रूप की रानी, चोरों का राजा' की शूटिंग का पहला दिन। एक निर्देशक के रूप में सतीश ने शुरुआत की थी। उन्होंने बहुत मेहनत की थी और ये सबसे शानदार फिल्मों में से एक है, उन्होंने हमारी 4 फिल्मों का निर्देशन किया और हम 5वीं फिल्म पर काम कर रहे थे...।'
2018 में अपने एक इंटरव्यू में सतीश कौशिक ने मजाक में कहा था कि-, “80 के दशक के दौरान, जब बोनी ने पहली बार मुझे एक अभिनेता के रूप में साइन किया, तो उन्होंने मुझे 201 रुपये की पेशकश की। अनिल कपूर ने बोनी से कहा कि वह मुझे 500 रुपये दो"। कौशिक ने मजाक भरे लहजे में कहा- बोनी ने कभी नहीं सोचा होगा कि जिस अभिनेता को उन्होंने 500 रुपये में साइन किया है, वह उन्हें रूप की रानी चोरों का राजा और प्रेम जैसी फिल्मों के लिए 50 करोड़ रुपये का नुकसान पहुंचाएगा"।
कौशिक ने ‘हम आपके दिल में रहते हैं' ‘हमारा दिल आपके पास है', ‘बधाई हो बधाई', ‘तेरे नाम' और ‘मुझे कुछ कहना है' जैसी कई फिल्मों का निर्देशन किया। हरियाणा में जन्में और दिल्ली के करोल बाग में पले-बढ़े कौशिक ने हमेशा अभिनेता बनने का सपना देखा था। ‘राम-लखन', ‘बड़े मियां छोटे मियां', ‘मिस्टर इंडिया', ‘दीवाना मस्ताना', ‘हसीना मान जाएगी', ‘भारत', ‘छलांग', ‘उड़ता पंजाब' जैसी फिल्मों में निभाए गए किरदारों के लिए उनकी जमकर सराहना की गई।
फिल्म ‘मिस्टर इंडिया' में कौशिक ने ‘कैलेंडर' नामक एक रसोइये का किरदार निभाया था जो आज भी लोकप्रिय है। इसके बाद उन्हें ऐसे कई और आकर्षक नाम मिले। कैलेंडर के अलावा ‘दीवाना मस्ताना' में पप्पू पेजर, ‘स्वर्ग' में एयरपोर्ट, ‘अंदाज' में पानीपुरी शर्मा, ‘परदेसी बाबू' में हरपाल हैप्पी सिंह, ‘बड़े मियां, छोटे मियां' में शराफत अली और ‘हम आपके दिल में रहते हैं' में जर्मन के नाम से किरदार निभाया। कौशिक ने 1983 में आई फिल्म ‘जाने भी दो यारो' के संवाद लिखे और पंकज त्रिपाठी अभिनीत ‘कागज़' (2021) की कहानी भी लिखी। कौशिक और अभिनेता गोविंदा की जोड़ी भी काफी मशहूर थी।
फिल्मों में 40 साल बिताने के बाद कौशिक ने वर्ष 2019 की हरियाणवी फिल्म ‘छोरियां छोरों से कम नहीं होतीं' के लिए अपना पहला राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीता था। उन्होंने इस फिल्म में अभिनय किया था और इसके निर्माता भी थे। इस फिल्म ने 67वें राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार में हरियाणवी भाषा में सर्वश्रेष्ठ फीचर फिल्म का पुरस्कार जीता।