यूरिन इंफेक्शन और बोलने-चलने में परेशानी, जानें कितनी खतरनाक बीमारियों से जूझ रहे विनोद कांबली?

punjabkesari.in Thursday, Aug 21, 2025 - 03:32 PM (IST)

 नारी डेस्क: कभी अपने बल्ले से क्रिकेट के मैदान पर धमाल मचाने वाले पूर्व भारतीय क्रिकेटर विनोद कांबली आज अपनी सेहत की जंग लड़ रहे हैं। उनकी सेहत को लेकर हाल ही में उनके छोटे भाई वीरेंद्र कांबली ने महत्वपूर्ण अपडेट दिया है, जिससे उनके फैंस और क्रिकेट प्रेमी काफी चिंतित हैं।

बीमारी की शुरुआत और हालात

दिसंबर 2024 में विनोद कांबली को अचानक यूरिन इंफेक्शन और ऐंठन की शिकायत हुई, जिसके कारण उन्हें ठाणे के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। उनकी हालत गंभीर होने पर उन्हें तुरंत आईसीयू में रखा गया। जांच के दौरान डॉक्टरों को उनके मस्तिष्क में खून के थक्के भी मिले, जिससे उनकी स्थिति और भी नाजुक हो गई। डॉक्टरों ने बताया कि उनके मस्तिष्क में degenerative changes हो रहे हैं, जो हाल ही में हुए स्ट्रोक के संकेत हैं।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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कुछ महीनों के इलाज और फिजियोथेरेपी के बाद अब उनकी हालत में सुधार आया है। वीरेंद्र कांबली ने बताया कि विनोद अब घर पर हैं और उनकी स्थिति स्थिर है, लेकिन उन्हें बोलने और चलने में अभी भी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। उनकी फिजियोथेरेपी जारी है और धीरे-धीरे उनकी ताकत और संतुलन वापस लाने की कोशिश की जा रही है।

बीमारी कितनी गंभीर है?

विनोद कांबली की बीमारी काफी खतरनाक है क्योंकि उनके शरीर में एक से ज्यादा समस्याएं एक साथ हैं। यूरिन इंफेक्शन, ऐंठन और मस्तिष्क में ब्लड क्लॉट उनके नर्वस सिस्टम और किडनी को प्रभावित कर रहे हैं। बोलने और चलने में दिक्कत, कमजोरी और थकान यह दर्शाते हैं कि उनकी सेहत पर गंभीर असर पड़ा है। यदि समय पर उचित इलाज न मिले तो यह स्थिति किडनी फेलियर, स्ट्रोक या स्थायी नुकसान तक पहुंच सकती है। इसलिए उनकी बीमारी को केवल परेशानी नहीं बल्कि बेहद गंभीर माना जा रहा है।

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विनोद कांबली का क्रिकेट करियर

विनोद कांबली ने भारतीय क्रिकेट के लिए 1993 से 2000 तक 17 टेस्ट और 104 वनडे मैच खेले। वे सबसे तेज 1000 टेस्ट रन बनाने वाले भारतीय बल्लेबाज हैं, जो आज भी उनका रिकॉर्ड बना हुआ है। उन्होंने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत 1991 में की थी, लेकिन केवल एक दशक के भीतर ही उनका करियर समाप्त हो गया।

कंबली ने 17 टेस्ट मैचों में 54.20 की औसत से 1084 रन बनाए, जिनमें चार शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं। वनडे में उन्होंने 32.59 की औसत से 2477 रन बनाए, जिनमें दो शतक और 14 अर्धशतक थे। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में उन्होंने 129 मैचों में 59.67 की औसत से 9965 रन बनाए, जिसमें 35 शतक और 44 अर्धशतक शामिल हैं।

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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परिवार की अपील

वीरेंद्र कांबली ने फैंस से विनती की है कि वे विनोद के लिए दुआ करें और उनका मनोबल बढ़ाएं ताकि वे जल्द स्वस्थ होकर फिर से मैदान पर लौट सकें। परिवार उनकी देखभाल में जुटा हुआ है और पूरी कोशिश कर रहा है कि विनोद जल्दी ठीक हो जाएं।

विनोद कांबली की सेहत अभी भी नाजुक है और उन्हें खास ध्यान और देखभाल की जरूरत है। फैंस के लिए यह उम्मीद की किरण है कि वे जल्द ही स्वस्थ होकर फिर से अपने जीवन में खुशहाली लाएं। उनकी बीमारी गंभीर जरूर है, लेकिन परिवार और डॉक्टरों के सहयोग से वे इस जंग को भी जीत सकते हैं।  


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Content Editor

Priya Yadav

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